अब मेहफ़िल में , घुटन होने लगे है,, तन्हाई आनंद देने लगे हैं। मोहब्बत कि जख्म, वर्षों पुराना था, अब वही मरहम देने लगे हैं। कुछ गजल, हमने जो लिखी, एक जम.
1 Stories
Will restore all stories present before deactivation.
It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here