White इस मुहब्बत क़े ज़ज़्बे कभी भी, ज़माने में कम नहीं होंगे
बस वक़्त बीतनें दो, यहीं लोग इंसान बदलते मिलेंगे..!
यहाँ लोंगो को देखता हूँ आजकल, बहुत हसीं आती है
कहते है तुमबिन मर जायेंगे, अगले पल ही बदल जायेंगे..!
आज की तारीख में देखो,कसमों वादों का कोई मतलब है
जो जितनी अधिक कसमें खाये, वहीं झूठ बोलते मिलेंगे..!
मुहब्बत अब नहीं रहीं लोंगो क़े दरमियाँ, वो पहले जैसी
इक़ पल मिलते है,साथ साथ है,अलग अलग निकलेंगे.!
मुहब्बत में इंसान कभी इक़ दूजे से अलग ही नहीं होते
इसमें इक़ अनजानी अनदेखी डोर से हमेशा बधे मिलेंगे..!
मुहब्बत कोई ज़िस्मो की जरूरत नहीं है,अब क्या समझें
दूर दूर हो हमसफ़र, फ़िर भी लगेगा हम साथ साथ मरेंगे..!
मुहब्बत में वादों की गुंजाइश नहीं, निभाना होता है इसे
ईमानदारी से मौके जाया करके, हमेशा यें साथ साथ रहेंगे..!!
©Shreyansh Gaurav
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