दूरियां काफी है ना? तेरा अर्श (sky) बन तेरे शहर में आऊं तो चलेगा क्या? तू रात भर मुझे सोचता है , मैं कभी चांद बन तेरी खिड़की पर आऊं तो चलेगा क्या? ये दिल दि.
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