बादलो के बीच रहकर भी चंद्रमा अपनी शीतलता बिखरता है... लुकाछिपी आरोह-अवरोह सभी मे अपना अस्तित्व रखता है शरद पुर्णिमा की पूर्णता योगिता को जीवनचक्र सिखाता है.
1 Stories
Will restore all stories present before deactivation.
It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here