गर जो शम्मा जली है तो परवाने भी आयेंगे
शम्मा से की है इश्क़ व दोस्ती तो निभाने तो आयेंगे
किसे कहते हैं दोस्त और कैसे निभायी जाती है दोस्ती, हमेशा सीख देने वाले इन परवानों से सीखिये
जो कि कहते हैं भले ही जल जायेंगे चराग़-ए-मोहब्बत में, मगर इसे छोड़ हरगिज़ न जायेंगे
मो. इक्साद अंसारी
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