White [दुनियां]
पर्दों में वो पर्दा पोश रहे,
ग़र वो पर्दा हटा ले तो किसे होश रहे!
ये मेरा सीधा पन नहीं है तो और क्या है,
जिसको भी चाहा वही वक़्त पर फरामोश रहे!
हम न बदलेंगे ये वादा था हमारा,
और बदले हमारे दोस्त ! हम खामोश रहे!
हर एक की फ़ितरत से तो हम वाकिफ़ रहे,
और वो हमें पागल ही समझे,मगर हम ख़ामोश रहे!
तेरा ही करम है कि झुकने नहीं देता है ये सर मेरा,
वर्ना लोगों को अपनी औक़ात का कंहा अब होश रहे!
बात "परवेज़" तू चाहे कुछ भी कहे,
ये दुनियां है यहाँ कईं एहसान फ़रामोश रहे!
©Written By PammiG
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