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Unsplash "अपने" लफ़्ज़ों को सोच समझ कर बोला करिये क्योंकि, तुम्हारे घर पर नौकर है वो अपने घर का मालिक है.!! 🖤💯 ं ©Dil ki कहानियां.....

#शायरी #leafbook  Unsplash "अपने"

लफ़्ज़ों को सोच समझ कर बोला करिये
क्योंकि, तुम्हारे घर पर नौकर है वो अपने घर का 

मालिक है.!!
🖤💯


ं

©Dil ki कहानियां.....

#leafbook शायरी वीडियो 'दर्द भरी शायरी'

10 Love

White चारों तरफ अजीब आलम हादसों में पल रही है जिंदगी, फूलों के शक्ल में अंगारों पर चल रही है जिंदगी. आदमी खूंखार वहसी हो गए हैं इस जमाने में, दूध साँपों को पिलाकर खुद तड़प रही है जिंदगी. हमारी कौम ने जो बाग सींचे थे अपना लहू देकर, उन्हीं बाग के कलियों का मसलना देख रही है जिंदगी. उजड रहे हैं रोज गुलशन अब कोई नजारा न रहा, तलवारों खंजरों रूपी दरिंदों से लुट रही है जिंदगी. अब तो यातनाओं के अंधेरों में ही होता है सफर, लुट रही बहन-बेटियाँ असहाय बन गयी है जिंदगी. हर पल सहमी-सहमी है घर की आबरू बहन-बेटियाँ, हर तरफ हैवानियत का आलम नीलम ही रही है जिंदगी. चुभती है कविता ग़ज़ल सुनाने का न रहा अब हौसला, अब तो इस जंगल राज में कत्लगाह बन गयी है जिन्दगी. ©Deepubodhi

#शायरी #sad_quotes  White चारों तरफ अजीब आलम हादसों में पल रही है जिंदगी,
फूलों के शक्ल में अंगारों पर चल रही है जिंदगी.

आदमी खूंखार वहसी हो गए हैं इस जमाने में,
दूध साँपों को पिलाकर खुद तड़प रही है जिंदगी.

हमारी कौम ने जो बाग सींचे थे अपना लहू देकर,
उन्हीं बाग के कलियों का मसलना देख रही है जिंदगी.

उजड रहे हैं रोज गुलशन अब कोई नजारा न रहा,
तलवारों खंजरों रूपी दरिंदों से लुट रही है जिंदगी.

अब तो यातनाओं के अंधेरों में ही होता है सफर,
लुट रही बहन-बेटियाँ असहाय बन गयी है जिंदगी.

हर पल सहमी-सहमी है घर की आबरू बहन-बेटियाँ,
हर तरफ हैवानियत का आलम नीलम ही रही है जिंदगी.

चुभती है कविता ग़ज़ल सुनाने का न रहा अब हौसला,
अब तो इस जंगल राज में कत्लगाह बन गयी है जिन्दगी.

©Deepubodhi

#sad_quotes लव शायरी 'दर्द भरी शायरी' शायरी वीडियो

11 Love

White घर मे बैठे बैठे क्या करें चलो ब्रमांद कि सैर पर चलते है.. काम धाम तो कुछ है नहि हमारा मिलता हि नहि कहि से कुछ भी चलो आज रेत के दाने गिन लेते है ... बैठ जाते है यहि रेत के ढेर पर बिजनेश करने को पैसे कहां से आयेगे यहि सोचकर रोना आता है मुझे, कब तक ताकते रहेगे किसी दुसरे का मुंह चलो रेत को गीला करते है पानी डालकर..!! ©HARSHIT369

#शायरी #गम  White घर मे बैठे बैठे क्या करें
चलो ब्रमांद कि सैर पर चलते है..
काम धाम तो कुछ है नहि हमारा
मिलता हि नहि कहि से कुछ भी
चलो आज रेत के दाने गिन लेते है ...
बैठ जाते है यहि रेत के ढेर पर
बिजनेश करने को पैसे कहां से आयेगे
यहि सोचकर रोना आता है मुझे,
कब तक ताकते रहेगे किसी दुसरे का मुंह
चलो रेत को गीला करते है पानी डालकर..!!

©HARSHIT369

#गम भरी सायरी 'दर्द भरी शायरी'

13 Love

Unsplash "अपने" लफ़्ज़ों को सोच समझ कर बोला करिये क्योंकि, तुम्हारे घर पर नौकर है वो अपने घर का मालिक है.!! 🖤💯 ं ©Dil ki कहानियां.....

#शायरी #leafbook  Unsplash "अपने"

लफ़्ज़ों को सोच समझ कर बोला करिये
क्योंकि, तुम्हारे घर पर नौकर है वो अपने घर का 

मालिक है.!!
🖤💯


ं

©Dil ki कहानियां.....

#leafbook शायरी वीडियो 'दर्द भरी शायरी'

10 Love

White चारों तरफ अजीब आलम हादसों में पल रही है जिंदगी, फूलों के शक्ल में अंगारों पर चल रही है जिंदगी. आदमी खूंखार वहसी हो गए हैं इस जमाने में, दूध साँपों को पिलाकर खुद तड़प रही है जिंदगी. हमारी कौम ने जो बाग सींचे थे अपना लहू देकर, उन्हीं बाग के कलियों का मसलना देख रही है जिंदगी. उजड रहे हैं रोज गुलशन अब कोई नजारा न रहा, तलवारों खंजरों रूपी दरिंदों से लुट रही है जिंदगी. अब तो यातनाओं के अंधेरों में ही होता है सफर, लुट रही बहन-बेटियाँ असहाय बन गयी है जिंदगी. हर पल सहमी-सहमी है घर की आबरू बहन-बेटियाँ, हर तरफ हैवानियत का आलम नीलम ही रही है जिंदगी. चुभती है कविता ग़ज़ल सुनाने का न रहा अब हौसला, अब तो इस जंगल राज में कत्लगाह बन गयी है जिन्दगी. ©Deepubodhi

#शायरी #sad_quotes  White चारों तरफ अजीब आलम हादसों में पल रही है जिंदगी,
फूलों के शक्ल में अंगारों पर चल रही है जिंदगी.

आदमी खूंखार वहसी हो गए हैं इस जमाने में,
दूध साँपों को पिलाकर खुद तड़प रही है जिंदगी.

हमारी कौम ने जो बाग सींचे थे अपना लहू देकर,
उन्हीं बाग के कलियों का मसलना देख रही है जिंदगी.

उजड रहे हैं रोज गुलशन अब कोई नजारा न रहा,
तलवारों खंजरों रूपी दरिंदों से लुट रही है जिंदगी.

अब तो यातनाओं के अंधेरों में ही होता है सफर,
लुट रही बहन-बेटियाँ असहाय बन गयी है जिंदगी.

हर पल सहमी-सहमी है घर की आबरू बहन-बेटियाँ,
हर तरफ हैवानियत का आलम नीलम ही रही है जिंदगी.

चुभती है कविता ग़ज़ल सुनाने का न रहा अब हौसला,
अब तो इस जंगल राज में कत्लगाह बन गयी है जिन्दगी.

©Deepubodhi

#sad_quotes लव शायरी 'दर्द भरी शायरी' शायरी वीडियो

11 Love

White घर मे बैठे बैठे क्या करें चलो ब्रमांद कि सैर पर चलते है.. काम धाम तो कुछ है नहि हमारा मिलता हि नहि कहि से कुछ भी चलो आज रेत के दाने गिन लेते है ... बैठ जाते है यहि रेत के ढेर पर बिजनेश करने को पैसे कहां से आयेगे यहि सोचकर रोना आता है मुझे, कब तक ताकते रहेगे किसी दुसरे का मुंह चलो रेत को गीला करते है पानी डालकर..!! ©HARSHIT369

#शायरी #गम  White घर मे बैठे बैठे क्या करें
चलो ब्रमांद कि सैर पर चलते है..
काम धाम तो कुछ है नहि हमारा
मिलता हि नहि कहि से कुछ भी
चलो आज रेत के दाने गिन लेते है ...
बैठ जाते है यहि रेत के ढेर पर
बिजनेश करने को पैसे कहां से आयेगे
यहि सोचकर रोना आता है मुझे,
कब तक ताकते रहेगे किसी दुसरे का मुंह
चलो रेत को गीला करते है पानी डालकर..!!

©HARSHIT369

#गम भरी सायरी 'दर्द भरी शायरी'

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