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White बीता हुआ साल जरूर याद आएगा कौन क्या, कैसा था ये वक्त बहुत जरूर याद आएगा...।। ❤️💯💫 ©pooja salvi

#Free  White बीता हुआ साल जरूर याद आएगा कौन क्या,
 कैसा था ये वक्त बहुत जरूर याद आएगा...।।
❤️💯💫

©pooja salvi

#Free

9 Love

White jamaana wafadaar nahi to kya hua dhokhewaaz to apne hai ©kuldeep singh

#वीडियो #Free  White jamaana wafadaar nahi to kya hua dhokhewaaz to apne hai

©kuldeep singh

#Free

15 Love

White बेहतर है की कुछ नया सोचिए  पुराने ख्यालात में जीना  नया होने का विरोधाभास होगा! ©लेखक ओझा

#Motivational #Free  White बेहतर है की कुछ नया सोचिए 
पुराने ख्यालात में जीना 
नया होने का विरोधाभास होगा!

©लेखक ओझा

#Free

12 Love

White मेरे दिल का चांद अब किसी ओर के आंगन में चमकता है न जाने फिर भी यूं दिल उसी के लिए मचलता है ©Varun Vashisth

#शायरी #Free  White मेरे दिल का चांद अब किसी ओर के आंगन में चमकता है 
न जाने फिर भी यूं दिल उसी के लिए मचलता है

©Varun Vashisth

#Free

13 Love

White खुद से खुद का प्रतिशोध है खुद से खुद का विरोध है,, खुद ही खुद के विकास मे बने जा रहा गतिरोध है,, कहा जा रहा, क्यों जा रहा इस बात का कहा बोध है,, मेरी पहचान थी एकता की वह एकता बनी अब शोध है,, जिसने जैसा कहा वैसा सुना खुद को समझता अबोध है,, जरा जरा सी बात पर बिगडु मुझ पर सवार केसा क्रोध है,, खुद ही खुद का नुकसान करू इसका कहा अब आत्मबोध है,, खुद से खुद का खत्म करना अब मुझे तो प्रतिशोध है, सफलता बाह फैलाये ख़डी नव सवेरे का नव प्रबोध है,, सब को अपना बना चलु मन से मन को मिला चलु खुद से खुद का ये अनुरोध है.... 26-11-2024 ✍️नितिन कुवादे.... ©Nitin Kuvade

#कविता #Free  White खुद से खुद का प्रतिशोध है 
खुद से खुद का  विरोध है,,
खुद ही खुद के विकास मे 
बने  जा   रहा  गतिरोध  है,,
कहा जा रहा, क्यों जा रहा 
इस बात का कहा बोध है,,
मेरी पहचान थी एकता की 
वह एकता बनी अब शोध है,,
जिसने जैसा कहा वैसा सुना 
खुद को समझता अबोध है,,
जरा जरा सी बात पर बिगडु 
मुझ पर सवार केसा क्रोध है,,
खुद ही खुद का नुकसान करू 
इसका कहा अब आत्मबोध है,,
खुद से खुद का खत्म करना 
अब  मुझे  तो  प्रतिशोध है,
सफलता बाह फैलाये ख़डी
नव सवेरे का नव प्रबोध है,,
सब को अपना बना चलु 
मन से मन को मिला चलु
खुद से खुद का ये अनुरोध है....
26-11-2024
✍️नितिन कुवादे....

©Nitin Kuvade

#Free

16 Love

White दिन रात राहों पर  चलना पड़ता है  मेहनत की आग में  जलना पड़ता है  इतने पर भी  मंजिल नहीं मयस्सर  भाग्य से भी लड़ना पड़ता है  है मेहनत भी भाग्य भी फिर भी इंतजार  कई बार करना पड़ता है  अचानक से नहीं मिलती मौत भी हर रोज़ थोड़ा-थोड़ा  मरना पड़ता है ©_बेखबर

#poems  White दिन रात राहों पर 
चलना पड़ता है 
मेहनत की आग में 
जलना पड़ता है 
इतने पर भी 
मंजिल नहीं मयस्सर 
भाग्य से भी लड़ना पड़ता है 
है मेहनत भी भाग्य भी
फिर भी इंतजार 
कई बार करना पड़ता है 
अचानक से नहीं मिलती मौत भी
हर रोज़ थोड़ा-थोड़ा 
मरना पड़ता है

©_बेखबर

#poems

18 Love

White बीता हुआ साल जरूर याद आएगा कौन क्या, कैसा था ये वक्त बहुत जरूर याद आएगा...।। ❤️💯💫 ©pooja salvi

#Free  White बीता हुआ साल जरूर याद आएगा कौन क्या,
 कैसा था ये वक्त बहुत जरूर याद आएगा...।।
❤️💯💫

©pooja salvi

#Free

9 Love

White jamaana wafadaar nahi to kya hua dhokhewaaz to apne hai ©kuldeep singh

#वीडियो #Free  White jamaana wafadaar nahi to kya hua dhokhewaaz to apne hai

©kuldeep singh

#Free

15 Love

White बेहतर है की कुछ नया सोचिए  पुराने ख्यालात में जीना  नया होने का विरोधाभास होगा! ©लेखक ओझा

#Motivational #Free  White बेहतर है की कुछ नया सोचिए 
पुराने ख्यालात में जीना 
नया होने का विरोधाभास होगा!

©लेखक ओझा

#Free

12 Love

White मेरे दिल का चांद अब किसी ओर के आंगन में चमकता है न जाने फिर भी यूं दिल उसी के लिए मचलता है ©Varun Vashisth

#शायरी #Free  White मेरे दिल का चांद अब किसी ओर के आंगन में चमकता है 
न जाने फिर भी यूं दिल उसी के लिए मचलता है

©Varun Vashisth

#Free

13 Love

White खुद से खुद का प्रतिशोध है खुद से खुद का विरोध है,, खुद ही खुद के विकास मे बने जा रहा गतिरोध है,, कहा जा रहा, क्यों जा रहा इस बात का कहा बोध है,, मेरी पहचान थी एकता की वह एकता बनी अब शोध है,, जिसने जैसा कहा वैसा सुना खुद को समझता अबोध है,, जरा जरा सी बात पर बिगडु मुझ पर सवार केसा क्रोध है,, खुद ही खुद का नुकसान करू इसका कहा अब आत्मबोध है,, खुद से खुद का खत्म करना अब मुझे तो प्रतिशोध है, सफलता बाह फैलाये ख़डी नव सवेरे का नव प्रबोध है,, सब को अपना बना चलु मन से मन को मिला चलु खुद से खुद का ये अनुरोध है.... 26-11-2024 ✍️नितिन कुवादे.... ©Nitin Kuvade

#कविता #Free  White खुद से खुद का प्रतिशोध है 
खुद से खुद का  विरोध है,,
खुद ही खुद के विकास मे 
बने  जा   रहा  गतिरोध  है,,
कहा जा रहा, क्यों जा रहा 
इस बात का कहा बोध है,,
मेरी पहचान थी एकता की 
वह एकता बनी अब शोध है,,
जिसने जैसा कहा वैसा सुना 
खुद को समझता अबोध है,,
जरा जरा सी बात पर बिगडु 
मुझ पर सवार केसा क्रोध है,,
खुद ही खुद का नुकसान करू 
इसका कहा अब आत्मबोध है,,
खुद से खुद का खत्म करना 
अब  मुझे  तो  प्रतिशोध है,
सफलता बाह फैलाये ख़डी
नव सवेरे का नव प्रबोध है,,
सब को अपना बना चलु 
मन से मन को मिला चलु
खुद से खुद का ये अनुरोध है....
26-11-2024
✍️नितिन कुवादे....

©Nitin Kuvade

#Free

16 Love

White दिन रात राहों पर  चलना पड़ता है  मेहनत की आग में  जलना पड़ता है  इतने पर भी  मंजिल नहीं मयस्सर  भाग्य से भी लड़ना पड़ता है  है मेहनत भी भाग्य भी फिर भी इंतजार  कई बार करना पड़ता है  अचानक से नहीं मिलती मौत भी हर रोज़ थोड़ा-थोड़ा  मरना पड़ता है ©_बेखबर

#poems  White दिन रात राहों पर 
चलना पड़ता है 
मेहनत की आग में 
जलना पड़ता है 
इतने पर भी 
मंजिल नहीं मयस्सर 
भाग्य से भी लड़ना पड़ता है 
है मेहनत भी भाग्य भी
फिर भी इंतजार 
कई बार करना पड़ता है 
अचानक से नहीं मिलती मौत भी
हर रोज़ थोड़ा-थोड़ा 
मरना पड़ता है

©_बेखबर

#poems

18 Love

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