tags

New allama iqbal poetry in hindi Status, Photo, Video

Find the latest Status about allama iqbal poetry in hindi from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about allama iqbal poetry in hindi.

  • Latest
  • Popular
  • Video

जीवन सजीव,सुखद गतिशील,क्रियाशील,दीर्घायु प्राणयुक्त,जीवनरेखा,जीवनपर्यंत,चेतनापूर्ण व्यतीत,समर्पित,संघर्षी जीवंत,सुखमय प्राण। मृत्यु भयावह,विकराल मारक,नाशक,नष्टकर अंत,विराम,काल हंता,अवरोधक,प्राणांत,निधन दमघोंटू,दुखद मौत। ©Bharat Bhushan pathak

 जीवन
सजीव,सुखद
गतिशील,क्रियाशील,दीर्घायु
प्राणयुक्त,जीवनरेखा,जीवनपर्यंत,चेतनापूर्ण
व्यतीत,समर्पित,संघर्षी
जीवंत,सुखमय
प्राण।

मृत्यु
भयावह,विकराल
मारक,नाशक,नष्टकर
अंत,विराम,काल
हंता,अवरोधक,प्राणांत,निधन
दमघोंटू,दुखद
मौत।

©Bharat Bhushan pathak

love poetry in hindi poetry lovers hindi poetry poetry in hindi poetry quotes

17 Love

खेल कबड्डी सर्दी यारों,बुलवाती हर्दी-गुर्दी। हाय ठिठुर कर रातें बीती,कैसी ये गुण्डागर्दी।। दिन की लघुता करे बेचैन ,ठण्ड फोड़ती रह-रह बम। रोज सवेरे भागादौड़ी,बजकर घड़ी निकाले दम।। सोने की जब भी हो इच्छा,लेती तब ठण्ड परीक्षा। रोज सवेरे उठकर हरदम,देनी होती है शिक्षा।। सोच यही मैं लौटूँ हरदम,न अभी जी रात हुई है। सो सकूँगा अभी जी भर कर, बस ये शुरुआत हुई है। ना जाने फिर क्या हो जाता,दिन ही छोटा हो जाता। दिन की लघुता करे बेचैन,मन ये बस कहता जाता।। ©Bharat Bhushan pathak

 खेल कबड्डी सर्दी यारों,बुलवाती हर्दी-गुर्दी।
हाय ठिठुर कर रातें बीती,कैसी ये गुण्डागर्दी।।
दिन की लघुता करे बेचैन ,ठण्ड फोड़ती रह-रह बम।
रोज सवेरे भागादौड़ी,बजकर घड़ी निकाले दम।।
सोने की जब भी हो इच्छा,लेती तब ठण्ड परीक्षा।
रोज सवेरे उठकर हरदम,देनी होती है शिक्षा।।
सोच यही मैं लौटूँ हरदम,न अभी जी रात हुई है।
सो सकूँगा अभी जी भर कर,  बस ये शुरुआत हुई है।
ना जाने फिर क्या हो जाता,दिन ही छोटा हो जाता।
दिन की लघुता करे बेचैन,मन ये बस कहता जाता।।

©Bharat Bhushan pathak

hindi poetry on life hindi poetry poetry in hindi poetry love poetry in hindi

11 Love

hindi poetry hindi poetry on life love poetry in hindi poetry poetry in hindi

180 View

बड़ा ही सुहाना है यह दिन‌, पल और छिन आया है आज फिर से मेरे यार का जन्मदिन मैं अकेला क्या करता इस जहां में तेरे बिन मुझको मुबारक होना चाहिए तेरा जन्मदिन ©_बेखबर

#BirthDay  बड़ा ही  सुहाना है  यह दिन‌, पल और छिन
आया है आज फिर से मेरे यार का जन्मदिन 

मैं अकेला क्या करता इस  जहां में तेरे बिन 
मुझको मुबारक होना चाहिए तेरा जन्मदिन

©_बेखबर

#BirthDay poetry love poetry in hindi poetry lovers poetry in hindi hindi poetry

14 Love

जीवन सजीव,सुखद गतिशील,क्रियाशील,दीर्घायु प्राणयुक्त,जीवनरेखा,जीवनपर्यंत,चेतनापूर्ण व्यतीत,समर्पित,संघर्षी जीवंत,सुखमय प्राण। मृत्यु भयावह,विकराल मारक,नाशक,नष्टकर अंत,विराम,काल हंता,अवरोधक,प्राणांत,निधन दमघोंटू,दुखद मौत। ©Bharat Bhushan pathak

 जीवन
सजीव,सुखद
गतिशील,क्रियाशील,दीर्घायु
प्राणयुक्त,जीवनरेखा,जीवनपर्यंत,चेतनापूर्ण
व्यतीत,समर्पित,संघर्षी
जीवंत,सुखमय
प्राण।

मृत्यु
भयावह,विकराल
मारक,नाशक,नष्टकर
अंत,विराम,काल
हंता,अवरोधक,प्राणांत,निधन
दमघोंटू,दुखद
मौत।

©Bharat Bhushan pathak

love poetry in hindi poetry lovers hindi poetry poetry in hindi poetry quotes

17 Love

खेल कबड्डी सर्दी यारों,बुलवाती हर्दी-गुर्दी। हाय ठिठुर कर रातें बीती,कैसी ये गुण्डागर्दी।। दिन की लघुता करे बेचैन ,ठण्ड फोड़ती रह-रह बम। रोज सवेरे भागादौड़ी,बजकर घड़ी निकाले दम।। सोने की जब भी हो इच्छा,लेती तब ठण्ड परीक्षा। रोज सवेरे उठकर हरदम,देनी होती है शिक्षा।। सोच यही मैं लौटूँ हरदम,न अभी जी रात हुई है। सो सकूँगा अभी जी भर कर, बस ये शुरुआत हुई है। ना जाने फिर क्या हो जाता,दिन ही छोटा हो जाता। दिन की लघुता करे बेचैन,मन ये बस कहता जाता।। ©Bharat Bhushan pathak

 खेल कबड्डी सर्दी यारों,बुलवाती हर्दी-गुर्दी।
हाय ठिठुर कर रातें बीती,कैसी ये गुण्डागर्दी।।
दिन की लघुता करे बेचैन ,ठण्ड फोड़ती रह-रह बम।
रोज सवेरे भागादौड़ी,बजकर घड़ी निकाले दम।।
सोने की जब भी हो इच्छा,लेती तब ठण्ड परीक्षा।
रोज सवेरे उठकर हरदम,देनी होती है शिक्षा।।
सोच यही मैं लौटूँ हरदम,न अभी जी रात हुई है।
सो सकूँगा अभी जी भर कर,  बस ये शुरुआत हुई है।
ना जाने फिर क्या हो जाता,दिन ही छोटा हो जाता।
दिन की लघुता करे बेचैन,मन ये बस कहता जाता।।

©Bharat Bhushan pathak

hindi poetry on life hindi poetry poetry in hindi poetry love poetry in hindi

11 Love

hindi poetry hindi poetry on life love poetry in hindi poetry poetry in hindi

180 View

बड़ा ही सुहाना है यह दिन‌, पल और छिन आया है आज फिर से मेरे यार का जन्मदिन मैं अकेला क्या करता इस जहां में तेरे बिन मुझको मुबारक होना चाहिए तेरा जन्मदिन ©_बेखबर

#BirthDay  बड़ा ही  सुहाना है  यह दिन‌, पल और छिन
आया है आज फिर से मेरे यार का जन्मदिन 

मैं अकेला क्या करता इस  जहां में तेरे बिन 
मुझको मुबारक होना चाहिए तेरा जन्मदिन

©_बेखबर

#BirthDay poetry love poetry in hindi poetry lovers poetry in hindi hindi poetry

14 Love

Trending Topic