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जब मेरे कदमों के नीचे राह भटक रही थी,मंज़िल ने ख़ुद अपना पता मुझसे पूछा था।"
दर्द यूँ बार-बार होता है सब्र करना बे-कार होता है होठ दोनों के चुप ही रहते हैं पर आँखों में इश्तिहार होता है ©Ghumnam Gautam
Ghumnam Gautam
12 Love
है हुनर हाथ में,छेनी है, हथौड़ा भी है उसपे फ़ुरसत है,चलो! ख़ुद को तराशा जाए ©Ghumnam Gautam
10 Love
White टूटकर चाहा जिसे उसको बताया ही नहीं ग़ैर उससे होके जाना बुज़दिली क्या चीज़ है हम अँधेरों में सिमटकर घुट के मर जाते मगर जुगनुओं ने ये बताया― रोशनी क्या चीज़ है ©Ghumnam Gautam
16 Love
White आप न जाने आपको, जग भर का पर ज्ञान क्या होना था क्या हुआ, धरती पर इनसान! ©Ghumnam Gautam
13 Love
एक उसकी दीद को ही हम होश में आए थे मगर आँखें खुलतीं,इसके पहले वो उठके चला गया ©Ghumnam Gautam
White कुछ दिनों से है मेरे दिल का दिमाग ख़राब हर घड़ी बस तेरे ही बारे में सोचे है ©Ghumnam Gautam
9 Love
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