tags

New ज़रा देख मेरा दीवानापन Status, Photo, Video

Find the latest Status about ज़रा देख मेरा दीवानापन from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about ज़रा देख मेरा दीवानापन.

  • Latest
  • Popular
  • Video

दिल की आवाज़ सुनकर जी रहा हूँ मैं, अगर ये गलत है, तो सही होने का क्या फ़ायदा? ©Augustine Manda

#विचार  दिल की आवाज़ सुनकर जी रहा हूँ मैं,
अगर ये गलत है, तो सही होने का क्या फ़ायदा?

©Augustine Manda

बताओ ज़रा.!! क्या फायदा??

16 Love

देख लिया भरपाई करके, रिश्तों की तुरपाई करके, लेन-देन की परिपाटी में, शक्कर,दूध,मलाई करके, कोई नहीं याद रखता है, देखा खूब भलाई करके, फटे-पुराने कपड़े यारों, टिकते नहीं सिलाई करके, अनुशासन तोड़कर भागा, देखा तनिक ढिलाई करके, फसलों को लहराते देखा, अहले सुबह गुड़ाई करके, प्रकृति कोप के आगे कोई, टिकता नहीं ढिठाई करके, बूढ़ा बैल बोझ अब गुंजन, देखा ख़ूब ढुलाई करके, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #देख  देख लिया भरपाई करके,
रिश्तों की  तुरपाई करके,

लेन-देन की  परिपाटी में,
शक्कर,दूध,मलाई करके,

कोई नहीं  याद रखता है,
देखा  खूब भलाई करके,

फटे-पुराने   कपड़े   यारों,
टिकते नहीं सिलाई करके,

अनुशासन तोड़कर भागा,
देखा तनिक ढिलाई करके,

फसलों को लहराते देखा,
अहले सुबह गुड़ाई करके,

प्रकृति कोप के आगे कोई,
टिकता नहीं ढिठाई करके,

बूढ़ा बैल बोझ अब गुंजन,
देखा  ख़ूब  ढुलाई  करके,
--शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
      प्रयागराज उ०प्र०

©Shashi Bhushan Mishra

#देख लिया भरपाई करके#

16 Love

#मेरा #एक  White किसी ऐंसें व्यक्ति को अलविदा कहना बहुत कष्टकारी होता है ,,, 

जिसे हम हमेंशा अपने साथ देखना चाहते हैं.........

लेकिन उससे भी कष्टदायक है ,, 

किसी को रुकने के लिए कहना....  

जबकि हमें हो पता है की ,वो जाना चाहता है। ।।।

©Nehu Dee.kalam

#वो #एक #मेरा ,, जो मेरा ना होकर भी सिर्फ मेरा है।।।

117 View

#Videos

ज़रा हट के . . . . .

162 View

White मेरा मन हमेशा अंतर्द्वंध से लड़ता रहता है कभी ख्वाबों के पुलिंदे सजाता है तो कभी मायूसी को गले लगाता है कभी भविष्य की संभावनाओं को निहारता है तो कभी अतीत के जख्मों को टटोलता है कभी समझदार बनकर जिम्मेदारियों से डरता है तो कभी सारे बंधन तोड़ आजाद होने को करता है कभी मान सम्मान के दायरे तय करता है तो कभी कल्पनाओं के साकार होने की दुआ करता है कभी स्वार्थ में खुद के लिए प्रेम ढूंढता है तो कभी निस्वार्थ बन अपने हिस्से का प्रेम भी ओरो के लिए उड़ेल देता है कभी जो हासिल हुआ उसी में सब्र कर लेता है तो कभी जो पाना रह गया उसकी शिकायते करता रहता है मेरा मन हमेशा अंतर्द्वध से लड़ता है क्या तुम्हारा भी मन कभी अंतर्द्वंध से लड़ता है। ©seema patidar

 White मेरा मन हमेशा अंतर्द्वंध से लड़ता रहता है
कभी ख्वाबों के पुलिंदे सजाता है 
तो कभी मायूसी को गले लगाता है
कभी भविष्य की संभावनाओं को निहारता है
तो कभी अतीत के जख्मों को टटोलता है
कभी समझदार बनकर जिम्मेदारियों से डरता है 
तो कभी सारे बंधन तोड़ आजाद होने को करता है
कभी मान सम्मान के दायरे तय करता है
तो कभी कल्पनाओं के साकार होने की दुआ करता है
कभी स्वार्थ में खुद के लिए  प्रेम ढूंढता है
तो कभी निस्वार्थ बन अपने हिस्से का प्रेम भी 
ओरो के लिए उड़ेल देता है
कभी जो हासिल हुआ उसी में सब्र  कर लेता है 
तो कभी जो पाना रह गया उसकी शिकायते करता रहता है
मेरा मन हमेशा अंतर्द्वध से लड़ता है
क्या तुम्हारा भी मन कभी अंतर्द्वंध से लड़ता है।

©seema patidar

मेरा मन

13 Love

#कविता #मेरा

#मेरा हमसफर

108 View

दिल की आवाज़ सुनकर जी रहा हूँ मैं, अगर ये गलत है, तो सही होने का क्या फ़ायदा? ©Augustine Manda

#विचार  दिल की आवाज़ सुनकर जी रहा हूँ मैं,
अगर ये गलत है, तो सही होने का क्या फ़ायदा?

©Augustine Manda

बताओ ज़रा.!! क्या फायदा??

16 Love

देख लिया भरपाई करके, रिश्तों की तुरपाई करके, लेन-देन की परिपाटी में, शक्कर,दूध,मलाई करके, कोई नहीं याद रखता है, देखा खूब भलाई करके, फटे-पुराने कपड़े यारों, टिकते नहीं सिलाई करके, अनुशासन तोड़कर भागा, देखा तनिक ढिलाई करके, फसलों को लहराते देखा, अहले सुबह गुड़ाई करके, प्रकृति कोप के आगे कोई, टिकता नहीं ढिठाई करके, बूढ़ा बैल बोझ अब गुंजन, देखा ख़ूब ढुलाई करके, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #देख  देख लिया भरपाई करके,
रिश्तों की  तुरपाई करके,

लेन-देन की  परिपाटी में,
शक्कर,दूध,मलाई करके,

कोई नहीं  याद रखता है,
देखा  खूब भलाई करके,

फटे-पुराने   कपड़े   यारों,
टिकते नहीं सिलाई करके,

अनुशासन तोड़कर भागा,
देखा तनिक ढिलाई करके,

फसलों को लहराते देखा,
अहले सुबह गुड़ाई करके,

प्रकृति कोप के आगे कोई,
टिकता नहीं ढिठाई करके,

बूढ़ा बैल बोझ अब गुंजन,
देखा  ख़ूब  ढुलाई  करके,
--शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
      प्रयागराज उ०प्र०

©Shashi Bhushan Mishra

#देख लिया भरपाई करके#

16 Love

#मेरा #एक  White किसी ऐंसें व्यक्ति को अलविदा कहना बहुत कष्टकारी होता है ,,, 

जिसे हम हमेंशा अपने साथ देखना चाहते हैं.........

लेकिन उससे भी कष्टदायक है ,, 

किसी को रुकने के लिए कहना....  

जबकि हमें हो पता है की ,वो जाना चाहता है। ।।।

©Nehu Dee.kalam

#वो #एक #मेरा ,, जो मेरा ना होकर भी सिर्फ मेरा है।।।

117 View

#Videos

ज़रा हट के . . . . .

162 View

White मेरा मन हमेशा अंतर्द्वंध से लड़ता रहता है कभी ख्वाबों के पुलिंदे सजाता है तो कभी मायूसी को गले लगाता है कभी भविष्य की संभावनाओं को निहारता है तो कभी अतीत के जख्मों को टटोलता है कभी समझदार बनकर जिम्मेदारियों से डरता है तो कभी सारे बंधन तोड़ आजाद होने को करता है कभी मान सम्मान के दायरे तय करता है तो कभी कल्पनाओं के साकार होने की दुआ करता है कभी स्वार्थ में खुद के लिए प्रेम ढूंढता है तो कभी निस्वार्थ बन अपने हिस्से का प्रेम भी ओरो के लिए उड़ेल देता है कभी जो हासिल हुआ उसी में सब्र कर लेता है तो कभी जो पाना रह गया उसकी शिकायते करता रहता है मेरा मन हमेशा अंतर्द्वध से लड़ता है क्या तुम्हारा भी मन कभी अंतर्द्वंध से लड़ता है। ©seema patidar

 White मेरा मन हमेशा अंतर्द्वंध से लड़ता रहता है
कभी ख्वाबों के पुलिंदे सजाता है 
तो कभी मायूसी को गले लगाता है
कभी भविष्य की संभावनाओं को निहारता है
तो कभी अतीत के जख्मों को टटोलता है
कभी समझदार बनकर जिम्मेदारियों से डरता है 
तो कभी सारे बंधन तोड़ आजाद होने को करता है
कभी मान सम्मान के दायरे तय करता है
तो कभी कल्पनाओं के साकार होने की दुआ करता है
कभी स्वार्थ में खुद के लिए  प्रेम ढूंढता है
तो कभी निस्वार्थ बन अपने हिस्से का प्रेम भी 
ओरो के लिए उड़ेल देता है
कभी जो हासिल हुआ उसी में सब्र  कर लेता है 
तो कभी जो पाना रह गया उसकी शिकायते करता रहता है
मेरा मन हमेशा अंतर्द्वध से लड़ता है
क्या तुम्हारा भी मन कभी अंतर्द्वंध से लड़ता है।

©seema patidar

मेरा मन

13 Love

#कविता #मेरा

#मेरा हमसफर

108 View

Trending Topic