tags

New गया फुगे केसावर फुगे Status, Photo, Video

Find the latest Status about गया फुगे केसावर फुगे from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about गया फुगे केसावर फुगे.

Related Stories

  • Latest
  • Popular
  • Video

सूख गया अब मेरी आँखों में जो समाया था तेरे प्यार का समन्दर तेरे दर्द की काई ने ज़र्द कर दिया था इस समन्दर को ©हिमांशु Kulshreshtha

 सूख गया अब
मेरी आँखों में
जो समाया था
तेरे प्यार का समन्दर
तेरे दर्द की काई ने
ज़र्द कर दिया था
इस समन्दर को

©हिमांशु Kulshreshtha

सूख गया है. .

16 Love

सिकंदर हार गया..

81 View

#वीडियो

फिर टूट गया

144 View

#जब  White जब से तू गया, बस तेरी यादें रह गई,
इस दिल में दर्द की एक आह रह गई।
तेरी बातों का असर, तेरी यादों का सफर,
जीने की वजह अब कुछ भी नहीं।

©Vic@tory

#जब से तू गया,

117 View

 White पहले लोग बेटा के लिए तरसते थे  
और आज कल देता के लिए 
बदल गया है जमाना पहले बड़ो के पैर छूकर घर से बाहर निकलते थे और आजकल बैट्री फुल कर।

©joya

# बदल गया है जमाना ।#

144 View

 कंहा गया
वो सावन। 
पेड़ की टहनी पर डाल कर झूला
अकेले ही झूला, झूला हमने
न डर, न खोफ़ था, बेफिक्री थी। 
आज डर है, 
मेरी पैदाईश, मेरे पालन का, 
क्या झूलूं, कंहा झूलू
अब, कौन से सावन मे, 
अब, हर नज़र ललचाई, 
हर मन, हवस समाई, 
मुझे सिर्फ 'सामान' जानता है
हवस मिटाने का मकान मानता है

©arvind bhanwra ambala. India

कंहा गया वो सावन

144 View

सूख गया अब मेरी आँखों में जो समाया था तेरे प्यार का समन्दर तेरे दर्द की काई ने ज़र्द कर दिया था इस समन्दर को ©हिमांशु Kulshreshtha

 सूख गया अब
मेरी आँखों में
जो समाया था
तेरे प्यार का समन्दर
तेरे दर्द की काई ने
ज़र्द कर दिया था
इस समन्दर को

©हिमांशु Kulshreshtha

सूख गया है. .

16 Love

सिकंदर हार गया..

81 View

#वीडियो

फिर टूट गया

144 View

#जब  White जब से तू गया, बस तेरी यादें रह गई,
इस दिल में दर्द की एक आह रह गई।
तेरी बातों का असर, तेरी यादों का सफर,
जीने की वजह अब कुछ भी नहीं।

©Vic@tory

#जब से तू गया,

117 View

 White पहले लोग बेटा के लिए तरसते थे  
और आज कल देता के लिए 
बदल गया है जमाना पहले बड़ो के पैर छूकर घर से बाहर निकलते थे और आजकल बैट्री फुल कर।

©joya

# बदल गया है जमाना ।#

144 View

 कंहा गया
वो सावन। 
पेड़ की टहनी पर डाल कर झूला
अकेले ही झूला, झूला हमने
न डर, न खोफ़ था, बेफिक्री थी। 
आज डर है, 
मेरी पैदाईश, मेरे पालन का, 
क्या झूलूं, कंहा झूलू
अब, कौन से सावन मे, 
अब, हर नज़र ललचाई, 
हर मन, हवस समाई, 
मुझे सिर्फ 'सामान' जानता है
हवस मिटाने का मकान मानता है

©arvind bhanwra ambala. India

कंहा गया वो सावन

144 View

Trending Topic