tags

New जळून खाक Status, Photo, Video

Find the latest Status about जळून खाक from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about जळून खाक.

  • Latest
  • Popular
  • Video

White वस्ल ए सनम की लज्जत से पहले का इशारा भी देखना के इस जिल्लत ए रुस्वा का तुम खसारा भी देखना//१ गुजिश्त जीस्त ए बेबसी का*इस्तिआरा भी देखना,इस दुनियाँ का नहीं,मेरी उल्फत का तुम*इस्तिखारा भी देखना//२ मरहला ए शहादत के लिए मुजरिम हाले दिल को चुना जाएगा, इस सुर्ख लहूं मे अलुदा गर्दन तुम हमारा भी देखना//३ कयामत ये भी हुई के जिनसे ये दिल मुंफरीद है,अब मुखालफ़त की सफ मे उनको ही तुम सफेंआरा भी देखना//४ खाक बदन को खाक मे मिलने मिलाने का मनाजरा भी देखना, इसी खाक मे जरा तुम सिकंदरे आज़म का माजरा भी देखना// तेरे चश्म की तीरे नज़र का मदहोश नज़ारा भी देखना,क्यूँ किया माइल,जाकर आइने मे अक्स तुम्हारा भी देखना//६ "शमा"की जानिब से हिज्र का दुश्वारा भी देखना,याद बहुत आता है तेरा,इस तरह पलट कर मुझे दुबारा भी देखना//७ #Shsmawtitesbebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

#shamawtitesBebaak #Shsmawtitesbebaak #writersofindia #loveshayari #sadShayari  White वस्ल ए सनम की लज्जत से पहले का इशारा भी देखना
 के इस जिल्लत ए रुस्वा का तुम खसारा भी देखना//१

गुजिश्त जीस्त ए बेबसी का*इस्तिआरा भी देखना,इस 
दुनियाँ का नहीं,मेरी उल्फत का तुम*इस्तिखारा भी देखना//२

मरहला ए शहादत के लिए मुजरिम हाले दिल को चुना जाएगा,
इस सुर्ख लहूं मे अलुदा गर्दन तुम हमारा भी देखना//३

कयामत ये भी हुई के जिनसे ये दिल मुंफरीद है,अब
मुखालफ़त की सफ मे उनको ही तुम सफेंआरा भी देखना//४

खाक बदन को खाक मे मिलने मिलाने का मनाजरा भी देखना,
इसी खाक मे जरा तुम सिकंदरे आज़म का माजरा भी देखना//

तेरे चश्म की तीरे नज़र का मदहोश नज़ारा भी देखना,क्यूँ
किया माइल,जाकर आइने मे अक्स तुम्हारा भी देखना//६

"शमा"की जानिब से हिज्र का दुश्वारा भी देखना,याद
बहुत आता है तेरा,इस तरह पलट कर मुझे दुबारा भी देखना//७
#Shsmawtitesbebaak

©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

#Sad_Status वस्ल ए सनम की लज्जत से पहले का इशारा भी देखना,इस जिल्लत ए रुस्वा का तुम खसारा भी देखना//१ गुजिश्त जीस्त ए बेबसी का *इस्तिआरा भी

16 Love

White अपने मरने की ये तदबीर बना ली मैने, जिंदा रहने की खबर खुदसे छुपा ली मैने//१ रूह जब जिस्म से परवाज हुए देखी तो, फानी दुनियां से,ऐसे भी विदा ली मैने//२ खुदकी महशर मे नदामत की अदा रखने को, अपने आक़ा से शफाअत जो करा ली मैने//३ तेरी जानिब से तो इक भी न सदाए आई, तेरे हिज्रा कोही, वस्ले-दुआ मना ली मैंने//४ बा'द अरसें के मैं सोई तो ऐसे सोई, ओढली खाक-ए -रिदा, ख़ाक बिछा ली मैंने//५ जो"शमा ने अपनी तदबीर बना रखी है, उसी तदबीर को तरतीब बना ली मैने//६ #shamawritesbebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

#shamawritesBebaak #Sad_Status  White अपने मरने की ये तदबीर बना ली मैने,
जिंदा रहने की खबर खुदसे छुपा ली मैने//१

रूह जब जिस्म से परवाज हुए देखी तो,
फानी दुनियां से,ऐसे भी विदा ली मैने//२

खुदकी महशर मे नदामत की अदा रखने को,
अपने आक़ा से शफाअत जो करा ली मैने//३

तेरी जानिब से तो इक भी न सदाए आई,
तेरे हिज्रा कोही, वस्ले-दुआ मना ली मैंने//४

बा'द अरसें के मैं सोई तो ऐसे सोई,
ओढली खाक-ए -रिदा, ख़ाक बिछा ली मैंने//५

जो"शमा ने अपनी तदबीर बना रखी है,
उसी तदबीर को तरतीब बना ली मैने//६
#shamawritesbebaak

©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

#Sad_Status अपने मरने की ये तदबीर बना ली मैने,जिंदा रहने की खबर खुदसे छुपा ली मैने//१ रूह जब जिस्म से परवाज हुए देखी तो,फानी दुनियां से,ऐस

22 Love

मर्ज़ी से खुलकर खाक हो जाये तो उफ़्फ़ तक नही

126 View

White अपना कहकर आप,फिर ग़ैर समझते हो गैराना ताल्लुकात में, फिर क्यु उलझते हौ बेहाल आखे , हिसाब मांगती है अश्कों का, गोरे गाल पर रोज़ फिर क्यु फिसलते हो खुले आसमान में,चांद से मिलाकर आंखें, हुस्नकी नज़ाकत,से,फिर क्यूं बिखरते हो बैताब इस दिलमे, बहुत तमन्नाएं बसी है, उम्मीदों का बाजार खुला फिर क्यूं रखते हो खाक और मीट्टीमे, कुछ भी फर्क कहां है? फिक्र ज़िंदगीमे बेफिजूल ,फिर क्यूं करते हैं आसान कहां है ? फरमाएं इश्क़ मिज़ाज, हाल ए दिल हक़ीक़त में फिर क्यूं मचलते हो ©Mohanbhai आनंद

#good_night #Quotes  White अपना कहकर आप,फिर ग़ैर समझते हो
गैराना ताल्लुकात में, फिर क्यु उलझते हौ

बेहाल आखे , हिसाब मांगती है अश्कों का,
गोरे गाल पर रोज़ फिर क्यु फिसलते हो 

खुले आसमान में,चांद से मिलाकर आंखें,
हुस्नकी नज़ाकत,से,फिर क्यूं बिखरते हो

बैताब  इस दिलमे, बहुत तमन्नाएं बसी है,
उम्मीदों का बाजार खुला फिर क्यूं रखते हो

खाक और मीट्टीमे, कुछ भी फर्क कहां है?
फिक्र ज़िंदगीमे बेफिजूल ,फिर क्यूं करते हैं 

आसान कहां है ? फरमाएं इश्क़ मिज़ाज,
हाल ए दिल हक़ीक़त में फिर क्यूं मचलते हो

©Mohanbhai आनंद

#good_night अपना कहकर आप,फिर ग़ैर समझते हो गैराना ताल्लुकात में, फिर क्यु उलझते हौ बेहाल आखे , हिसाब मांगती है अश्कों का, गोरे गाल पर रोज़

11 Love

White अपना कहकरआप,फिर ग़ैर समझते हो गैराना ताल्लुकात हे, फिर क्यु उलझते हौ बेहाल आखे हिसाब मांगती है अश्कों का गोरे गाल पर रोज़ फिर क्यु बरसते हो खुले आसमान में,चांद से मिलाकर आंखें, हुस्नकी नज़ाकत,फिर क्यूं चुराया करते हो बैताब इस दिलमे बहुत तमन्नाएं बसी है, उम्मीदों का बाजार खुला फिर क्यूं रखते हो खाक और मीट्टीमे, कुछ भी फर्क कहां है? फिक्र ज़िंदगीमे बेफिजूल ,फिर क्यूं करते हैं आसान कहां है ?फरमाएं इश्क़ मिज़ाज, हकीकी मैं हाल ए दिल फिर क्यूं मचलते हो ©Mohanbhai आनंद

#GoodMorning #Quotes  White अपना  कहकरआप,फिर ग़ैर समझते हो
गैराना ताल्लुकात हे, फिर क्यु उलझते हौ

बेहाल आखे हिसाब मांगती है अश्कों का
गोरे गाल पर रोज़ फिर क्यु बरसते हो 

खुले आसमान में,चांद से मिलाकर आंखें,
हुस्नकी नज़ाकत,फिर क्यूं चुराया करते हो

बैताब  इस दिलमे बहुत तमन्नाएं बसी है,
उम्मीदों का बाजार खुला फिर क्यूं रखते हो

खाक और मीट्टीमे, कुछ भी फर्क कहां है?
फिक्र ज़िंदगीमे बेफिजूल ,फिर क्यूं करते हैं 

आसान कहां है ?फरमाएं इश्क़ मिज़ाज,
हकीकी मैं हाल ए दिल फिर क्यूं मचलते हो

©Mohanbhai आनंद

#GoodMorning अपना कहकरआप,फिर ग़ैर समझते हो गैराना ताल्लुकातमे फिर क्यु उलझते हौ बेहाल आखे हिसाब मांगती है अश्कों का गोरे गाल पर रोज़ फि

13 Love

White बरसों से खटकता रहा हूं जिन आंखों में,, अब मैं उनमें रगड़ने लगा हूं फूटी आंख ना सुहाया किसी को, चुभता रहा ना भाया किसी को, आज उनमें और भी ज्यादा चुभने लगा हूं मैं दिल के दरिया का जो पानी सालों से आंखो से बह बह कर सूख चुका, जिसकी तलहटी को खुंद खूंद कर उसकी परतों से खून तक चूस डाला, जो अब बंजर सुनसान परतों की पपड़ी खाक बन कर उड़ती है तो उस धूल से उनकी आंखों में जो हल्की सी परेशानी है ,, वैसा एक कचरा/ तिनका बना हुआ हूं मैं ,,.... ©Rakesh frnds4ever

#फूटिआंखनसुहायकिसिको #दिलकादरिया♥ #तिनका #आंखों #तलहटी #बरसों  White बरसों से खटकता रहा हूं जिन आंखों में,,
अब मैं उनमें रगड़ने लगा हूं 

फूटी आंख ना सुहाया किसी को,
चुभता रहा ना भाया किसी को,
 आज उनमें और भी ज्यादा चुभने लगा हूं मैं 


दिल के दरिया का जो पानी
 सालों से 
आंखो से बह बह कर सूख चुका,
 जिसकी तलहटी को खुंद खूंद कर
 उसकी परतों से खून तक चूस डाला, 

जो अब बंजर सुनसान परतों की पपड़ी
 खाक बन कर उड़ती है तो 

उस धूल से उनकी आंखों में जो हल्की सी परेशानी है ,, 
वैसा एक कचरा/ तिनका बना हुआ हूं मैं ,,....

©Rakesh frnds4ever

#फूटिआंखनसुहायकिसिको #बरसों से खटकता रहा हूं जिन #आंखों में,, अब मैं उनमें रगड़ने लगा हूं फूटी आंख ना सुहाया किसी को,#चुभता रहा ना भाया कि

12 Love

White वस्ल ए सनम की लज्जत से पहले का इशारा भी देखना के इस जिल्लत ए रुस्वा का तुम खसारा भी देखना//१ गुजिश्त जीस्त ए बेबसी का*इस्तिआरा भी देखना,इस दुनियाँ का नहीं,मेरी उल्फत का तुम*इस्तिखारा भी देखना//२ मरहला ए शहादत के लिए मुजरिम हाले दिल को चुना जाएगा, इस सुर्ख लहूं मे अलुदा गर्दन तुम हमारा भी देखना//३ कयामत ये भी हुई के जिनसे ये दिल मुंफरीद है,अब मुखालफ़त की सफ मे उनको ही तुम सफेंआरा भी देखना//४ खाक बदन को खाक मे मिलने मिलाने का मनाजरा भी देखना, इसी खाक मे जरा तुम सिकंदरे आज़म का माजरा भी देखना// तेरे चश्म की तीरे नज़र का मदहोश नज़ारा भी देखना,क्यूँ किया माइल,जाकर आइने मे अक्स तुम्हारा भी देखना//६ "शमा"की जानिब से हिज्र का दुश्वारा भी देखना,याद बहुत आता है तेरा,इस तरह पलट कर मुझे दुबारा भी देखना//७ #Shsmawtitesbebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

#shamawtitesBebaak #Shsmawtitesbebaak #writersofindia #loveshayari #sadShayari  White वस्ल ए सनम की लज्जत से पहले का इशारा भी देखना
 के इस जिल्लत ए रुस्वा का तुम खसारा भी देखना//१

गुजिश्त जीस्त ए बेबसी का*इस्तिआरा भी देखना,इस 
दुनियाँ का नहीं,मेरी उल्फत का तुम*इस्तिखारा भी देखना//२

मरहला ए शहादत के लिए मुजरिम हाले दिल को चुना जाएगा,
इस सुर्ख लहूं मे अलुदा गर्दन तुम हमारा भी देखना//३

कयामत ये भी हुई के जिनसे ये दिल मुंफरीद है,अब
मुखालफ़त की सफ मे उनको ही तुम सफेंआरा भी देखना//४

खाक बदन को खाक मे मिलने मिलाने का मनाजरा भी देखना,
इसी खाक मे जरा तुम सिकंदरे आज़म का माजरा भी देखना//

तेरे चश्म की तीरे नज़र का मदहोश नज़ारा भी देखना,क्यूँ
किया माइल,जाकर आइने मे अक्स तुम्हारा भी देखना//६

"शमा"की जानिब से हिज्र का दुश्वारा भी देखना,याद
बहुत आता है तेरा,इस तरह पलट कर मुझे दुबारा भी देखना//७
#Shsmawtitesbebaak

©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

#Sad_Status वस्ल ए सनम की लज्जत से पहले का इशारा भी देखना,इस जिल्लत ए रुस्वा का तुम खसारा भी देखना//१ गुजिश्त जीस्त ए बेबसी का *इस्तिआरा भी

16 Love

White अपने मरने की ये तदबीर बना ली मैने, जिंदा रहने की खबर खुदसे छुपा ली मैने//१ रूह जब जिस्म से परवाज हुए देखी तो, फानी दुनियां से,ऐसे भी विदा ली मैने//२ खुदकी महशर मे नदामत की अदा रखने को, अपने आक़ा से शफाअत जो करा ली मैने//३ तेरी जानिब से तो इक भी न सदाए आई, तेरे हिज्रा कोही, वस्ले-दुआ मना ली मैंने//४ बा'द अरसें के मैं सोई तो ऐसे सोई, ओढली खाक-ए -रिदा, ख़ाक बिछा ली मैंने//५ जो"शमा ने अपनी तदबीर बना रखी है, उसी तदबीर को तरतीब बना ली मैने//६ #shamawritesbebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

#shamawritesBebaak #Sad_Status  White अपने मरने की ये तदबीर बना ली मैने,
जिंदा रहने की खबर खुदसे छुपा ली मैने//१

रूह जब जिस्म से परवाज हुए देखी तो,
फानी दुनियां से,ऐसे भी विदा ली मैने//२

खुदकी महशर मे नदामत की अदा रखने को,
अपने आक़ा से शफाअत जो करा ली मैने//३

तेरी जानिब से तो इक भी न सदाए आई,
तेरे हिज्रा कोही, वस्ले-दुआ मना ली मैंने//४

बा'द अरसें के मैं सोई तो ऐसे सोई,
ओढली खाक-ए -रिदा, ख़ाक बिछा ली मैंने//५

जो"शमा ने अपनी तदबीर बना रखी है,
उसी तदबीर को तरतीब बना ली मैने//६
#shamawritesbebaak

©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

#Sad_Status अपने मरने की ये तदबीर बना ली मैने,जिंदा रहने की खबर खुदसे छुपा ली मैने//१ रूह जब जिस्म से परवाज हुए देखी तो,फानी दुनियां से,ऐस

22 Love

मर्ज़ी से खुलकर खाक हो जाये तो उफ़्फ़ तक नही

126 View

White अपना कहकर आप,फिर ग़ैर समझते हो गैराना ताल्लुकात में, फिर क्यु उलझते हौ बेहाल आखे , हिसाब मांगती है अश्कों का, गोरे गाल पर रोज़ फिर क्यु फिसलते हो खुले आसमान में,चांद से मिलाकर आंखें, हुस्नकी नज़ाकत,से,फिर क्यूं बिखरते हो बैताब इस दिलमे, बहुत तमन्नाएं बसी है, उम्मीदों का बाजार खुला फिर क्यूं रखते हो खाक और मीट्टीमे, कुछ भी फर्क कहां है? फिक्र ज़िंदगीमे बेफिजूल ,फिर क्यूं करते हैं आसान कहां है ? फरमाएं इश्क़ मिज़ाज, हाल ए दिल हक़ीक़त में फिर क्यूं मचलते हो ©Mohanbhai आनंद

#good_night #Quotes  White अपना कहकर आप,फिर ग़ैर समझते हो
गैराना ताल्लुकात में, फिर क्यु उलझते हौ

बेहाल आखे , हिसाब मांगती है अश्कों का,
गोरे गाल पर रोज़ फिर क्यु फिसलते हो 

खुले आसमान में,चांद से मिलाकर आंखें,
हुस्नकी नज़ाकत,से,फिर क्यूं बिखरते हो

बैताब  इस दिलमे, बहुत तमन्नाएं बसी है,
उम्मीदों का बाजार खुला फिर क्यूं रखते हो

खाक और मीट्टीमे, कुछ भी फर्क कहां है?
फिक्र ज़िंदगीमे बेफिजूल ,फिर क्यूं करते हैं 

आसान कहां है ? फरमाएं इश्क़ मिज़ाज,
हाल ए दिल हक़ीक़त में फिर क्यूं मचलते हो

©Mohanbhai आनंद

#good_night अपना कहकर आप,फिर ग़ैर समझते हो गैराना ताल्लुकात में, फिर क्यु उलझते हौ बेहाल आखे , हिसाब मांगती है अश्कों का, गोरे गाल पर रोज़

11 Love

White अपना कहकरआप,फिर ग़ैर समझते हो गैराना ताल्लुकात हे, फिर क्यु उलझते हौ बेहाल आखे हिसाब मांगती है अश्कों का गोरे गाल पर रोज़ फिर क्यु बरसते हो खुले आसमान में,चांद से मिलाकर आंखें, हुस्नकी नज़ाकत,फिर क्यूं चुराया करते हो बैताब इस दिलमे बहुत तमन्नाएं बसी है, उम्मीदों का बाजार खुला फिर क्यूं रखते हो खाक और मीट्टीमे, कुछ भी फर्क कहां है? फिक्र ज़िंदगीमे बेफिजूल ,फिर क्यूं करते हैं आसान कहां है ?फरमाएं इश्क़ मिज़ाज, हकीकी मैं हाल ए दिल फिर क्यूं मचलते हो ©Mohanbhai आनंद

#GoodMorning #Quotes  White अपना  कहकरआप,फिर ग़ैर समझते हो
गैराना ताल्लुकात हे, फिर क्यु उलझते हौ

बेहाल आखे हिसाब मांगती है अश्कों का
गोरे गाल पर रोज़ फिर क्यु बरसते हो 

खुले आसमान में,चांद से मिलाकर आंखें,
हुस्नकी नज़ाकत,फिर क्यूं चुराया करते हो

बैताब  इस दिलमे बहुत तमन्नाएं बसी है,
उम्मीदों का बाजार खुला फिर क्यूं रखते हो

खाक और मीट्टीमे, कुछ भी फर्क कहां है?
फिक्र ज़िंदगीमे बेफिजूल ,फिर क्यूं करते हैं 

आसान कहां है ?फरमाएं इश्क़ मिज़ाज,
हकीकी मैं हाल ए दिल फिर क्यूं मचलते हो

©Mohanbhai आनंद

#GoodMorning अपना कहकरआप,फिर ग़ैर समझते हो गैराना ताल्लुकातमे फिर क्यु उलझते हौ बेहाल आखे हिसाब मांगती है अश्कों का गोरे गाल पर रोज़ फि

13 Love

White बरसों से खटकता रहा हूं जिन आंखों में,, अब मैं उनमें रगड़ने लगा हूं फूटी आंख ना सुहाया किसी को, चुभता रहा ना भाया किसी को, आज उनमें और भी ज्यादा चुभने लगा हूं मैं दिल के दरिया का जो पानी सालों से आंखो से बह बह कर सूख चुका, जिसकी तलहटी को खुंद खूंद कर उसकी परतों से खून तक चूस डाला, जो अब बंजर सुनसान परतों की पपड़ी खाक बन कर उड़ती है तो उस धूल से उनकी आंखों में जो हल्की सी परेशानी है ,, वैसा एक कचरा/ तिनका बना हुआ हूं मैं ,,.... ©Rakesh frnds4ever

#फूटिआंखनसुहायकिसिको #दिलकादरिया♥ #तिनका #आंखों #तलहटी #बरसों  White बरसों से खटकता रहा हूं जिन आंखों में,,
अब मैं उनमें रगड़ने लगा हूं 

फूटी आंख ना सुहाया किसी को,
चुभता रहा ना भाया किसी को,
 आज उनमें और भी ज्यादा चुभने लगा हूं मैं 


दिल के दरिया का जो पानी
 सालों से 
आंखो से बह बह कर सूख चुका,
 जिसकी तलहटी को खुंद खूंद कर
 उसकी परतों से खून तक चूस डाला, 

जो अब बंजर सुनसान परतों की पपड़ी
 खाक बन कर उड़ती है तो 

उस धूल से उनकी आंखों में जो हल्की सी परेशानी है ,, 
वैसा एक कचरा/ तिनका बना हुआ हूं मैं ,,....

©Rakesh frnds4ever

#फूटिआंखनसुहायकिसिको #बरसों से खटकता रहा हूं जिन #आंखों में,, अब मैं उनमें रगड़ने लगा हूं फूटी आंख ना सुहाया किसी को,#चुभता रहा ना भाया कि

12 Love

Trending Topic