White उस मुनाफिक से मै नफरत नहीं करता,वो
हँसता है मेरे हालपे मुझसे मुहब्बत नहीं करता//१
जो वकील देता फिरे बिन मांगी बचकानी दलीलें,
यकीनन ऐसा वकील अच्छी वकालत नहीं करता//२
ऐ रब मत करना तु इन नमरूदों की बख़्शिश,के
मुंसिफ़ बनाम नमरुद किसी की मगफिरत नहीं करता//३
मुफ्लिसि भी मुफ़लिस को बहुत तंग करता है,मगर
मेरे मुल्क ए जरदार को कोई मलामत नहीं करता//४
किस मसकन मे नहीं होते तल्ख रसुकात,बताइए
कौनसे मुल्क पे दज्जाल हुकूमत नहीं करता//५
बेशुमार शाहिद ने देदी शहादत मेरी सदाकत की,
मै हरगिज किसी मज़हब की गीबत नहीं करता//६
याद हैं मुझे मेरे बुजर्गों का कौल ए हिदायत,मैं
कमजर्फ को उनकी तंग-दिली पे नसीहत नहीं करता//७
हम जानलें ये जहाँ तो फना-फिल्लाह होना ही है,
फिर क्यूं कोई फिसबिलिल्लाह खैरात नहीं करता//८
"शमा"तो मुनाफिक भी ऐसा मुनाफिक है,जो
सहके जुल्म अपने मुल्क से बगावत नही करता//९
#Shamawritesbebaak
©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
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