{निगाहें यार} बड़ा अजीब हूं मैं, इतना अजीब हूं के, मेरी रूह भी नहीं जानती है मुझे! मैं जी रहा हूँ मगर सुन यार मेरे , मेरी साँस तक नहीं पहचानती है मुझे!.
1 Stories
Will restore all stories present before deactivation.
It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here