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इक उमर की चाहत थी, इक लम्हे की दस्तक, दरवाज़ा खुला तो ख्वाबों का सफर निकला। जो दिन था मुक़द्दर का, वो भी कुछ यूँ बीता, जैसे काग़ज़ पर गिरा, पानी का असर निकला। अरमान सजे थे जिनसे रोशन मेरी दुनिया, वो चिराग़ जला लेकिन हवा का असर निकला। मिलन की घड़ी आई तो जुदाई के साए थे, जिसे चाहा था अपना, वो भी बेख़बर निकला। ख़्वाबों की हक़ीक़त में जो देखा था कभी हमने, आईना दिखाया तो हर शक्ल बदल निकला। ©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर #शायरी  इक उमर की चाहत थी, इक लम्हे की दस्तक,
दरवाज़ा खुला तो ख्वाबों का सफर निकला।

जो दिन था मुक़द्दर का, वो भी कुछ यूँ बीता,
जैसे काग़ज़ पर गिरा, पानी का असर निकला।

अरमान सजे थे जिनसे रोशन मेरी दुनिया,
वो चिराग़ जला लेकिन हवा का असर निकला।

मिलन की घड़ी आई तो जुदाई के साए थे,
जिसे चाहा था अपना, वो भी बेख़बर निकला।

ख़्वाबों की हक़ीक़त में जो देखा था कभी हमने,
आईना दिखाया तो हर शक्ल बदल निकला।

©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर इक उमर की चाहत थी, इक लम्हे की दस्तक, दरवाज़ा खुला तो ख्वाबों का सफर निकला। जो दिन था मुक़द्दर का, वो भी कुछ यूँ बीता, जैसे का

14 Love

दिन थे जब ख्वाबों को सिर्फ आँखों में पलते थे, अब हकीकत में मिले तो कुछ अधूरी सी लगती है। मुफलिसी की रातें थीं जैसे स्याह अंधेरे, अब ये रौशनी भी कुछ धुंधली सी लगती है। कभी जो जुदा हो गईं थीं तमन्नाएँ ए नवनीत, अब वो पूरी हुईं तो कुछ अधुरी सी लगती है। मंज़िल तक पहुँचने की ख़ुशी भी अब ग़म के साए में, अब ये बहार भी कुछ कटीली सी लगती है। ©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर #शायरी  दिन थे जब ख्वाबों को सिर्फ आँखों में पलते थे,
अब हकीकत में मिले तो कुछ अधूरी सी लगती है।

मुफलिसी की रातें थीं जैसे स्याह अंधेरे,
अब ये रौशनी भी कुछ धुंधली सी लगती है।

कभी जो  जुदा हो गईं थीं तमन्नाएँ ए नवनीत,
अब वो पूरी हुईं तो कुछ अधुरी सी लगती है।

मंज़िल तक पहुँचने की ख़ुशी भी अब ग़म के साए में,
अब ये बहार भी कुछ कटीली सी लगती है।

©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर दिन थे जब ख्वाबों को सिर्फ आँखों में पलते थे, अब हकीकत में मिले तो कुछ अधूरी सी लगती है। मुफलिसी की रातें थीं जैसे स्याह अंधेर

14 Love

#शायरी #story #kajal #Dil #you

धड़कनों की भी कुछ असूल है💕 #me #my #Dil #you #love #story #life #kajal

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White {Bolo Ji Radhey Radhey} कुछ लोग हमारे सामने व हमारे पीछे भी हमारे लिए होते हैं, और कुछ लोग हमारे सामने हमारे हैं, हमारे पीछे बिल्कुल नहीं होते, उन लोगों का आप क्या कोई भी कुछ नहीं कर सकता, आप ऐसे लोगों के लिए अपना कीमती समय बर्बाद न करे, वह समय हम भगवान श्री कृष्ण जी के लिए खर्च करे, सिर्फ एक वो ही हमारे है, दिखते नही है, पर सदियो से सदियों तक हमारे है।। ©N S Yadav GoldMine

#मोटिवेशनल #Couple  White {Bolo Ji Radhey Radhey}
कुछ लोग हमारे सामने व हमारे 
पीछे भी हमारे लिए होते हैं, और 
कुछ लोग हमारे सामने हमारे हैं,
हमारे पीछे बिल्कुल नहीं होते, 
उन लोगों का आप क्या कोई भी
कुछ नहीं कर सकता, आप ऐसे 
लोगों के लिए अपना कीमती समय 
बर्बाद न करे, वह समय हम भगवान 
श्री कृष्ण जी के लिए खर्च करे, सिर्फ
एक वो ही हमारे है, दिखते नही है,
पर सदियो से सदियों तक हमारे है।।

©N S Yadav GoldMine

#Couple {Bolo Ji Radhey Radhey} कुछ लोग हमारे सामने व हमारे पीछे भी हमारे लिए होते हैं, और कुछ लोग हमारे सामने हमारे हैं, हमारे पीछे बिल्क

11 Love

इक उमर की चाहत थी, इक लम्हे की दस्तक, दरवाज़ा खुला तो ख्वाबों का सफर निकला। जो दिन था मुक़द्दर का, वो भी कुछ यूँ बीता, जैसे काग़ज़ पर गिरा, पानी का असर निकला। अरमान सजे थे जिनसे रोशन मेरी दुनिया, वो चिराग़ जला लेकिन हवा का असर निकला। मिलन की घड़ी आई तो जुदाई के साए थे, जिसे चाहा था अपना, वो भी बेख़बर निकला। ख़्वाबों की हक़ीक़त में जो देखा था कभी हमने, आईना दिखाया तो हर शक्ल बदल निकला। ©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर #शायरी  इक उमर की चाहत थी, इक लम्हे की दस्तक,
दरवाज़ा खुला तो ख्वाबों का सफर निकला।

जो दिन था मुक़द्दर का, वो भी कुछ यूँ बीता,
जैसे काग़ज़ पर गिरा, पानी का असर निकला।

अरमान सजे थे जिनसे रोशन मेरी दुनिया,
वो चिराग़ जला लेकिन हवा का असर निकला।

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जिसे चाहा था अपना, वो भी बेख़बर निकला।

ख़्वाबों की हक़ीक़त में जो देखा था कभी हमने,
आईना दिखाया तो हर शक्ल बदल निकला।

©नवनीत ठाकुर

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दिन थे जब ख्वाबों को सिर्फ आँखों में पलते थे, अब हकीकत में मिले तो कुछ अधूरी सी लगती है। मुफलिसी की रातें थीं जैसे स्याह अंधेरे, अब ये रौशनी भी कुछ धुंधली सी लगती है। कभी जो जुदा हो गईं थीं तमन्नाएँ ए नवनीत, अब वो पूरी हुईं तो कुछ अधुरी सी लगती है। मंज़िल तक पहुँचने की ख़ुशी भी अब ग़म के साए में, अब ये बहार भी कुछ कटीली सी लगती है। ©नवनीत ठाकुर

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अब हकीकत में मिले तो कुछ अधूरी सी लगती है।

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अब ये रौशनी भी कुछ धुंधली सी लगती है।

कभी जो  जुदा हो गईं थीं तमन्नाएँ ए नवनीत,
अब वो पूरी हुईं तो कुछ अधुरी सी लगती है।

मंज़िल तक पहुँचने की ख़ुशी भी अब ग़म के साए में,
अब ये बहार भी कुछ कटीली सी लगती है।

©नवनीत ठाकुर

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#शायरी #story #kajal #Dil #you

धड़कनों की भी कुछ असूल है💕 #me #my #Dil #you #love #story #life #kajal

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White {Bolo Ji Radhey Radhey} कुछ लोग हमारे सामने व हमारे पीछे भी हमारे लिए होते हैं, और कुछ लोग हमारे सामने हमारे हैं, हमारे पीछे बिल्कुल नहीं होते, उन लोगों का आप क्या कोई भी कुछ नहीं कर सकता, आप ऐसे लोगों के लिए अपना कीमती समय बर्बाद न करे, वह समय हम भगवान श्री कृष्ण जी के लिए खर्च करे, सिर्फ एक वो ही हमारे है, दिखते नही है, पर सदियो से सदियों तक हमारे है।। ©N S Yadav GoldMine

#मोटिवेशनल #Couple  White {Bolo Ji Radhey Radhey}
कुछ लोग हमारे सामने व हमारे 
पीछे भी हमारे लिए होते हैं, और 
कुछ लोग हमारे सामने हमारे हैं,
हमारे पीछे बिल्कुल नहीं होते, 
उन लोगों का आप क्या कोई भी
कुछ नहीं कर सकता, आप ऐसे 
लोगों के लिए अपना कीमती समय 
बर्बाद न करे, वह समय हम भगवान 
श्री कृष्ण जी के लिए खर्च करे, सिर्फ
एक वो ही हमारे है, दिखते नही है,
पर सदियो से सदियों तक हमारे है।।

©N S Yadav GoldMine

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