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Unsplash hello kar hi pooja hai ©Radhe Radhe

#BookLife #Book  Unsplash hello kar hi pooja hai

©Radhe Radhe

Unsplash Education is the passport to the future, for tomorrow belongs to those who prepare for it today ©rashmika maddana

#Education #Booked  Unsplash Education is the passport to the future, for tomorrow belongs to those who prepare for it today

©rashmika maddana

फुल गुलदस्ता तोहफा तस्वीर इनसे तो घर सजा करते हैं सच पूछो रोशन तो ये घर महज़ किताबों से हुआ करते हैं ©प्रतीक सिंघल 'प्रेमी'

#प्रेमी_की_प्रेममाला #प्रतीक_सिंघल_प्रेमी #प्रेमी #शायरी #BookShelf  फुल गुलदस्ता तोहफा तस्वीर इनसे तो घर सजा करते हैं 
सच पूछो रोशन तो ये घर महज़ किताबों से हुआ करते हैं

©प्रतीक सिंघल 'प्रेमी'

#BookShelf #Books #booklover #Shaayari #Quotes #प्रतीक_सिंघल_प्रेमी #प्रेमी #प्रेमी_की_प्रेममाला शायरी हिंदी शायरी हिंदी में शायरी हिंदी म

15 Love

कबाड़ में हिंदी साहित्य से महंगा है अंग्रेजी साहित्य, चौंका देते हैं अक्सर हमें, अजीबोगरीब दिखते दृश्य। रद्दी में सजी किताबें हिंदी की, कहीं कोने में पड़ी हैं बेजान, जबकि अंग्रेजी की चमकती जिल्दें, बाजार में पाई जाती हैं मान। जो शब्द कभी थे हमारी रूह का हिस्सा, अब गुमनामी में सोए पड़े हैं, दुनिया तो चल पड़ी है आगे, पर हिंदी के सपने खोए पड़े हैं। कैसे समझाएँ इस दौर को, अपने लफ़्ज़ों की सच्चाई, जहाँ अपनी जड़ें हैं कमजोर, और विदेशी हवा ही है भाई। उम्मीद की कुछ बूँदें अब भी बाकी, संभालें उसे अपने दिल में कहीं, शायद लौट आए वो दौर फिर, जब हिंदी की कीमत हो सही। ©Balwant Mehta

#BooksBestFriends #कविता  कबाड़ में हिंदी साहित्य से
महंगा है अंग्रेजी साहित्य,
चौंका देते हैं अक्सर हमें,
अजीबोगरीब दिखते दृश्य।

रद्दी में सजी किताबें हिंदी की,
कहीं कोने में पड़ी हैं बेजान,
जबकि अंग्रेजी की चमकती जिल्दें,
बाजार में पाई जाती हैं मान।

जो शब्द कभी थे हमारी रूह का हिस्सा,
अब गुमनामी में सोए पड़े हैं,
दुनिया तो चल पड़ी है आगे,
पर हिंदी के सपने खोए पड़े हैं।

कैसे समझाएँ इस दौर को,
अपने लफ़्ज़ों की सच्चाई,
जहाँ अपनी जड़ें हैं कमजोर,
और विदेशी हवा ही है भाई।

उम्मीद की कुछ बूँदें अब भी बाकी,
संभालें उसे अपने दिल में कहीं,
शायद लौट आए वो दौर फिर,
जब हिंदी की कीमत हो सही।

©Balwant Mehta

पढ़कर समेट रहा था शब्दों को भाव तो जैसे हृदय में उतर गए ©Aditya Neerav

#BooksBestFriends #विचार  पढ़कर समेट रहा था शब्दों को 
भाव तो जैसे हृदय में उतर गए

©Aditya Neerav

Unsplash hello kar hi pooja hai ©Radhe Radhe

#BookLife #Book  Unsplash hello kar hi pooja hai

©Radhe Radhe

Unsplash Education is the passport to the future, for tomorrow belongs to those who prepare for it today ©rashmika maddana

#Education #Booked  Unsplash Education is the passport to the future, for tomorrow belongs to those who prepare for it today

©rashmika maddana

फुल गुलदस्ता तोहफा तस्वीर इनसे तो घर सजा करते हैं सच पूछो रोशन तो ये घर महज़ किताबों से हुआ करते हैं ©प्रतीक सिंघल 'प्रेमी'

#प्रेमी_की_प्रेममाला #प्रतीक_सिंघल_प्रेमी #प्रेमी #शायरी #BookShelf  फुल गुलदस्ता तोहफा तस्वीर इनसे तो घर सजा करते हैं 
सच पूछो रोशन तो ये घर महज़ किताबों से हुआ करते हैं

©प्रतीक सिंघल 'प्रेमी'

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15 Love

कबाड़ में हिंदी साहित्य से महंगा है अंग्रेजी साहित्य, चौंका देते हैं अक्सर हमें, अजीबोगरीब दिखते दृश्य। रद्दी में सजी किताबें हिंदी की, कहीं कोने में पड़ी हैं बेजान, जबकि अंग्रेजी की चमकती जिल्दें, बाजार में पाई जाती हैं मान। जो शब्द कभी थे हमारी रूह का हिस्सा, अब गुमनामी में सोए पड़े हैं, दुनिया तो चल पड़ी है आगे, पर हिंदी के सपने खोए पड़े हैं। कैसे समझाएँ इस दौर को, अपने लफ़्ज़ों की सच्चाई, जहाँ अपनी जड़ें हैं कमजोर, और विदेशी हवा ही है भाई। उम्मीद की कुछ बूँदें अब भी बाकी, संभालें उसे अपने दिल में कहीं, शायद लौट आए वो दौर फिर, जब हिंदी की कीमत हो सही। ©Balwant Mehta

#BooksBestFriends #कविता  कबाड़ में हिंदी साहित्य से
महंगा है अंग्रेजी साहित्य,
चौंका देते हैं अक्सर हमें,
अजीबोगरीब दिखते दृश्य।

रद्दी में सजी किताबें हिंदी की,
कहीं कोने में पड़ी हैं बेजान,
जबकि अंग्रेजी की चमकती जिल्दें,
बाजार में पाई जाती हैं मान।

जो शब्द कभी थे हमारी रूह का हिस्सा,
अब गुमनामी में सोए पड़े हैं,
दुनिया तो चल पड़ी है आगे,
पर हिंदी के सपने खोए पड़े हैं।

कैसे समझाएँ इस दौर को,
अपने लफ़्ज़ों की सच्चाई,
जहाँ अपनी जड़ें हैं कमजोर,
और विदेशी हवा ही है भाई।

उम्मीद की कुछ बूँदें अब भी बाकी,
संभालें उसे अपने दिल में कहीं,
शायद लौट आए वो दौर फिर,
जब हिंदी की कीमत हो सही।

©Balwant Mehta

पढ़कर समेट रहा था शब्दों को भाव तो जैसे हृदय में उतर गए ©Aditya Neerav

#BooksBestFriends #विचार  पढ़कर समेट रहा था शब्दों को 
भाव तो जैसे हृदय में उतर गए

©Aditya Neerav
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