यूँ तन्हा अकेले मेरे सनम आख़िर क्या सोचते रहते हो.. सुर्ख निगाहों से हर पल आख़िर क्या खोजते रहते हो.. हम दूर सही पर अलग नही,हम दिल मे तुम्हारे रहते हैं.. कभी हँस.
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