अतीत बदला नहीं जा सकता मगर
गुमशुम सी रहती थी वो
रहती थी मानो
खुद मेँ ही सीमटी सी
खुद से ही शरमायी सी
ना कुछ कहती थी
ना खुश रहती थी
उसकी जिँदगी मेँ कहीँ
#lonely अब तो डर लगता है शादी से,
पहले शादी बर्बादी होता था
बस कहने के लिए,
अब तो सच में सुनकर किस्से
डर लग रहा है की
कहीं अपने पैर पर कुल्हाड़ी
ना मार लू..!
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