tags

New tales the world radiant mythology Status, Photo, Video

Find the latest Status about tales the world radiant mythology from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about tales the world radiant mythology.

  • Latest
  • Popular
  • Video

भक्त कोई हनुमान जैसा नहीं जगत में, प्रभु को राम जैसा नहीं जगत में भक्त, हनुमान् सदृशः कोऽपि लोके नास्ति, जगति भगवान् राम सदृशः कोऽपि नास्ति। There is no devotee like Hanuman in the world, there is no God like Ram in the world Jai Shri Ram Dhanyavaad Har Har Mahadev ©Mohan raj

#Bhakti  भक्त कोई हनुमान जैसा नहीं जगत में, प्रभु को राम जैसा नहीं जगत में
भक्त, हनुमान् सदृशः कोऽपि लोके नास्ति, जगति भगवान् राम सदृशः कोऽपि नास्ति।
There is no devotee like Hanuman in the world, there is no God like Ram in the world
Jai Shri Ram 
Dhanyavaad Har Har Mahadev

©Mohan raj

#Life Lessons Bhakti There is no devotee like Hanuman in the world, there is no God like Ram in the world

15 Love

THE WORLD IS YOURS. ©Arpan Mukherjee

#Quotes  THE WORLD IS YOURS.

©Arpan Mukherjee

the world is yours

9 Love

#Motivational

The walk before and after becoming world Champion!

54 View

White FLYING ON THE WORLD ©Kalayanapu Pradeep Kumar

#sad_quotes #world  White FLYING ON THE WORLD

©Kalayanapu Pradeep Kumar

#sad_quotes world #world

11 Love

कुरुक्षेत्र की धरा पर, रण का उन्माद था, दोनों ओर खड़े, अपनों का संवाद था। धनुष उठाए वीर अर्जुन, किंतु व्याकुल मन, सामने खड़ा कुल-परिवार, और प्रियजन। व्यूह में थे गुरु द्रोण, आशीष जिनसे पाया, भीष्म पितामह खड़े, जिन्होंने धर्म सिखाया। मातुल शकुनि, सखा दुर्योधन का दंभ, किंतु कौरवों के संग, सत्य का कहाँ था पंथ? पांडवों के साथ थे, धर्म का साथ निभाना, पर अपनों को हानि पहुँचा, क्या धर्म कहलाना? जिनसे बचपन के सुखद क्षण बिताए, आज उन्हीं पर बाण चलाने को उठाए। "हे कृष्ण! यह कैसी विकट घड़ी आई, जब अपनों को मारने की आज्ञा मुझे दिलाई। क्या सत्य-असत्य का भेद इतना गहरा, जो मुझे अपनों का ही रक्त बहाए कह रहा?" अर्जुन के मन में यह विषाद का सवाल, धर्म और कर्तव्य का बना था जंजाल। कृष्ण मुस्काए, बोले प्रेम और करुणा से, "जो सत्य का संग दे, वही विजय का आस है। हे पार्थ, कर्म करो, न फल की सोच रखो, धर्म की रेखा पर, अपना मनोबल सखो। यह युद्ध नहीं, यह धर्म का निर्णय है, तुम्हारा उद्देश्य बस सत्य का उद्गम है। ©Avinash Jha

#aeastheticthoughtes #संशय #Mahabharat #Krishna  कुरुक्षेत्र की धरा पर, रण का उन्माद था,
दोनों ओर खड़े, अपनों का संवाद था।
धनुष उठाए वीर अर्जुन, किंतु व्याकुल मन,
सामने खड़ा कुल-परिवार, और प्रियजन।

व्यूह में थे गुरु द्रोण, आशीष जिनसे पाया,
भीष्म पितामह खड़े, जिन्होंने धर्म सिखाया।
मातुल शकुनि, सखा दुर्योधन का दंभ,
किंतु कौरवों के संग, सत्य का कहाँ था पंथ?

पांडवों के साथ थे, धर्म का साथ निभाना,
पर अपनों को हानि पहुँचा, क्या धर्म कहलाना?
जिनसे बचपन के सुखद क्षण बिताए,
आज उन्हीं पर बाण चलाने को उठाए।

"हे कृष्ण! यह कैसी विकट घड़ी आई,
जब अपनों को मारने की आज्ञा मुझे दिलाई।
क्या सत्य-असत्य का भेद इतना गहरा,
जो मुझे अपनों का ही रक्त बहाए कह रहा?"

अर्जुन के मन में यह विषाद का सवाल,
धर्म और कर्तव्य का बना था जंजाल।
कृष्ण मुस्काए, बोले प्रेम और करुणा से,
"जो सत्य का संग दे, वही विजय का आस है।

हे पार्थ, कर्म करो, न फल की सोच रखो,
धर्म की रेखा पर, अपना मनोबल सखो।
यह युद्ध नहीं, यह धर्म का निर्णय है,
तुम्हारा उद्देश्य बस सत्य का उद्गम है।

©Avinash Jha

White Aarif ahmad मैने हर हाल में लोगों का दिल रखा कोई पागल भी बनाएं तो बन जाते हैं ©Aarif Ahmad

#मोटिवेशनल #International_Day_Of_Peace #tag  White Aarif ahmad 





















                  
मैने हर हाल में लोगों का दिल रखा कोई पागल भी बनाएं तो बन जाते हैं

©Aarif Ahmad

#International_Day_Of_Peace#tag best shayri in the world 🌎

8 Love

भक्त कोई हनुमान जैसा नहीं जगत में, प्रभु को राम जैसा नहीं जगत में भक्त, हनुमान् सदृशः कोऽपि लोके नास्ति, जगति भगवान् राम सदृशः कोऽपि नास्ति। There is no devotee like Hanuman in the world, there is no God like Ram in the world Jai Shri Ram Dhanyavaad Har Har Mahadev ©Mohan raj

#Bhakti  भक्त कोई हनुमान जैसा नहीं जगत में, प्रभु को राम जैसा नहीं जगत में
भक्त, हनुमान् सदृशः कोऽपि लोके नास्ति, जगति भगवान् राम सदृशः कोऽपि नास्ति।
There is no devotee like Hanuman in the world, there is no God like Ram in the world
Jai Shri Ram 
Dhanyavaad Har Har Mahadev

©Mohan raj

#Life Lessons Bhakti There is no devotee like Hanuman in the world, there is no God like Ram in the world

15 Love

THE WORLD IS YOURS. ©Arpan Mukherjee

#Quotes  THE WORLD IS YOURS.

©Arpan Mukherjee

the world is yours

9 Love

#Motivational

The walk before and after becoming world Champion!

54 View

White FLYING ON THE WORLD ©Kalayanapu Pradeep Kumar

#sad_quotes #world  White FLYING ON THE WORLD

©Kalayanapu Pradeep Kumar

#sad_quotes world #world

11 Love

कुरुक्षेत्र की धरा पर, रण का उन्माद था, दोनों ओर खड़े, अपनों का संवाद था। धनुष उठाए वीर अर्जुन, किंतु व्याकुल मन, सामने खड़ा कुल-परिवार, और प्रियजन। व्यूह में थे गुरु द्रोण, आशीष जिनसे पाया, भीष्म पितामह खड़े, जिन्होंने धर्म सिखाया। मातुल शकुनि, सखा दुर्योधन का दंभ, किंतु कौरवों के संग, सत्य का कहाँ था पंथ? पांडवों के साथ थे, धर्म का साथ निभाना, पर अपनों को हानि पहुँचा, क्या धर्म कहलाना? जिनसे बचपन के सुखद क्षण बिताए, आज उन्हीं पर बाण चलाने को उठाए। "हे कृष्ण! यह कैसी विकट घड़ी आई, जब अपनों को मारने की आज्ञा मुझे दिलाई। क्या सत्य-असत्य का भेद इतना गहरा, जो मुझे अपनों का ही रक्त बहाए कह रहा?" अर्जुन के मन में यह विषाद का सवाल, धर्म और कर्तव्य का बना था जंजाल। कृष्ण मुस्काए, बोले प्रेम और करुणा से, "जो सत्य का संग दे, वही विजय का आस है। हे पार्थ, कर्म करो, न फल की सोच रखो, धर्म की रेखा पर, अपना मनोबल सखो। यह युद्ध नहीं, यह धर्म का निर्णय है, तुम्हारा उद्देश्य बस सत्य का उद्गम है। ©Avinash Jha

#aeastheticthoughtes #संशय #Mahabharat #Krishna  कुरुक्षेत्र की धरा पर, रण का उन्माद था,
दोनों ओर खड़े, अपनों का संवाद था।
धनुष उठाए वीर अर्जुन, किंतु व्याकुल मन,
सामने खड़ा कुल-परिवार, और प्रियजन।

व्यूह में थे गुरु द्रोण, आशीष जिनसे पाया,
भीष्म पितामह खड़े, जिन्होंने धर्म सिखाया।
मातुल शकुनि, सखा दुर्योधन का दंभ,
किंतु कौरवों के संग, सत्य का कहाँ था पंथ?

पांडवों के साथ थे, धर्म का साथ निभाना,
पर अपनों को हानि पहुँचा, क्या धर्म कहलाना?
जिनसे बचपन के सुखद क्षण बिताए,
आज उन्हीं पर बाण चलाने को उठाए।

"हे कृष्ण! यह कैसी विकट घड़ी आई,
जब अपनों को मारने की आज्ञा मुझे दिलाई।
क्या सत्य-असत्य का भेद इतना गहरा,
जो मुझे अपनों का ही रक्त बहाए कह रहा?"

अर्जुन के मन में यह विषाद का सवाल,
धर्म और कर्तव्य का बना था जंजाल।
कृष्ण मुस्काए, बोले प्रेम और करुणा से,
"जो सत्य का संग दे, वही विजय का आस है।

हे पार्थ, कर्म करो, न फल की सोच रखो,
धर्म की रेखा पर, अपना मनोबल सखो।
यह युद्ध नहीं, यह धर्म का निर्णय है,
तुम्हारा उद्देश्य बस सत्य का उद्गम है।

©Avinash Jha

White Aarif ahmad मैने हर हाल में लोगों का दिल रखा कोई पागल भी बनाएं तो बन जाते हैं ©Aarif Ahmad

#मोटिवेशनल #International_Day_Of_Peace #tag  White Aarif ahmad 





















                  
मैने हर हाल में लोगों का दिल रखा कोई पागल भी बनाएं तो बन जाते हैं

©Aarif Ahmad

#International_Day_Of_Peace#tag best shayri in the world 🌎

8 Love

Trending Topic