starss
  • Latest
  • Popular
  • Video

रात फिर से पढ़ रही है चाँद-तारों की क़िताब क्या ख़बर जब दिन उगेगा क्या पढ़ेगा दोस्तो! ©Ghumnam Gautam

#शायरी #ghumnamgautam #तारे #चाँद #Stars  रात फिर से पढ़ रही है चाँद-तारों की क़िताब
क्या ख़बर जब दिन उगेगा क्या पढ़ेगा दोस्तो!

©Ghumnam Gautam

जय परमेश्वर सोईनबनीयोंने ऐसा.राक्षसीपाप चलायाहेःसोयह पाप?रीजक खोनेकेवासते-चलायाहे किईस-राक्षसीपापसे कुलसंसारका!धनअपनेकाबुमे करलेवेंगे ईसखयालसे ईंन्द्रजालका पापचलायाहे सोईनबनीयोंने धन,कुलजहांनका काबुमेकरलीयाहे.सोसंसारके लोगोंको यहबनीयेअपने राक्षसीपापसे-बी-मारकर देतेहें.... ( ४३ ) अज तसनीफ साध अनुपदास लीखी- कीताब - [ जगतहीतकारनी ] ( २७४ ) तमांम पढ़कर बंन्दोबस्त करो छावणी ऐरनपुरामें, शिवगंज - ३०७०२७ (राज.) ता १७ अप्रेल संन १९०९ झा बैसाष बुदी १२ सं॥ १९६५ M. No. :- 8905653801 www.jagathitkarnioriginal.org ©JAGAT HITKARNI 274

#लव #Starss  जय परमेश्वर 
सोईनबनीयोंने ऐसा.राक्षसीपाप चलायाहेःसोयह पाप?रीजक खोनेकेवासते-चलायाहे किईस-राक्षसीपापसे कुलसंसारका!धनअपनेकाबुमे करलेवेंगे ईसखयालसे ईंन्द्रजालका पापचलायाहे सोईनबनीयोंने धन,कुलजहांनका काबुमेकरलीयाहे.सोसंसारके लोगोंको यहबनीयेअपने राक्षसीपापसे-बी-मारकर देतेहें.... ( ४३ )

अज तसनीफ साध अनुपदास लीखी- 
कीताब - [ जगतहीतकारनी ] ( २७४ ) तमांम पढ़कर बंन्दोबस्त करो 
छावणी ऐरनपुरामें, शिवगंज - ३०७०२७  (राज.)
ता १७ अप्रेल संन १९०९ झा बैसाष बुदी १२ सं॥ १९६५
M. No. :- 8905653801
www.jagathitkarnioriginal.org

©JAGAT HITKARNI 274

#Starss शायरी लव रोमांटिक लव शायरी लव शायरी लव शायरी हिंदी में Kartik Aaryan

13 Love

sitare wahi dekhte hai jinka jami par kuch na bacha ho ©Shruti Raut

#Quotes #Starss  sitare wahi dekhte hai 
jinka jami par kuch na bacha ho

©Shruti Raut

#Starss life quotes in hindi fake friendship quotes in hindi love quotes in hindi very sad love quotes in hindi silence quotes

8 Love

#lifeisunpredictable #thoughfulness #perserverance #wishes #Stars  In the velvety embrace of night, where stars paint the heavens with their twinkling dreams, a lone figure stood on the edge of possibility. With every step forward, he etched his path across the celestial canvas, guided only by the quiet whispers of perseverance.
Through countless nights, he reached for the stars that seemed just beyond his grasp, their distant glow a beacon of hope in the darkness. Each failure became a stepping stone, each setback a lesson learned under the watchful eyes of the night sky.

Time became an ally, shaping his resolve like a sculptor molds clay. He refused to yield to the shadows that threatened to engulf his spirit. With each passing night, his determination burned brighter than the stars themselves, a testament to the resilience of the human spirit.
And as dawn finally broke, painting the horizon in hues of promise, he stood among the stars he once gazed upon with longing. For he had learned that in the quiet depths of night, amidst the vastness of the universe, perseverance was not merely a journey, but a constellation guiding him towards his dreams.

©twisha ray

He ~ means here one of my friend who no more in this world when I was small like class 6 he had told me his dreams and then transfer but then heard suddenly left us her mother was our teacher #Stars #perserverance #lifeisunpredictable #thoughfulness

162 View

सबर थोड़ा कच्चा है मेरा तू यूंह पल पल ना अजमाया कर। ये दिल पहले से टूटा है तू इसे और न दुखाया कर। कोई मासूम ...यकीन कर लेगा तुझपे तू जूठी कसमें ना खाया कर। कमबख्त बहुत मुस्किल होता है तारों को गिनना। तू हमसे इन्हे रोज ना गिनवाया कर। रोज ना गिनवाया कर। ©abadplayer

#Starss #Pyar #Self #me  सबर थोड़ा कच्चा है मेरा
तू यूंह पल पल ना अजमाया कर।

ये दिल पहले से टूटा है
तू इसे और न दुखाया कर।

कोई मासूम ...यकीन कर लेगा तुझपे
तू जूठी कसमें ना खाया कर।

कमबख्त बहुत मुस्किल होता है तारों को गिनना।
तू हमसे इन्हे रोज ना गिनवाया कर।
रोज ना गिनवाया कर।

©abadplayer

#Starss #Love #Pyar #me #Self #me

14 Love

 मैं ध्रुव तारा बनकर तुम्हारे रास्ते को हमेशा उजागर करूँगी, 
पर क्या तुम मेरे मन के अंधेरे को कभी समझ पाओगे?
प्यार तो जालसाज़ी का कारोबार हो गया हैं आजकल, 
पर क्या तुम ध्रुव तारा साथ देखने तक मेरा साथ निभाओगे।

©Radha Pandey

मैं ध्रुव तारा बनकर तुम्हारे रास्ते को हमेशा उजागर करूँगी, पर क्या तुम मेरे मन के अंधेरे को कभी समझ पाओगे? प्यार तो जालसाज़ी का कारोबार हो गया हैं आजकल, पर क्या तुम ध्रुव तारा साथ देखने तक मेरा साथ निभाओगे। ©Radha Pandey

162 View

Trending Topic