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New मुगलों की मातृभाषा क्या थी Status, Photo, Video

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ज़रा सी बात पे बिखर गए जो रिश्ते, कभी सोचो उन लम्हों की क़ीमत क्या थी। तुमने समझा नहीं मेरा हाल-ए-दिल, वरना हमारी मोहब्बत में शिकायत क्या थी। ©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर #शायरी  ज़रा सी बात पे बिखर गए जो रिश्ते,
कभी सोचो उन लम्हों की क़ीमत क्या थी।
तुमने समझा नहीं मेरा हाल-ए-दिल,
वरना हमारी मोहब्बत में शिकायत क्या थी।

©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर ज़रा सी बात पे बिखर गए जो रिश्ते, कभी सोचो उन लम्हों की क़ीमत क्या थी। तुमने समझा नहीं मेरा हाल-ए-दिल, वरना हमारी मोहब्बत में श

13 Love

#कॉमेडी

हिंदी कॉमेडीचाचा की वाइफ का नाम क्या है

135 View

#SAD

ऐसे लोगो की बारे में क्या बात करें

81 View

White ना वे हमें समझ बैठे हैं ना हम उन्हें समझ बैठे हैं उनकी मंजिल और थी हमारी मंजिल और थी बस गलती से एक नाव में हम दोनों सवार हो बैठे ©Himaani

#शायरी #sad_qoute  White ना वे हमें समझ बैठे हैं 
ना हम उन्हें समझ बैठे हैं 
उनकी मंजिल और थी 
हमारी मंजिल और थी
 बस गलती से एक नाव में 
हम दोनों सवार हो बैठे

©Himaani

#sad_qoute मंजिल दोनों की कुछ और थी शायरी लव रोमांटिक

20 Love

#emotional_sad_shayari

तेरे गुमसुम होने की वजह हूं क्या तेरे उदास चेहरे की सजा हूं क्या #emotional_sad_shayari #love

1,260 View

ज़ुबां कहे भी तो किसे सुनाए ग़म, जिस दिल ने जिया है, वही समझे कम। बेनिशान थी आरज़ू, मगर गहरी छाप छोड़ गई, ज़ुबां खामोश रही, मगर दास्तां बोल गई। दिल के अंदर एक कहानी दबी थी, जो न कह सका, वो नरगिस ने सुनाई थी। गहरी छाप थी मोहब्बत की, वक़्त ने छोड़ दी, ज़ुबां की खामोशी में सच्चाई खोल दी। दर्द को छिपाकर, दिल ने उसे सहा, जिसे कह न सका, वही आह में बहा। मौन की गहराई में, दिल की आवाज़ पाई, जो अल्फ़ाज़ न थे, वो खामोशी ने जताई। ©नवनीत ठाकुर

#शायरी #जुबां  ज़ुबां कहे भी तो किसे सुनाए ग़म,
जिस दिल ने जिया है, वही समझे कम।

बेनिशान थी आरज़ू, मगर गहरी छाप छोड़ गई,
ज़ुबां खामोश रही, मगर दास्तां बोल गई।

दिल के अंदर एक कहानी दबी थी,
जो न कह सका, वो नरगिस ने सुनाई थी।

गहरी छाप थी मोहब्बत की, वक़्त ने छोड़ दी,
ज़ुबां की खामोशी में सच्चाई खोल दी।

दर्द को छिपाकर, दिल ने उसे सहा,
जिसे कह न सका, वही आह में बहा।

मौन की गहराई में, दिल की आवाज़ पाई,
जो अल्फ़ाज़ न थे, वो खामोशी ने जताई।

©नवनीत ठाकुर

#जुबां खामोश थी

14 Love

ज़रा सी बात पे बिखर गए जो रिश्ते, कभी सोचो उन लम्हों की क़ीमत क्या थी। तुमने समझा नहीं मेरा हाल-ए-दिल, वरना हमारी मोहब्बत में शिकायत क्या थी। ©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर #शायरी  ज़रा सी बात पे बिखर गए जो रिश्ते,
कभी सोचो उन लम्हों की क़ीमत क्या थी।
तुमने समझा नहीं मेरा हाल-ए-दिल,
वरना हमारी मोहब्बत में शिकायत क्या थी।

©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर ज़रा सी बात पे बिखर गए जो रिश्ते, कभी सोचो उन लम्हों की क़ीमत क्या थी। तुमने समझा नहीं मेरा हाल-ए-दिल, वरना हमारी मोहब्बत में श

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#कॉमेडी

हिंदी कॉमेडीचाचा की वाइफ का नाम क्या है

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#SAD

ऐसे लोगो की बारे में क्या बात करें

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White ना वे हमें समझ बैठे हैं ना हम उन्हें समझ बैठे हैं उनकी मंजिल और थी हमारी मंजिल और थी बस गलती से एक नाव में हम दोनों सवार हो बैठे ©Himaani

#शायरी #sad_qoute  White ना वे हमें समझ बैठे हैं 
ना हम उन्हें समझ बैठे हैं 
उनकी मंजिल और थी 
हमारी मंजिल और थी
 बस गलती से एक नाव में 
हम दोनों सवार हो बैठे

©Himaani

#sad_qoute मंजिल दोनों की कुछ और थी शायरी लव रोमांटिक

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#emotional_sad_shayari

तेरे गुमसुम होने की वजह हूं क्या तेरे उदास चेहरे की सजा हूं क्या #emotional_sad_shayari #love

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ज़ुबां कहे भी तो किसे सुनाए ग़म, जिस दिल ने जिया है, वही समझे कम। बेनिशान थी आरज़ू, मगर गहरी छाप छोड़ गई, ज़ुबां खामोश रही, मगर दास्तां बोल गई। दिल के अंदर एक कहानी दबी थी, जो न कह सका, वो नरगिस ने सुनाई थी। गहरी छाप थी मोहब्बत की, वक़्त ने छोड़ दी, ज़ुबां की खामोशी में सच्चाई खोल दी। दर्द को छिपाकर, दिल ने उसे सहा, जिसे कह न सका, वही आह में बहा। मौन की गहराई में, दिल की आवाज़ पाई, जो अल्फ़ाज़ न थे, वो खामोशी ने जताई। ©नवनीत ठाकुर

#शायरी #जुबां  ज़ुबां कहे भी तो किसे सुनाए ग़म,
जिस दिल ने जिया है, वही समझे कम।

बेनिशान थी आरज़ू, मगर गहरी छाप छोड़ गई,
ज़ुबां खामोश रही, मगर दास्तां बोल गई।

दिल के अंदर एक कहानी दबी थी,
जो न कह सका, वो नरगिस ने सुनाई थी।

गहरी छाप थी मोहब्बत की, वक़्त ने छोड़ दी,
ज़ुबां की खामोशी में सच्चाई खोल दी।

दर्द को छिपाकर, दिल ने उसे सहा,
जिसे कह न सका, वही आह में बहा।

मौन की गहराई में, दिल की आवाज़ पाई,
जो अल्फ़ाज़ न थे, वो खामोशी ने जताई।

©नवनीत ठाकुर

#जुबां खामोश थी

14 Love

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