अनसुना सा ये शब्द , हमने सुना पहली बार अचानक आये मुसिबते, बिखरा दिये कईं घर तकलीफ उनकों नही, जिनको है किस्मत का शुक्रगुज़ार जिन्दा लास तो वो है, जो अब बने हैं.
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