उ से देखा नहीं कभी मैंने बस बातों से इश्क है यू बातें भी नहीं होती हमारी रोजाना उस खामोशी में इश्क है यूं तो मुलाकात नहीं हुई आमने-सामने उसकी सीरत से इश्क.
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