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New पराए रूठे यार रूठे ना Status, Photo, Video

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बहुत हुए बीते जमाने में पिछले दो दिनों में शरीक एक दोस्त के घर जाकर लगा जिंदगी बदलती है तारीख । शहर के कोलाहल से दूर एक बड़ा मनोरम सा घर बाग-बगीचे,पेड़, झूले और फ़व्वारे स्वागत को आतुर। अन्दर बड़ा सा विशाल कक्ष जिसकी सुविधाएं अति मोहक इस में बना गुरु का आसन कर देता सबका धार्मिक रुख। ना‌ कोई दिखावा ना अंहकार बाशिंदे करते एक दूजे से प्यार मिलकर उनसे यों लगता जैसे यही है प्राकृतिक सा सदाचार। घर से सब खुश होकर जायें कहते हैं यही है हमारा उपहार साधारण होकर भी कितना खास निकला मेरा यार जमीनी सरदार।। ©Mohan Sardarshahari

#कविता  बहुत हुए बीते जमाने में 
पिछले दो दिनों में शरीक 
एक दोस्त के घर जाकर लगा
जिंदगी बदलती है तारीख ।
शहर के कोलाहल से दूर 
एक बड़ा मनोरम सा घर
बाग-बगीचे,पेड़, झूले और
फ़व्वारे स्वागत को आतुर।
अन्दर बड़ा सा विशाल कक्ष
जिसकी सुविधाएं अति मोहक
इस में बना गुरु का आसन
कर देता सबका धार्मिक रुख।
ना‌ कोई दिखावा ना अंहकार 
बाशिंदे करते एक दूजे से प्यार
मिलकर उनसे यों लगता जैसे 
यही है प्राकृतिक सा सदाचार।
घर से सब खुश होकर जायें 
कहते हैं यही है हमारा उपहार 
साधारण होकर भी कितना खास
निकला मेरा यार जमीनी सरदार।।

©Mohan Sardarshahari

मेरा यार

18 Love

हम ऐसे भी क्या पराए हुए एक नजर आपने मुड़कर नहीं देखा ©SarkaR

#शायरी #पराए  हम ऐसे भी क्या पराए हुए
एक नजर आपने मुड़कर नहीं देखा

©SarkaR
#शायरी  

सभी यार को  तुम गले से लगा लो, 
अँधेरा अगर हो शमा तुम जला लो। 

इश्क़ में तुम  न दिल तोड़ों किसी का, 
खुदी को लुटा कर सनम को मना लो।

©अनिल कसेर "उजाला"

यार

90 View

 ###########

©kavi Dinesh kumar

#पुराने यार

126 View

बहुत हुए बीते जमाने में पिछले दो दिनों में शरीक एक दोस्त के घर जाकर लगा जिंदगी बदलती है तारीख । शहर के कोलाहल से दूर एक बड़ा मनोरम सा घर बाग-बगीचे,पेड़, झूले और फ़व्वारे स्वागत को आतुर। अन्दर बड़ा सा विशाल कक्ष जिसकी सुविधाएं अति मोहक इस में बना गुरु का आसन कर देता सबका धार्मिक रुख। ना‌ कोई दिखावा ना अंहकार बाशिंदे करते एक दूजे से प्यार मिलकर उनसे यों लगता जैसे यही है प्राकृतिक सा सदाचार। घर से सब खुश होकर जायें कहते हैं यही है हमारा उपहार साधारण होकर भी कितना खास निकला मेरा यार जमीनी सरदार।। ©Mohan Sardarshahari

#कविता  बहुत हुए बीते जमाने में 
पिछले दो दिनों में शरीक 
एक दोस्त के घर जाकर लगा
जिंदगी बदलती है तारीख ।
शहर के कोलाहल से दूर 
एक बड़ा मनोरम सा घर
बाग-बगीचे,पेड़, झूले और
फ़व्वारे स्वागत को आतुर।
अन्दर बड़ा सा विशाल कक्ष
जिसकी सुविधाएं अति मोहक
इस में बना गुरु का आसन
कर देता सबका धार्मिक रुख।
ना‌ कोई दिखावा ना अंहकार 
बाशिंदे करते एक दूजे से प्यार
मिलकर उनसे यों लगता जैसे 
यही है प्राकृतिक सा सदाचार।
घर से सब खुश होकर जायें 
कहते हैं यही है हमारा उपहार 
साधारण होकर भी कितना खास
निकला मेरा यार जमीनी सरदार।।

©Mohan Sardarshahari

मेरा यार

18 Love

हम ऐसे भी क्या पराए हुए एक नजर आपने मुड़कर नहीं देखा ©SarkaR

#शायरी #पराए  हम ऐसे भी क्या पराए हुए
एक नजर आपने मुड़कर नहीं देखा

©SarkaR
#शायरी  

सभी यार को  तुम गले से लगा लो, 
अँधेरा अगर हो शमा तुम जला लो। 

इश्क़ में तुम  न दिल तोड़ों किसी का, 
खुदी को लुटा कर सनम को मना लो।

©अनिल कसेर "उजाला"

यार

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©kavi Dinesh kumar

#पुराने यार

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