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New बुलिया दा हादसा तेरा डीजे Status, Photo, Video

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#वीडियो #जयपुर

#जयपुर में भयंकर हादसा

144 View

घने कोहरे में भी दिखाई देता है मुझे अक्स तेरा तेरी यादों ने इस क़दर भिगोया है मुझे ©हिमांशु Kulshreshtha

 घने कोहरे में भी
दिखाई देता है मुझे
अक्स तेरा
तेरी यादों ने
इस क़दर भिगोया
है मुझे

©हिमांशु Kulshreshtha

अक्स तेरा...

16 Love

White दिल से कोई रिश्ता नहीं तुमसे, पर मेरी हर कविता का किस्सा हो। निभा न पाऊं इस जन्म में मैं, ऐसा ही तुम एक रिश्ता हो। हर बार जिंदगी में आ जाते हो, जैसे कोई जिंदगी का हिस्सा हो। मेरे हर गम में साथ खड़े हो जाते, जैसे कोई फरिश्ता हो। मेरे जीवन का संगीत नहीं हो तुम, पर हर संगीत जैसे तुझ पर लिखा हो। धड़कने भी थम सी जाती हैं देखकर तुम्हें, मानो हर सुकुन तुमसे मिलता हो। कलियां भी छिप गई तेरे जानें से, मानो हर फूल तेरे आने से ही खिलता हो। समझ जाते हर खामोशी, मानो मेरी हर सांस का तुम्हें पता हो। ©आधुनिक कवयित्री

#कविता  White दिल से कोई रिश्ता नहीं तुमसे,
पर मेरी हर कविता का किस्सा हो।
निभा न पाऊं इस जन्म में मैं,
ऐसा ही तुम एक रिश्ता हो।
हर बार जिंदगी में आ जाते हो,
जैसे कोई जिंदगी का हिस्सा हो।
मेरे हर गम में साथ खड़े हो जाते,
जैसे कोई फरिश्ता हो।
मेरे जीवन का संगीत नहीं हो तुम,
पर हर संगीत जैसे तुझ पर लिखा हो।
धड़कने भी थम सी जाती हैं देखकर तुम्हें, मानो हर सुकुन तुमसे मिलता हो।
कलियां भी छिप गई तेरे जानें से,
मानो हर फूल तेरे आने से ही खिलता हो।
समझ जाते हर खामोशी,
मानो मेरी हर सांस का तुम्हें पता हो।

©आधुनिक कवयित्री

तेरा किस्सा......

24 Love

#Quotes

हादसा

99 View

#रेलविभाग #यात्री #हमसफर #हादसा

सावधानी से यात्रा करे😥 #रेलविभाग #यात्री #हमसफर #हादसा

171 View

हादसा(एक परिकल्पना) उन दिनों हमारे प्रेम की शुरुआत ही हुई थी.. हालांकि हम बहुत जल्द परिणय सूत्र में बंधने वाले थे, इसलिये पारिवारिक मर्यादाओं ने हमें मिलने ना दिया.. और उस दिन वो इत्तेफाक हुआ जब सड़क के एक किनारे तुम और दूसरे किनारे पर मैं गुजर रहा था सहसा तुमने मुझे देखा और मेरे तरफ़ ऐसे दौड़े जैसे कितने जन्म से मेरा इंतजार कर रहे थे तुम.. मैंने तुम्हें वहीं रुकने को कहा पर तुम ख़ुद को रोक ना पाये और.. तभी दो घड़ी में ही हमारी खुशियों को काल बनकर आते ट्रक ने तुम्हें मौत की आग़ोश में सुला दिया. वो तुम्हारी कराहती आखिरी चीख. और मेरा सब कुछ उसी चीख में समा गया.. आज पूरे तीन साल होने को आये.. रोज मैं घंटों इसी मोड़ पर आकर बैठ जाता हूँ..तुम्हारी एक-एक बात मेरे जहन में चलती है,तुमने कहा था-"कुछ दिनों की बात है फिर हम तुम जन्म -जन्मातंर के लिये एक दूसरे के हो जायेंगे फिर मेरे असीम प्यार को देखकर तुम सहम गये और कहा इतना प्यार मत करो मुझसे, कहीं मुझे कुछ हो गया तो तुम कैसे जी पाओगे"..! देखो ना..! अगर तुम्हारी दूसरी बात सच साबित हुई तो पहली क्यूँ नहीं होगी..! जाने क्यूं पर आज भी मुझे ऐसा लगता है मानो तुम अभी सड़क के उस पार से दौड़कर मेरे सीने से लिपट जाओगे... इस सड़क से गुजरने वाले हर राहगीर ने मुझे पागल समझ लिया होगा.. तो समझने दो.. पर मेरी पहली और आखिरी ख्वाहिश ही तुम थे.मुझे सुकून तो आज भी यहीं ये सोचकर ही मिलता है कि काश तुम एक बार आकर मुझे सीने से लगा लो.. और तुम्हें तुम्हें आना होगा मेरे लिये मेरे प्रेम की खातिर ...जो मुझे पागल कहते हैं उन्हें दिखाने को कि मैं पागल नहीं..मैं तुम्हें वक़्त के साथ कैसे भूल जाऊं तब तो मैंने तुमसे प्यार ही नहीं किया.. बस मेरे प्रेम को जिताने के लिये तुम्हें आना होगा उस जहाँ से इस जहाँ में .. ! और मैं इंतजार करूँगा यहीं इसी राह पर उम्र भर.. मुझे विश्वास है तुम पर तुम्हारी कही बातों पर..तुम एक दिन जरूर आओगे लौटकर मेरे लिये..वक़्त ने तुम्हें मौत की आग़ोश में सुला दिया. वो तुम्हारी कराहती आखिरी चीख. और मेरा सब कुछ उसी चीख में समा गया.. आज पूरे तीन साल होने को आये.. रोज मैं घंटों इसी मोड़ पर आकर बैठ जाता हूँ..तुम्हारी एक एक बात मेरे जहन में चलती है,तुमने कहा था-"कुछ दिनों की बात है फिर हम तुम जन्म जन्मातंर के लिये एक दूसरे के हो जायेंगे फिर मेरे असीम प्यार को देखकर तुम सहम गये और कहा इतना प्यार मत करो मुझसे, कहीं मुझे कुछ हो गया तो तुम कैसे जी पाओगे". तुम्हारी दूसरी बात सच साबित हुई तो पहली क्यूँ नहीं.. जाने क्यूं पर आज भी मुझे ऐसा लगता है मानो तुम अभी सड़क के उस पार से दौड़कर मेरे सीने से लिपट जाओगे... इस सड़क से गुजरने वाले हर राहगीर ने मुझे पागल समझ लिया होगा.. तो समझने दो.. पर मेरी पहली और आखिरी ख्वाहिश ही तुम थे.मुझे सुकून तो आज भी यहीं ये सोचकर ही मिलता है कि काश तुम एक बार आकर मुझे सीने से लगा लो.. और तुम्हें तुम्हें आना होगा मेरे लिये मेरे प्रेम की खातिर ...जो मुझे पागल कहते हैं उन्हें दिखाने को कि मैं पागल नहीं..मैं तुम्हें वक़्त के साथ कैसे भूल जाऊं तब तो मैंने तुमसे प्यार ही नहीं किया.. बस मेरे प्रेम को जिताने के लिये तुम्हें आना होगा उस जहाँ से इस जहाँ में .. ! और मैं इंतजार करूँगा यहीं इसी राह पर उम्र भर.. मुझे विश्वास है तुम पर तुम्हारी कही उन बातों पर.. तुम एक दिन जरूर आओगे लौटकर मेरे लिये.. ©अज्ञात

#हादसा #लव  हादसा(एक परिकल्पना)

उन दिनों हमारे प्रेम की शुरुआत ही हुई थी.. हालांकि हम बहुत जल्द परिणय सूत्र में बंधने वाले थे, इसलिये पारिवारिक मर्यादाओं ने हमें मिलने ना दिया.. और उस दिन वो इत्तेफाक हुआ जब सड़क के एक किनारे तुम और दूसरे किनारे पर मैं गुजर रहा था सहसा तुमने मुझे देखा और मेरे तरफ़ ऐसे दौड़े जैसे कितने जन्म से मेरा इंतजार कर रहे थे तुम.. मैंने तुम्हें वहीं रुकने को कहा पर तुम ख़ुद को रोक ना पाये और.. तभी दो घड़ी में ही हमारी खुशियों को काल बनकर आते ट्रक ने तुम्हें मौत की आग़ोश में सुला दिया. वो तुम्हारी कराहती आखिरी चीख. और मेरा सब कुछ उसी चीख में समा गया.. आज पूरे तीन साल होने को आये.. रोज मैं घंटों इसी मोड़ पर आकर बैठ जाता हूँ..तुम्हारी एक-एक बात मेरे जहन में चलती है,तुमने कहा था-"कुछ दिनों की बात है फिर हम तुम जन्म -जन्मातंर के लिये एक दूसरे के हो जायेंगे फिर मेरे असीम प्यार को देखकर तुम सहम गये और कहा इतना प्यार मत करो मुझसे, कहीं मुझे कुछ हो गया तो तुम कैसे जी पाओगे"..!
देखो ना..! अगर तुम्हारी दूसरी बात सच साबित हुई तो पहली क्यूँ नहीं होगी..! 
जाने क्यूं पर आज भी मुझे ऐसा लगता है मानो तुम अभी सड़क के उस पार से दौड़कर मेरे सीने से लिपट जाओगे... 
इस सड़क से गुजरने वाले हर राहगीर ने मुझे पागल समझ लिया होगा.. तो समझने दो.. पर मेरी पहली और आखिरी ख्वाहिश ही तुम थे.मुझे सुकून तो आज भी यहीं ये सोचकर ही मिलता है कि काश तुम एक बार आकर मुझे सीने से लगा लो.. और तुम्हें तुम्हें आना होगा मेरे लिये मेरे प्रेम की खातिर ...जो मुझे पागल कहते हैं उन्हें दिखाने को कि मैं पागल नहीं..मैं तुम्हें वक़्त के साथ कैसे भूल जाऊं तब तो मैंने तुमसे प्यार ही नहीं किया.. बस मेरे प्रेम को जिताने के लिये तुम्हें आना होगा उस जहाँ से इस जहाँ में .. ! और मैं इंतजार करूँगा यहीं इसी राह पर उम्र भर..  मुझे विश्वास है तुम पर तुम्हारी कही बातों पर..तुम एक दिन जरूर आओगे लौटकर मेरे लिये..वक़्त ने तुम्हें मौत की आग़ोश में सुला दिया. वो तुम्हारी कराहती आखिरी चीख. और मेरा सब कुछ उसी चीख में समा गया.. 
आज पूरे तीन साल होने को आये.. रोज मैं घंटों इसी मोड़ पर आकर बैठ जाता हूँ..तुम्हारी एक एक बात मेरे जहन में चलती है,तुमने कहा था-"कुछ दिनों की बात है फिर हम तुम जन्म जन्मातंर के लिये एक दूसरे के हो जायेंगे फिर मेरे असीम प्यार को देखकर तुम सहम गये और कहा इतना प्यार मत करो मुझसे, कहीं मुझे कुछ हो गया तो तुम कैसे जी पाओगे". तुम्हारी दूसरी बात सच साबित हुई तो पहली क्यूँ नहीं.. 
जाने क्यूं पर आज भी मुझे ऐसा लगता है मानो तुम अभी सड़क के उस पार से दौड़कर मेरे सीने से लिपट जाओगे... 
इस सड़क से गुजरने वाले हर राहगीर ने मुझे पागल समझ लिया होगा.. तो समझने दो.. पर मेरी पहली और आखिरी ख्वाहिश ही तुम थे.मुझे सुकून तो आज भी यहीं ये सोचकर ही मिलता है कि काश तुम एक बार आकर मुझे सीने से लगा लो.. और तुम्हें तुम्हें आना होगा मेरे लिये मेरे प्रेम की खातिर ...जो मुझे पागल कहते हैं उन्हें दिखाने को कि मैं पागल नहीं..मैं तुम्हें वक़्त के साथ कैसे भूल जाऊं तब तो मैंने तुमसे प्यार ही नहीं किया.. बस मेरे प्रेम को जिताने के लिये तुम्हें आना होगा उस जहाँ से इस जहाँ में .. ! और मैं इंतजार करूँगा यहीं इसी राह पर उम्र भर..  मुझे विश्वास है तुम पर तुम्हारी कही उन बातों पर..
तुम एक दिन जरूर आओगे लौटकर मेरे लिये..

©अज्ञात
#वीडियो #जयपुर

#जयपुर में भयंकर हादसा

144 View

घने कोहरे में भी दिखाई देता है मुझे अक्स तेरा तेरी यादों ने इस क़दर भिगोया है मुझे ©हिमांशु Kulshreshtha

 घने कोहरे में भी
दिखाई देता है मुझे
अक्स तेरा
तेरी यादों ने
इस क़दर भिगोया
है मुझे

©हिमांशु Kulshreshtha

अक्स तेरा...

16 Love

White दिल से कोई रिश्ता नहीं तुमसे, पर मेरी हर कविता का किस्सा हो। निभा न पाऊं इस जन्म में मैं, ऐसा ही तुम एक रिश्ता हो। हर बार जिंदगी में आ जाते हो, जैसे कोई जिंदगी का हिस्सा हो। मेरे हर गम में साथ खड़े हो जाते, जैसे कोई फरिश्ता हो। मेरे जीवन का संगीत नहीं हो तुम, पर हर संगीत जैसे तुझ पर लिखा हो। धड़कने भी थम सी जाती हैं देखकर तुम्हें, मानो हर सुकुन तुमसे मिलता हो। कलियां भी छिप गई तेरे जानें से, मानो हर फूल तेरे आने से ही खिलता हो। समझ जाते हर खामोशी, मानो मेरी हर सांस का तुम्हें पता हो। ©आधुनिक कवयित्री

#कविता  White दिल से कोई रिश्ता नहीं तुमसे,
पर मेरी हर कविता का किस्सा हो।
निभा न पाऊं इस जन्म में मैं,
ऐसा ही तुम एक रिश्ता हो।
हर बार जिंदगी में आ जाते हो,
जैसे कोई जिंदगी का हिस्सा हो।
मेरे हर गम में साथ खड़े हो जाते,
जैसे कोई फरिश्ता हो।
मेरे जीवन का संगीत नहीं हो तुम,
पर हर संगीत जैसे तुझ पर लिखा हो।
धड़कने भी थम सी जाती हैं देखकर तुम्हें, मानो हर सुकुन तुमसे मिलता हो।
कलियां भी छिप गई तेरे जानें से,
मानो हर फूल तेरे आने से ही खिलता हो।
समझ जाते हर खामोशी,
मानो मेरी हर सांस का तुम्हें पता हो।

©आधुनिक कवयित्री

तेरा किस्सा......

24 Love

#Quotes

हादसा

99 View

#रेलविभाग #यात्री #हमसफर #हादसा

सावधानी से यात्रा करे😥 #रेलविभाग #यात्री #हमसफर #हादसा

171 View

हादसा(एक परिकल्पना) उन दिनों हमारे प्रेम की शुरुआत ही हुई थी.. हालांकि हम बहुत जल्द परिणय सूत्र में बंधने वाले थे, इसलिये पारिवारिक मर्यादाओं ने हमें मिलने ना दिया.. और उस दिन वो इत्तेफाक हुआ जब सड़क के एक किनारे तुम और दूसरे किनारे पर मैं गुजर रहा था सहसा तुमने मुझे देखा और मेरे तरफ़ ऐसे दौड़े जैसे कितने जन्म से मेरा इंतजार कर रहे थे तुम.. मैंने तुम्हें वहीं रुकने को कहा पर तुम ख़ुद को रोक ना पाये और.. तभी दो घड़ी में ही हमारी खुशियों को काल बनकर आते ट्रक ने तुम्हें मौत की आग़ोश में सुला दिया. वो तुम्हारी कराहती आखिरी चीख. और मेरा सब कुछ उसी चीख में समा गया.. आज पूरे तीन साल होने को आये.. रोज मैं घंटों इसी मोड़ पर आकर बैठ जाता हूँ..तुम्हारी एक-एक बात मेरे जहन में चलती है,तुमने कहा था-"कुछ दिनों की बात है फिर हम तुम जन्म -जन्मातंर के लिये एक दूसरे के हो जायेंगे फिर मेरे असीम प्यार को देखकर तुम सहम गये और कहा इतना प्यार मत करो मुझसे, कहीं मुझे कुछ हो गया तो तुम कैसे जी पाओगे"..! देखो ना..! अगर तुम्हारी दूसरी बात सच साबित हुई तो पहली क्यूँ नहीं होगी..! जाने क्यूं पर आज भी मुझे ऐसा लगता है मानो तुम अभी सड़क के उस पार से दौड़कर मेरे सीने से लिपट जाओगे... इस सड़क से गुजरने वाले हर राहगीर ने मुझे पागल समझ लिया होगा.. तो समझने दो.. पर मेरी पहली और आखिरी ख्वाहिश ही तुम थे.मुझे सुकून तो आज भी यहीं ये सोचकर ही मिलता है कि काश तुम एक बार आकर मुझे सीने से लगा लो.. और तुम्हें तुम्हें आना होगा मेरे लिये मेरे प्रेम की खातिर ...जो मुझे पागल कहते हैं उन्हें दिखाने को कि मैं पागल नहीं..मैं तुम्हें वक़्त के साथ कैसे भूल जाऊं तब तो मैंने तुमसे प्यार ही नहीं किया.. बस मेरे प्रेम को जिताने के लिये तुम्हें आना होगा उस जहाँ से इस जहाँ में .. ! और मैं इंतजार करूँगा यहीं इसी राह पर उम्र भर.. मुझे विश्वास है तुम पर तुम्हारी कही बातों पर..तुम एक दिन जरूर आओगे लौटकर मेरे लिये..वक़्त ने तुम्हें मौत की आग़ोश में सुला दिया. वो तुम्हारी कराहती आखिरी चीख. और मेरा सब कुछ उसी चीख में समा गया.. आज पूरे तीन साल होने को आये.. रोज मैं घंटों इसी मोड़ पर आकर बैठ जाता हूँ..तुम्हारी एक एक बात मेरे जहन में चलती है,तुमने कहा था-"कुछ दिनों की बात है फिर हम तुम जन्म जन्मातंर के लिये एक दूसरे के हो जायेंगे फिर मेरे असीम प्यार को देखकर तुम सहम गये और कहा इतना प्यार मत करो मुझसे, कहीं मुझे कुछ हो गया तो तुम कैसे जी पाओगे". तुम्हारी दूसरी बात सच साबित हुई तो पहली क्यूँ नहीं.. जाने क्यूं पर आज भी मुझे ऐसा लगता है मानो तुम अभी सड़क के उस पार से दौड़कर मेरे सीने से लिपट जाओगे... इस सड़क से गुजरने वाले हर राहगीर ने मुझे पागल समझ लिया होगा.. तो समझने दो.. पर मेरी पहली और आखिरी ख्वाहिश ही तुम थे.मुझे सुकून तो आज भी यहीं ये सोचकर ही मिलता है कि काश तुम एक बार आकर मुझे सीने से लगा लो.. और तुम्हें तुम्हें आना होगा मेरे लिये मेरे प्रेम की खातिर ...जो मुझे पागल कहते हैं उन्हें दिखाने को कि मैं पागल नहीं..मैं तुम्हें वक़्त के साथ कैसे भूल जाऊं तब तो मैंने तुमसे प्यार ही नहीं किया.. बस मेरे प्रेम को जिताने के लिये तुम्हें आना होगा उस जहाँ से इस जहाँ में .. ! और मैं इंतजार करूँगा यहीं इसी राह पर उम्र भर.. मुझे विश्वास है तुम पर तुम्हारी कही उन बातों पर.. तुम एक दिन जरूर आओगे लौटकर मेरे लिये.. ©अज्ञात

#हादसा #लव  हादसा(एक परिकल्पना)

उन दिनों हमारे प्रेम की शुरुआत ही हुई थी.. हालांकि हम बहुत जल्द परिणय सूत्र में बंधने वाले थे, इसलिये पारिवारिक मर्यादाओं ने हमें मिलने ना दिया.. और उस दिन वो इत्तेफाक हुआ जब सड़क के एक किनारे तुम और दूसरे किनारे पर मैं गुजर रहा था सहसा तुमने मुझे देखा और मेरे तरफ़ ऐसे दौड़े जैसे कितने जन्म से मेरा इंतजार कर रहे थे तुम.. मैंने तुम्हें वहीं रुकने को कहा पर तुम ख़ुद को रोक ना पाये और.. तभी दो घड़ी में ही हमारी खुशियों को काल बनकर आते ट्रक ने तुम्हें मौत की आग़ोश में सुला दिया. वो तुम्हारी कराहती आखिरी चीख. और मेरा सब कुछ उसी चीख में समा गया.. आज पूरे तीन साल होने को आये.. रोज मैं घंटों इसी मोड़ पर आकर बैठ जाता हूँ..तुम्हारी एक-एक बात मेरे जहन में चलती है,तुमने कहा था-"कुछ दिनों की बात है फिर हम तुम जन्म -जन्मातंर के लिये एक दूसरे के हो जायेंगे फिर मेरे असीम प्यार को देखकर तुम सहम गये और कहा इतना प्यार मत करो मुझसे, कहीं मुझे कुछ हो गया तो तुम कैसे जी पाओगे"..!
देखो ना..! अगर तुम्हारी दूसरी बात सच साबित हुई तो पहली क्यूँ नहीं होगी..! 
जाने क्यूं पर आज भी मुझे ऐसा लगता है मानो तुम अभी सड़क के उस पार से दौड़कर मेरे सीने से लिपट जाओगे... 
इस सड़क से गुजरने वाले हर राहगीर ने मुझे पागल समझ लिया होगा.. तो समझने दो.. पर मेरी पहली और आखिरी ख्वाहिश ही तुम थे.मुझे सुकून तो आज भी यहीं ये सोचकर ही मिलता है कि काश तुम एक बार आकर मुझे सीने से लगा लो.. और तुम्हें तुम्हें आना होगा मेरे लिये मेरे प्रेम की खातिर ...जो मुझे पागल कहते हैं उन्हें दिखाने को कि मैं पागल नहीं..मैं तुम्हें वक़्त के साथ कैसे भूल जाऊं तब तो मैंने तुमसे प्यार ही नहीं किया.. बस मेरे प्रेम को जिताने के लिये तुम्हें आना होगा उस जहाँ से इस जहाँ में .. ! और मैं इंतजार करूँगा यहीं इसी राह पर उम्र भर..  मुझे विश्वास है तुम पर तुम्हारी कही बातों पर..तुम एक दिन जरूर आओगे लौटकर मेरे लिये..वक़्त ने तुम्हें मौत की आग़ोश में सुला दिया. वो तुम्हारी कराहती आखिरी चीख. और मेरा सब कुछ उसी चीख में समा गया.. 
आज पूरे तीन साल होने को आये.. रोज मैं घंटों इसी मोड़ पर आकर बैठ जाता हूँ..तुम्हारी एक एक बात मेरे जहन में चलती है,तुमने कहा था-"कुछ दिनों की बात है फिर हम तुम जन्म जन्मातंर के लिये एक दूसरे के हो जायेंगे फिर मेरे असीम प्यार को देखकर तुम सहम गये और कहा इतना प्यार मत करो मुझसे, कहीं मुझे कुछ हो गया तो तुम कैसे जी पाओगे". तुम्हारी दूसरी बात सच साबित हुई तो पहली क्यूँ नहीं.. 
जाने क्यूं पर आज भी मुझे ऐसा लगता है मानो तुम अभी सड़क के उस पार से दौड़कर मेरे सीने से लिपट जाओगे... 
इस सड़क से गुजरने वाले हर राहगीर ने मुझे पागल समझ लिया होगा.. तो समझने दो.. पर मेरी पहली और आखिरी ख्वाहिश ही तुम थे.मुझे सुकून तो आज भी यहीं ये सोचकर ही मिलता है कि काश तुम एक बार आकर मुझे सीने से लगा लो.. और तुम्हें तुम्हें आना होगा मेरे लिये मेरे प्रेम की खातिर ...जो मुझे पागल कहते हैं उन्हें दिखाने को कि मैं पागल नहीं..मैं तुम्हें वक़्त के साथ कैसे भूल जाऊं तब तो मैंने तुमसे प्यार ही नहीं किया.. बस मेरे प्रेम को जिताने के लिये तुम्हें आना होगा उस जहाँ से इस जहाँ में .. ! और मैं इंतजार करूँगा यहीं इसी राह पर उम्र भर..  मुझे विश्वास है तुम पर तुम्हारी कही उन बातों पर..
तुम एक दिन जरूर आओगे लौटकर मेरे लिये..

©अज्ञात
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