tags

New कैकेयी किसकी पुत्री थी Status, Photo, Video

Find the latest Status about कैकेयी किसकी पुत्री थी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about कैकेयी किसकी पुत्री थी.

  • Latest
  • Popular
  • Video

White 🧓वो मेरी नानी थी🧓 मेरे बचपन मेरी गर्मियों की वो राजधानी थी भूलती नहीं कांच की चूड़ी वो मीठी लोरी थी हर पाठ सिखाई वो ही तो घर की महारानी थी वो मेरी नानी थी ।।1।। परायों को अपनाती वो खुशियां अपनी देती थी वो झूठा गुस्सा करके धीरे से मिठाई खिलाती थी चेहरे पर झुर्री नहीं हां कान में थोड़ी परेशानी थी वो मेरी नानी थी ।।2।। बचपन गया आई जवानी बदली नहीं राजधानी थी साझा नहीं किया दर्द सादगी जानी पहचानी थी चली गई आज छोड़ के अब हर चीज बेगानी थी वो मेरी नानी थी ।।3।। "गुरु प्रशस्त"कहे साथ नहीं नानी उनकी यादें संजोना "वैभव"किस्मत वालों हो मां जैसे नानी का प्यार मिलना ©वैभव जैन

 White 🧓वो मेरी नानी थी🧓

मेरे बचपन मेरी गर्मियों की वो राजधानी थी
भूलती नहीं कांच की चूड़ी वो मीठी लोरी थी
हर पाठ सिखाई वो ही तो घर की महारानी थी
वो मेरी नानी थी ।।1।।

परायों को अपनाती वो खुशियां अपनी देती थी
वो झूठा गुस्सा करके धीरे से मिठाई खिलाती थी
चेहरे पर झुर्री नहीं हां कान में थोड़ी परेशानी थी
वो मेरी नानी थी ।।2।।

बचपन गया आई जवानी बदली नहीं राजधानी थी
साझा नहीं किया दर्द सादगी जानी पहचानी थी
चली गई आज छोड़ के अब हर चीज बेगानी थी
 वो मेरी नानी थी ।।3।।

"गुरु प्रशस्त"कहे साथ नहीं नानी उनकी यादें संजोना 
"वैभव"किस्मत वालों हो मां जैसे नानी का प्यार मिलना

©वैभव जैन

#वो मेरी नानी थी

14 Love

#Videos

किसकी बेटी है हिन्दी?

414 View

#beingoriginal #nojotohindi

किसकी महफ़िल, जिस जिसने #nojotohindi #beingoriginal

117 View

#वीडियो

एक लड़की थी

135 View

#matangiupadhyay #SAD

किसकी फीलिंग्स से मत खेलिए 🤔 #matangiupadhyay #Nojoto #Love #SAD

144 View

#कविता  थी एक दोस्त 
(दीपा )
*************
किसकी बात कर रही हो 
अरे यार दोस्त के बारे ऐसा नहीं कहते 
हा यही तो दुख हैँ 
अब दीपा नहीं रही...
सन्न थे ग्रुप के सभी दोस्त 
सहेलियां थे हम 
बचपन से जवानी तक 
साथ रहे है हम 
फिर अपनी दुनिया मे गुम 
रोज घर परिवार 
पुराने दिनों के किस्से कहानिया 
थोड़ी मस्ती और शरारत 
और फिर एक दिन डरा देने वाली 
खबर किसी ने लिखा 
पता है अपनी शैतान बीमार है 
वो बड़ी परेशानी मे है 
हम पांच सहेलियों मे से एक 
सबने दुआएं कि 
बोला यार तू घबराना मत 
हिम्मत रखना डार्लिंग!
तू तो हम सबकी जान है 
तुझे कुछ नहीं होगा 
लेकिन एक दर्द उभरा 
चंद दिन पहले लिखा नहीं डिअर 
अब मेरा समय करीब है 
और फिर एक सितम्बर 
आज़ ही के दिन
दीपा मेरी जान!
हम सबकी पावर हाउस 
हर बात पर मस्ती 
शरारत का कोई मौका नहीं छोड़ती 
नाम भी कितना सुंदर दीपा..
जिसकी जलना ही नियति थी 
याकायाक बुझ गयी...
दोस्त क़ो स्नेह भरा आलिंगन 
काश! हम सब साथ होते 
और एक बार फिर गले मिलते 
एक तस्वीर तेरी पसंद से खिचवाते 
हा! नियति ने मुझे तुमसे चंद दिन पहले मिलने का मौका दिया था 
मैं भाग्यशाली हूं..
अपने यार को मिल पाया 
तू जहाँ भी रहेगी दमकती रहेगी 
हा हम सारे दोस्त तुम्हे मिस करेँगे 
हा तुझे..मुझे अपने घर लाने का वादा अधूरा रहा गया 
माफ़ी चाहती हूं 
लेकिन तेरी हर बात न्यारी थी 
यार तू हमारी प्यारी दोस्त थी..सदा रहोगी 
मगर एक शिकायत ऊपर वाले से 
इतनी जल्दी भी क्या थी 
अभी तो दीपा क़ो 
काफ़ी कुछ सवारना था 
बाबू के जीवन मे उजाला भरना था 
ये तेरा न्याय ठीक नहीं..
और भगवान आपसे एक मिन्नत है 
मेरी ही नहीं हमारी जान क़ो अपने चरणों मे जगह देना 
बहुत प्यारी है वो हा बहुत प्यारी है
तुझे इस कदर लिखना अच्छा नहीं लगता और 
अब इतनी हिम्मत नहीं कि तुझे और लिख पाऊं...
अश्रुपूरित नयन, बेकल मन से तुझे नमन करती। हुँ 
🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🙏🙏🙏

©ranjit Kumar rathour

एक थी दोस्त (दीपा )

153 View

White 🧓वो मेरी नानी थी🧓 मेरे बचपन मेरी गर्मियों की वो राजधानी थी भूलती नहीं कांच की चूड़ी वो मीठी लोरी थी हर पाठ सिखाई वो ही तो घर की महारानी थी वो मेरी नानी थी ।।1।। परायों को अपनाती वो खुशियां अपनी देती थी वो झूठा गुस्सा करके धीरे से मिठाई खिलाती थी चेहरे पर झुर्री नहीं हां कान में थोड़ी परेशानी थी वो मेरी नानी थी ।।2।। बचपन गया आई जवानी बदली नहीं राजधानी थी साझा नहीं किया दर्द सादगी जानी पहचानी थी चली गई आज छोड़ के अब हर चीज बेगानी थी वो मेरी नानी थी ।।3।। "गुरु प्रशस्त"कहे साथ नहीं नानी उनकी यादें संजोना "वैभव"किस्मत वालों हो मां जैसे नानी का प्यार मिलना ©वैभव जैन

 White 🧓वो मेरी नानी थी🧓

मेरे बचपन मेरी गर्मियों की वो राजधानी थी
भूलती नहीं कांच की चूड़ी वो मीठी लोरी थी
हर पाठ सिखाई वो ही तो घर की महारानी थी
वो मेरी नानी थी ।।1।।

परायों को अपनाती वो खुशियां अपनी देती थी
वो झूठा गुस्सा करके धीरे से मिठाई खिलाती थी
चेहरे पर झुर्री नहीं हां कान में थोड़ी परेशानी थी
वो मेरी नानी थी ।।2।।

बचपन गया आई जवानी बदली नहीं राजधानी थी
साझा नहीं किया दर्द सादगी जानी पहचानी थी
चली गई आज छोड़ के अब हर चीज बेगानी थी
 वो मेरी नानी थी ।।3।।

"गुरु प्रशस्त"कहे साथ नहीं नानी उनकी यादें संजोना 
"वैभव"किस्मत वालों हो मां जैसे नानी का प्यार मिलना

©वैभव जैन

#वो मेरी नानी थी

14 Love

#Videos

किसकी बेटी है हिन्दी?

414 View

#beingoriginal #nojotohindi

किसकी महफ़िल, जिस जिसने #nojotohindi #beingoriginal

117 View

#वीडियो

एक लड़की थी

135 View

#matangiupadhyay #SAD

किसकी फीलिंग्स से मत खेलिए 🤔 #matangiupadhyay #Nojoto #Love #SAD

144 View

#कविता  थी एक दोस्त 
(दीपा )
*************
किसकी बात कर रही हो 
अरे यार दोस्त के बारे ऐसा नहीं कहते 
हा यही तो दुख हैँ 
अब दीपा नहीं रही...
सन्न थे ग्रुप के सभी दोस्त 
सहेलियां थे हम 
बचपन से जवानी तक 
साथ रहे है हम 
फिर अपनी दुनिया मे गुम 
रोज घर परिवार 
पुराने दिनों के किस्से कहानिया 
थोड़ी मस्ती और शरारत 
और फिर एक दिन डरा देने वाली 
खबर किसी ने लिखा 
पता है अपनी शैतान बीमार है 
वो बड़ी परेशानी मे है 
हम पांच सहेलियों मे से एक 
सबने दुआएं कि 
बोला यार तू घबराना मत 
हिम्मत रखना डार्लिंग!
तू तो हम सबकी जान है 
तुझे कुछ नहीं होगा 
लेकिन एक दर्द उभरा 
चंद दिन पहले लिखा नहीं डिअर 
अब मेरा समय करीब है 
और फिर एक सितम्बर 
आज़ ही के दिन
दीपा मेरी जान!
हम सबकी पावर हाउस 
हर बात पर मस्ती 
शरारत का कोई मौका नहीं छोड़ती 
नाम भी कितना सुंदर दीपा..
जिसकी जलना ही नियति थी 
याकायाक बुझ गयी...
दोस्त क़ो स्नेह भरा आलिंगन 
काश! हम सब साथ होते 
और एक बार फिर गले मिलते 
एक तस्वीर तेरी पसंद से खिचवाते 
हा! नियति ने मुझे तुमसे चंद दिन पहले मिलने का मौका दिया था 
मैं भाग्यशाली हूं..
अपने यार को मिल पाया 
तू जहाँ भी रहेगी दमकती रहेगी 
हा हम सारे दोस्त तुम्हे मिस करेँगे 
हा तुझे..मुझे अपने घर लाने का वादा अधूरा रहा गया 
माफ़ी चाहती हूं 
लेकिन तेरी हर बात न्यारी थी 
यार तू हमारी प्यारी दोस्त थी..सदा रहोगी 
मगर एक शिकायत ऊपर वाले से 
इतनी जल्दी भी क्या थी 
अभी तो दीपा क़ो 
काफ़ी कुछ सवारना था 
बाबू के जीवन मे उजाला भरना था 
ये तेरा न्याय ठीक नहीं..
और भगवान आपसे एक मिन्नत है 
मेरी ही नहीं हमारी जान क़ो अपने चरणों मे जगह देना 
बहुत प्यारी है वो हा बहुत प्यारी है
तुझे इस कदर लिखना अच्छा नहीं लगता और 
अब इतनी हिम्मत नहीं कि तुझे और लिख पाऊं...
अश्रुपूरित नयन, बेकल मन से तुझे नमन करती। हुँ 
🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🙏🙏🙏

©ranjit Kumar rathour

एक थी दोस्त (दीपा )

153 View

Trending Topic