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New my burnt diary Status, Photo, Video

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White aaj ke time me bus matalab ke log hai jb jarurat ho to apna kahte hai matlab nikla to koi kisi ka nhi ©Siya Singh

 White aaj ke time me bus matalab ke log hai jb jarurat ho to apna kahte hai matlab nikla to koi kisi ka nhi

©Siya Singh

my new diary

15 Love

छोड़ो ना ये सफेद बालों की फ़िक्र ,,,,कोई तो है... जो तुम्हारे चेहरे की तिल पर मरता है । छोड़ो ना ये बढ़ते हुए वज़न की फ़िक्र ,,,,कोई तो है .. जो सिर्फ़ तुम्हारे खूबसूरत दिल पे मरता है। छोड़ो ना ये गालों की सिलवटों की फ़िक्र ,,,,,कोई तो है... जो सिर्फ़ तुम्हारी प्यारी सी मुस्कान पे मरता है। तुम वही करो जिससे तुम्हें खुशी मिले ,,,,, कोई तो है जो सिर्फ़ तुम्हारी खुशी पर मरता है। ©Tarique Usmani

#wishes #diary  छोड़ो ना
ये सफेद बालों की फ़िक्र ,,,,कोई तो है... जो तुम्हारे 
चेहरे की तिल पर मरता है ।
छोड़ो ना
ये बढ़ते हुए वज़न की फ़िक्र ,,,,कोई तो है .. जो सिर्फ़ तुम्हारे खूबसूरत दिल पे मरता है।
छोड़ो ना
ये गालों की सिलवटों की फ़िक्र ,,,,,कोई तो है... 
जो सिर्फ़ तुम्हारी प्यारी सी मुस्कान पे मरता है।
तुम वही करो जिससे तुम्हें खुशी मिले ,,,,, कोई तो है
जो सिर्फ़ तुम्हारी खुशी पर मरता है।

©Tarique Usmani

#diary

20 Love

प्रेम में तो सिर्फ़ हवस वालो को सफलता मिलती है, जो सच में सच्चा प्यार करते है, साला वो तो शायरिया लिखते रह जाते हैं। ©sweetu

#diary #SAD  प्रेम में तो सिर्फ़ हवस वालो को सफलता मिलती है,
जो सच में सच्चा प्यार करते है, साला वो तो शायरिया लिखते रह जाते हैं।

©sweetu

#diary

9 Love

Dear Diary Pichle kayi saalo se humari zindagi mein kya chal raha hai, kya ho raha hai, kuch hume pata hi nahi chalta, bs subaah se shaam hoti hai, ghar ke kaam, mobile, tv, namaaz, quraan, sajde bs phir naya din, aur aisa karte - karte kayi saal ho gaye hai, hume toh pata hi nahi zindagi mein kuch paana bhi chahte hai ya nahi, past ki baaton se hi nahi nikal paate, apni nadaniyon se, pata nahi zindagi mein kuch banenge bhi ya nahi, bs Overthinking, anxiety yeh sab laga rehta hai zindagi mein aisa lagta hai, khush hote hai , din bhar logon se baatien, bhai - behan se jhagdaa hota rehta hai, par phir jab raaton ko neend nahi aati, zindagi ki talkh baatein yaad aati hai, aane waale kal ki fikar sataane lagti hai, allah par yakeen hai pata nahi kyun yeh dimaag nahi sunta humari. 2/10/24 ⏰11:37 p. m. (ubaida khatoon S S) ✍️ ©Ubaida khatoon Siddiqui

#विचार #Ubaidakhatoon #ubaidawrites #diary  Dear Diary Pichle kayi saalo se humari zindagi mein kya chal raha hai,
 kya ho raha hai, 
kuch hume pata hi nahi chalta, 
bs subaah se shaam hoti hai, 
ghar ke kaam, mobile, tv, namaaz, quraan, 
sajde bs phir naya din,
 aur aisa karte - karte kayi saal ho gaye hai, 
hume toh pata hi nahi zindagi mein
 kuch paana bhi chahte hai ya nahi, 
past ki baaton se hi nahi nikal paate, 
apni nadaniyon se, 
pata nahi zindagi mein kuch banenge bhi ya nahi, 
bs Overthinking, anxiety yeh sab laga rehta hai 
zindagi mein aisa lagta hai, 
khush hote hai , din bhar logon se baatien, 
bhai - behan se jhagdaa hota rehta hai, 
par phir jab raaton ko neend nahi aati, 
zindagi ki talkh baatein yaad aati hai, 
aane waale kal ki fikar sataane lagti hai, 
allah par yakeen  hai 
pata nahi kyun yeh dimaag nahi sunta humari. 
2/10/24
⏰11:37 p. m. 
(ubaida khatoon S S) ✍️

©Ubaida khatoon Siddiqui
#diary  ये मेरी "DIARY" ।

अधूरे लफ़्ज़ और अकेलेपन के एहसास को
साही से लिखू या सुरमे से लिखू...।
कतराती हूं ये सोच के की
बीच सफर में दोस्ती राहे से रखू या मंजिल से रखू...।
आंखों में दर्द के समंदर लिए
दिल में रेत का घर बसाना चाहती हूं...।
रात भर इन आंखों को यादों में भीगा कर
ख्वाबों के बाहों में लिपटना चाहती हूं...।
तू कब तक समेटती रहेगी
वो बिखरी हुई यादों के पन्नो को...।
पाकर भी खो दिया है सब कुछ  
अब यादों के सिवा और कुछ नहीं है खोने को...।
वो पूछते हैं ठिकाना हमारे लापता खुशियों का
और यहाँ अल्फाजों की देहलीज पर जिंदगी घायल खड़ी हे...।
सो लेने दो सिमटी हुई यादों के बिस्तर पे कुछ देर और
यारो,,,जीने के लिए तो पूरी जिंदगी पड़ी है...।
कर लेती हूं‌ कभी कभी हिसाब आपनो के दिए हुए ज़ख्म का
ओर उनके दिए हुए मोहब्बत के कर्जदार भी हम हैं...।
लोग पास रह कर रिश्तो निभाने की बात करते हैं
मगर निभाने वाले तो दूर रह कर भी निभा जाते हैं...।
जरूरी तो नहीं की
हर मसले का हल माफ़ी हो...।
कल सब नाम के रिश्ते जरूरी थे
मगर आज मेरे लिए सिर्फ "TUM" ही काफी हो...।

©Rajeswari Bal

#diary Diary is my best friend 📒🖋️

99 View

कौन यहाँ दिल बहलाने को लिखता है, दिल बहलता नहीं इसलिए तो लिखना पड़ता है। ©Dcprashant

#विचार #diary  कौन यहाँ दिल बहलाने को लिखता है,
दिल बहलता नहीं इसलिए तो लिखना पड़ता है।

©Dcprashant

#diary

9 Love

White aaj ke time me bus matalab ke log hai jb jarurat ho to apna kahte hai matlab nikla to koi kisi ka nhi ©Siya Singh

 White aaj ke time me bus matalab ke log hai jb jarurat ho to apna kahte hai matlab nikla to koi kisi ka nhi

©Siya Singh

my new diary

15 Love

छोड़ो ना ये सफेद बालों की फ़िक्र ,,,,कोई तो है... जो तुम्हारे चेहरे की तिल पर मरता है । छोड़ो ना ये बढ़ते हुए वज़न की फ़िक्र ,,,,कोई तो है .. जो सिर्फ़ तुम्हारे खूबसूरत दिल पे मरता है। छोड़ो ना ये गालों की सिलवटों की फ़िक्र ,,,,,कोई तो है... जो सिर्फ़ तुम्हारी प्यारी सी मुस्कान पे मरता है। तुम वही करो जिससे तुम्हें खुशी मिले ,,,,, कोई तो है जो सिर्फ़ तुम्हारी खुशी पर मरता है। ©Tarique Usmani

#wishes #diary  छोड़ो ना
ये सफेद बालों की फ़िक्र ,,,,कोई तो है... जो तुम्हारे 
चेहरे की तिल पर मरता है ।
छोड़ो ना
ये बढ़ते हुए वज़न की फ़िक्र ,,,,कोई तो है .. जो सिर्फ़ तुम्हारे खूबसूरत दिल पे मरता है।
छोड़ो ना
ये गालों की सिलवटों की फ़िक्र ,,,,,कोई तो है... 
जो सिर्फ़ तुम्हारी प्यारी सी मुस्कान पे मरता है।
तुम वही करो जिससे तुम्हें खुशी मिले ,,,,, कोई तो है
जो सिर्फ़ तुम्हारी खुशी पर मरता है।

©Tarique Usmani

#diary

20 Love

प्रेम में तो सिर्फ़ हवस वालो को सफलता मिलती है, जो सच में सच्चा प्यार करते है, साला वो तो शायरिया लिखते रह जाते हैं। ©sweetu

#diary #SAD  प्रेम में तो सिर्फ़ हवस वालो को सफलता मिलती है,
जो सच में सच्चा प्यार करते है, साला वो तो शायरिया लिखते रह जाते हैं।

©sweetu

#diary

9 Love

Dear Diary Pichle kayi saalo se humari zindagi mein kya chal raha hai, kya ho raha hai, kuch hume pata hi nahi chalta, bs subaah se shaam hoti hai, ghar ke kaam, mobile, tv, namaaz, quraan, sajde bs phir naya din, aur aisa karte - karte kayi saal ho gaye hai, hume toh pata hi nahi zindagi mein kuch paana bhi chahte hai ya nahi, past ki baaton se hi nahi nikal paate, apni nadaniyon se, pata nahi zindagi mein kuch banenge bhi ya nahi, bs Overthinking, anxiety yeh sab laga rehta hai zindagi mein aisa lagta hai, khush hote hai , din bhar logon se baatien, bhai - behan se jhagdaa hota rehta hai, par phir jab raaton ko neend nahi aati, zindagi ki talkh baatein yaad aati hai, aane waale kal ki fikar sataane lagti hai, allah par yakeen hai pata nahi kyun yeh dimaag nahi sunta humari. 2/10/24 ⏰11:37 p. m. (ubaida khatoon S S) ✍️ ©Ubaida khatoon Siddiqui

#विचार #Ubaidakhatoon #ubaidawrites #diary  Dear Diary Pichle kayi saalo se humari zindagi mein kya chal raha hai,
 kya ho raha hai, 
kuch hume pata hi nahi chalta, 
bs subaah se shaam hoti hai, 
ghar ke kaam, mobile, tv, namaaz, quraan, 
sajde bs phir naya din,
 aur aisa karte - karte kayi saal ho gaye hai, 
hume toh pata hi nahi zindagi mein
 kuch paana bhi chahte hai ya nahi, 
past ki baaton se hi nahi nikal paate, 
apni nadaniyon se, 
pata nahi zindagi mein kuch banenge bhi ya nahi, 
bs Overthinking, anxiety yeh sab laga rehta hai 
zindagi mein aisa lagta hai, 
khush hote hai , din bhar logon se baatien, 
bhai - behan se jhagdaa hota rehta hai, 
par phir jab raaton ko neend nahi aati, 
zindagi ki talkh baatein yaad aati hai, 
aane waale kal ki fikar sataane lagti hai, 
allah par yakeen  hai 
pata nahi kyun yeh dimaag nahi sunta humari. 
2/10/24
⏰11:37 p. m. 
(ubaida khatoon S S) ✍️

©Ubaida khatoon Siddiqui
#diary  ये मेरी "DIARY" ।

अधूरे लफ़्ज़ और अकेलेपन के एहसास को
साही से लिखू या सुरमे से लिखू...।
कतराती हूं ये सोच के की
बीच सफर में दोस्ती राहे से रखू या मंजिल से रखू...।
आंखों में दर्द के समंदर लिए
दिल में रेत का घर बसाना चाहती हूं...।
रात भर इन आंखों को यादों में भीगा कर
ख्वाबों के बाहों में लिपटना चाहती हूं...।
तू कब तक समेटती रहेगी
वो बिखरी हुई यादों के पन्नो को...।
पाकर भी खो दिया है सब कुछ  
अब यादों के सिवा और कुछ नहीं है खोने को...।
वो पूछते हैं ठिकाना हमारे लापता खुशियों का
और यहाँ अल्फाजों की देहलीज पर जिंदगी घायल खड़ी हे...।
सो लेने दो सिमटी हुई यादों के बिस्तर पे कुछ देर और
यारो,,,जीने के लिए तो पूरी जिंदगी पड़ी है...।
कर लेती हूं‌ कभी कभी हिसाब आपनो के दिए हुए ज़ख्म का
ओर उनके दिए हुए मोहब्बत के कर्जदार भी हम हैं...।
लोग पास रह कर रिश्तो निभाने की बात करते हैं
मगर निभाने वाले तो दूर रह कर भी निभा जाते हैं...।
जरूरी तो नहीं की
हर मसले का हल माफ़ी हो...।
कल सब नाम के रिश्ते जरूरी थे
मगर आज मेरे लिए सिर्फ "TUM" ही काफी हो...।

©Rajeswari Bal

#diary Diary is my best friend 📒🖋️

99 View

कौन यहाँ दिल बहलाने को लिखता है, दिल बहलता नहीं इसलिए तो लिखना पड़ता है। ©Dcprashant

#विचार #diary  कौन यहाँ दिल बहलाने को लिखता है,
दिल बहलता नहीं इसलिए तो लिखना पड़ता है।

©Dcprashant

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