सपनों का शहर,
मन में इच्छा दौड़ती,
आशा की किरण,
बस के आगे बढ़ती।
आकाश नीला,
धरती को गले लगाये,
स्वर्णिम भविष्य,
हर दिन नया दिखाये।
चाँदनी रातें,
संयम का पहिया घूमे,
vishwaas रहे सदा,
हर मंजिल हम चूमे।
फूलों की महक,
मन को छू जाए जब-जब,
आशा का साथ नहीं छोड़े कभी हमारा साथ।
©broken heart(analystprakram)
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