ज़माने की धूप से खुद तू को बचाया कर। दुनिया बूरी है बिना नकाब बाहर न आया कर।। तेरी एक झलक को तरसते सारे दिवाने हैं। कपड़े सुखाने के बहाने छत पर आया कर।। ©Sonu.
1 Stories
15 Love
Will restore all stories present before deactivation.
It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here