If you would be a teacher. Why ? Why not? मन में सोचने से ही मंजिल पूरी नहीं होती,जो सोच है उसे पूरा भी करें ।।जिस वक्त मुझे अपनी मंजिल की तलाश थी कुछ आगे बढ़ने की उस वक्त फैसला लेना ऐसा लग रहा था क्या करूं।एक तरफ थी अपनी पढ़ाई और दूसरी तरफ पढ़ाई के बाद एक अच्छी जॉब ।। पर समय के साथ हां या ना फैसला लेना जीवन के रास्ते बदल देते है,आज के दिन31 जुलाई मेरी जॉब की शुरुवात हुई आज पूरे 11वर्ष पूरे हो गए कैसे बीत गया समय का पता नहीं चल रहा । जो भी फैसला हो सोच के लेना चाहिए।अपनी कर्तव्य को ईमानदारी से निभाते हुए ऐसे ही जीवन में आगे बढ़ते रहूं।मेरे सभी मार्गदर्शक , पथ प्रदर्शक दोस्तों, गुरुजनों मेरे माता पिता सभी का आशीर्वाद हमेशा बनी रहें।
©s painkra
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