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हमने ख़ुद को ज़िंदा जलते देखा है रोशन दिन आँखों में ढलते देखा है सांस-सांस पीर कसमसाती रहती मुर्दा सपने पांवपांव चलते देखा है उगते सूरज के जलवे देखे हर दिन उदास शाम को भी उतरते देखा है ख़्वाहिशें, सारे ही रंग उतार देती है उम्रदराज़ को भी, मचलते देखा है दरवाजे पर नहीं कोई दस्तक हुई हर सुब्ह उन्हें वैसे गुज़रते देखा है दिन बुरे हों, तो ये दरिया भी सूखे बुलंदियों को भी, बिखरते देखा है ©Lalit Saxena
Lalit Saxena
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विष्णु कांत
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सुबह की शुरुआत कुछ ऐसी होनी चाहिए जिसमें शांत रहना चाहिए सेक्स आना क्लॉक ©Vijayjay Vijayjay
Vijayjay Vijayjay
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White मज़ाक था या सच जाने क्या सोचकर आया था मेरा अज़ीज़ मुझको गिफ्ट में आईना लाया था वो आसूं सिर्फ आसूं नहीं बाग़ी भी हो सकते थे पर क्या शख्स रहा था वो जो फिर भी निभाया था जिससे ज्यादातर नाराज़ ही रहता रहा ये दिल उसको ही अपने बुरे दिनों में अपने साथ पाया था वो मेरी जान से जिक्र की है कि वो मेरी होती जो मुझे उन दिनों बर्बाद ओ बेकार बताया था ©dharmendra kumar yadav
dharmendra kumar yadav
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हर साल कि भाती इस साल भी दिवाली आई और मैं फिर खुद के भीतर अंधकार भरे बाहर कि जगमगाती दुनिया बस निहारती रह गई ज़िंदगी के बेरंग उदासीन पन्नों को बिखरा छोड़ मैं इस साल भी ख़ुद कि टूटी हिम्मत संवारती रह गई टूटे सपनों कि झंकार को अंदर दफ़ना कर मैं इस वर्ष भी पटाखों कि शोर में कहीं छुपी रही जहां पुरी दुनिया उमँग में शराबोर थी मैं ख़ुद के अंदर सिमटे हुए बस चुप ही रही सालों कि मेहनत का जब हिसाब लगाया तो लगा फ़रियादों कि चिट्ठियों का जवाब इस बार भी न आया और निराश होकर मैंने फिर इस दिवाली एक दिया उम्मीदों के नाम जलाया! ©Naina
Naina
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White तिमिर को हाथ मलता छोड़ आया हूँ दिया इक घर में जलता छोड़ आया हूँ चला आया हूं घर से तन को बस लेकर वहीं मन को तड़पता छोड़ आया हूँ इसी उम्मीद में कल फिर से निकलेगा मै सूरज आज ढलता छोड़ आया हूँ हमारी आँख से लूटे गए तो क्या ? हजारों ख़्वाब पलता छोड़ आया हूँ सितारा मेरी क़िस्मत का भी चमकेगा मै इक जुगनू चमकता छोड़ आया हूँ यहाँ शबनम की बूंदे भी हैं तरसाती वहाँ सावन बरसता छोड़ आया हूँ जो जाता ही नही है गांव तक मेरे नगर का वो मै रस्ता छोड़ आया हूँ कहीं पथरा न जाएं उनकी वो आँखें मै जिनको राह तकता छोड़ आया हूँ नही आया अभी तक शेर ए मक्ता है ग़ज़ल उसको जो पढ़ता छोड़ आया हूँ ©BenZil (बैंज़िल)
BenZil (बैंज़िल)
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