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White घोड़े के पीछे और पैसे वाले के आगे कभी मत चलो क्योंकि वह कभी भी लात मार देते हैं.. ©RAVI PRAKASH

#शायरी #sad_quotes  White घोड़े के पीछे और पैसे वाले के आगे कभी मत चलो क्योंकि वह कभी भी लात मार देते हैं..

©RAVI PRAKASH

#sad_quotes घोड़े के पीछे और पैसे वाले के आगे कभी मत चलो क्योंकि वह कभी भी लात मार देते हैं..

11 Love

White घोड़े के पीछे और पैसे वाले के आगे कभी मत चलो क्योंकि वह कभी भी लात मार देते हैं.. ©RAVI PRAKASH

#शायरी #sad_quotes  White घोड़े के पीछे और पैसे वाले के आगे कभी मत चलो क्योंकि वह कभी भी लात मार देते हैं..

©RAVI PRAKASH

#sad_quotes घोड़े के पीछे और पैसे वाले के आगे कभी मत चलो क्योंकि वह कभी भी लात मार देते हैं..

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White घोड़े के पीछे और पैसे वाले के आगे कभी मत चलो क्योंकि वह कभी भी लात मार देते हैं.. ©RAVI PRAKASH

#शायरी #sad_quotes  White घोड़े के पीछे और पैसे वाले के आगे कभी मत चलो क्योंकि वह कभी भी लात मार देते हैं..

©RAVI PRAKASH

#sad_quotes घोड़े के पीछे और पैसे

14 Love

#Motivational

वो लहू क्या है रगों में दौड़ते फिरने के हम नहीं क़ाइल जब आंख ही से न टपका तो फिर लहू क्या है। -मिर्जा ग़ालिब

63 View

शाम की छोटी कविताएँ यहाँ कुछ छोटी-छोटी कविताएँ हैं जो शाम के माहौल को बयां करती हैं: * शाम का नजारा: धूप छिपी, छाया फैली, चिड़ियों की चहचहाट थमी। आकाश रंग बदलता, शाम आई, मन को भाती। * संध्या का समय: आज का दिन हुआ समाप्त, तारे निकले, चाँद आया। हवा चलती, शीतल लगती, मन शांत, आनंद भरा। * शाम की यादें: बचपन की शामें याद आतीं, दोस्तों संग खेलते थे। खेतों में दौड़ते फिरते, खुशी से मन भर जाता।✍️✍️🙏💯😍 ©Arjun Singh Rathoud #Gwalior City

#KavitaNojotoHindi #कविता #nojoto😀😀 #♥️💔💔 #shaamkikavita  शाम की छोटी कविताएँ
यहाँ कुछ छोटी-छोटी कविताएँ हैं जो शाम के माहौल को बयां करती हैं:
 * शाम का नजारा:
   धूप छिपी, छाया फैली,
   चिड़ियों की चहचहाट थमी।
   आकाश रंग बदलता,
   शाम आई, मन को भाती।
 * संध्या का समय:
   आज का दिन हुआ समाप्त,
   तारे निकले, चाँद आया।
   हवा चलती, शीतल लगती,
   मन शांत, आनंद भरा।
 * शाम की यादें:
   बचपन की शामें याद आतीं,
   दोस्तों संग खेलते थे।
   खेतों में दौड़ते फिरते,
   खुशी से मन भर जाता।✍️✍️🙏💯😍

©Arjun Singh Rathoud #Gwalior City

शाम की छोटी कविताएँ यहाँ कुछ छोटी-छोटी कविताएँ हैं जो शाम के माहौल को बयां करती हैं: * शाम का नजारा: धूप छिपी, छाया फैली, चिड़ियों की

7 Love

White घोड़े के पीछे और पैसे वाले के आगे कभी मत चलो क्योंकि वह कभी भी लात मार देते हैं.. ©RAVI PRAKASH

#शायरी #sad_quotes  White घोड़े के पीछे और पैसे वाले के आगे कभी मत चलो क्योंकि वह कभी भी लात मार देते हैं..

©RAVI PRAKASH

#sad_quotes घोड़े के पीछे और पैसे वाले के आगे कभी मत चलो क्योंकि वह कभी भी लात मार देते हैं..

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White घोड़े के पीछे और पैसे वाले के आगे कभी मत चलो क्योंकि वह कभी भी लात मार देते हैं.. ©RAVI PRAKASH

#शायरी #sad_quotes  White घोड़े के पीछे और पैसे वाले के आगे कभी मत चलो क्योंकि वह कभी भी लात मार देते हैं..

©RAVI PRAKASH

#sad_quotes घोड़े के पीछे और पैसे वाले के आगे कभी मत चलो क्योंकि वह कभी भी लात मार देते हैं..

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White घोड़े के पीछे और पैसे वाले के आगे कभी मत चलो क्योंकि वह कभी भी लात मार देते हैं.. ©RAVI PRAKASH

#शायरी #sad_quotes  White घोड़े के पीछे और पैसे वाले के आगे कभी मत चलो क्योंकि वह कभी भी लात मार देते हैं..

©RAVI PRAKASH

#sad_quotes घोड़े के पीछे और पैसे

14 Love

#Motivational

वो लहू क्या है रगों में दौड़ते फिरने के हम नहीं क़ाइल जब आंख ही से न टपका तो फिर लहू क्या है। -मिर्जा ग़ालिब

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शाम की छोटी कविताएँ यहाँ कुछ छोटी-छोटी कविताएँ हैं जो शाम के माहौल को बयां करती हैं: * शाम का नजारा: धूप छिपी, छाया फैली, चिड़ियों की चहचहाट थमी। आकाश रंग बदलता, शाम आई, मन को भाती। * संध्या का समय: आज का दिन हुआ समाप्त, तारे निकले, चाँद आया। हवा चलती, शीतल लगती, मन शांत, आनंद भरा। * शाम की यादें: बचपन की शामें याद आतीं, दोस्तों संग खेलते थे। खेतों में दौड़ते फिरते, खुशी से मन भर जाता।✍️✍️🙏💯😍 ©Arjun Singh Rathoud #Gwalior City

#KavitaNojotoHindi #कविता #nojoto😀😀 #♥️💔💔 #shaamkikavita  शाम की छोटी कविताएँ
यहाँ कुछ छोटी-छोटी कविताएँ हैं जो शाम के माहौल को बयां करती हैं:
 * शाम का नजारा:
   धूप छिपी, छाया फैली,
   चिड़ियों की चहचहाट थमी।
   आकाश रंग बदलता,
   शाम आई, मन को भाती।
 * संध्या का समय:
   आज का दिन हुआ समाप्त,
   तारे निकले, चाँद आया।
   हवा चलती, शीतल लगती,
   मन शांत, आनंद भरा।
 * शाम की यादें:
   बचपन की शामें याद आतीं,
   दोस्तों संग खेलते थे।
   खेतों में दौड़ते फिरते,
   खुशी से मन भर जाता।✍️✍️🙏💯😍

©Arjun Singh Rathoud #Gwalior City

शाम की छोटी कविताएँ यहाँ कुछ छोटी-छोटी कविताएँ हैं जो शाम के माहौल को बयां करती हैं: * शाम का नजारा: धूप छिपी, छाया फैली, चिड़ियों की

7 Love

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