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New 'तेरे हुस्न की क्या तारीफ़ करूँ शायरी' Status, Photo, Video

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घमंडी लोग तोड़ देते हैं गरीबों का दिल ©Lakhan Rajput BJP

#शायरी  घमंडी लोग तोड़ देते हैं गरीबों का दिल

©Lakhan Rajput BJP

दोस्त शायरी तेरे जैसा यार कहां

18 Love

#emotional_sad_shayari

तेरे गुमसुम होने की वजह हूं क्या तेरे उदास चेहरे की सजा हूं क्या #emotional_sad_shayari #love

1,260 View

#beingoriginal #nojotohindi

हुस्न की चुम्बकीय शक्ति #beingoriginal #nojotohindi

99 View

White तेरी अदाओं से जो लिखी थी मोहब्बत की दास्तां, आज उसी किताब का अधूरा पन्ना याद आया। तेरी पलकों की स्याही से जो लिखे थे जज़्बात, उन ख्वाबों का सिमटा हुआ फसाना याद आया। तेरे लम्स की तपिश में जो पिघला था वजूद, वो टूटते सितारों का सुहाना गुमां याद आया। तेरी जुल्फों में छुपा था जो शाम का सुकून, आज उसी ढलते सूरज का अंजुमन याद आया। तेरी बातों के फूल जो खिलते थे चमन में, उनकी खुशबू का बिखरा हर जाम याद आया। तेरा नाम जुबां पर आते ही रोशन हुए, हर उस हसीन पल का गुलिस्तां याद आया। हुस्न की महफ़िल में जब तेरे हुस्न का ज़िक्र हुआ, जैसे वीरानों में किसी का सलाम याद आया। तेरे दीदार की हसरत में जो गुज़रे थे लम्हे, उन लम्हों का हर अधूरा ख्वाब याद आया।"** ©नवनीत ठाकुर

#शायरी #हुस्न  White तेरी अदाओं से जो लिखी थी मोहब्बत की दास्तां,
आज उसी किताब का अधूरा पन्ना याद आया।
तेरी पलकों की स्याही से जो लिखे थे जज़्बात,
उन ख्वाबों का सिमटा हुआ फसाना याद आया।

तेरे लम्स की तपिश में जो पिघला था वजूद,
वो टूटते सितारों का सुहाना गुमां याद आया।
तेरी जुल्फों में छुपा था जो शाम का सुकून,
आज उसी ढलते सूरज का अंजुमन याद आया।

तेरी बातों के फूल जो खिलते थे चमन में,
उनकी खुशबू का बिखरा हर जाम याद आया।
तेरा नाम जुबां पर आते ही रोशन हुए,
हर उस हसीन पल का गुलिस्तां याद आया।

हुस्न की महफ़िल में जब तेरे हुस्न का ज़िक्र हुआ,
जैसे वीरानों में किसी का सलाम याद आया।
तेरे दीदार की हसरत में जो गुज़रे थे लम्हे,
उन लम्हों का हर अधूरा ख्वाब याद आया।"**

©नवनीत ठाकुर

#हुस्न की चर्चा हुई और तेरा नाम याद आया

10 Love

कभी आऊँगा तेरे घर किसी बहाने से, मुझसे मिलने को बाहर तुम आओगी क्या.. तेरे हाथ की चाय पसंद है मुझे, पर तुम खुद बनाकर मुझे पिलाओगी क्या.. !! 🍵👈😊 ©Shivkumar barman

#पिलाओगी #मिलने #शायरी #बहाने #आऊँगा #hindikavita  कभी आऊँगा तेरे घर किसी बहाने से,
मुझसे मिलने  को बाहर तुम आओगी क्या..
तेरे हाथ की चाय पसंद है मुझे, 
पर तुम खुद बनाकर  मुझे पिलाओगी क्या.. !!
🍵👈😊

©Shivkumar barman

कभी #आऊँगा तेरे घर किसी #बहाने से, मुझसे #मिलने को बाहर #तुम आओगी क्या.. तेरे #हाथ की #चाय पसंद है मुझे, पर तुम खुद बनाकर मुझे #पिल

15 Love

White अगर एक के काम की तारीफ़ दूसरे से करेंगे तो क्या दूसरे का काम बेहतर होगा ©neelu

#तारीफ़ #Sad_Status  White अगर एक के काम की तारीफ़
 दूसरे से करेंगे 
तो 
क्या दूसरे का काम बेहतर होगा

©neelu

घमंडी लोग तोड़ देते हैं गरीबों का दिल ©Lakhan Rajput BJP

#शायरी  घमंडी लोग तोड़ देते हैं गरीबों का दिल

©Lakhan Rajput BJP

दोस्त शायरी तेरे जैसा यार कहां

18 Love

#emotional_sad_shayari

तेरे गुमसुम होने की वजह हूं क्या तेरे उदास चेहरे की सजा हूं क्या #emotional_sad_shayari #love

1,260 View

#beingoriginal #nojotohindi

हुस्न की चुम्बकीय शक्ति #beingoriginal #nojotohindi

99 View

White तेरी अदाओं से जो लिखी थी मोहब्बत की दास्तां, आज उसी किताब का अधूरा पन्ना याद आया। तेरी पलकों की स्याही से जो लिखे थे जज़्बात, उन ख्वाबों का सिमटा हुआ फसाना याद आया। तेरे लम्स की तपिश में जो पिघला था वजूद, वो टूटते सितारों का सुहाना गुमां याद आया। तेरी जुल्फों में छुपा था जो शाम का सुकून, आज उसी ढलते सूरज का अंजुमन याद आया। तेरी बातों के फूल जो खिलते थे चमन में, उनकी खुशबू का बिखरा हर जाम याद आया। तेरा नाम जुबां पर आते ही रोशन हुए, हर उस हसीन पल का गुलिस्तां याद आया। हुस्न की महफ़िल में जब तेरे हुस्न का ज़िक्र हुआ, जैसे वीरानों में किसी का सलाम याद आया। तेरे दीदार की हसरत में जो गुज़रे थे लम्हे, उन लम्हों का हर अधूरा ख्वाब याद आया।"** ©नवनीत ठाकुर

#शायरी #हुस्न  White तेरी अदाओं से जो लिखी थी मोहब्बत की दास्तां,
आज उसी किताब का अधूरा पन्ना याद आया।
तेरी पलकों की स्याही से जो लिखे थे जज़्बात,
उन ख्वाबों का सिमटा हुआ फसाना याद आया।

तेरे लम्स की तपिश में जो पिघला था वजूद,
वो टूटते सितारों का सुहाना गुमां याद आया।
तेरी जुल्फों में छुपा था जो शाम का सुकून,
आज उसी ढलते सूरज का अंजुमन याद आया।

तेरी बातों के फूल जो खिलते थे चमन में,
उनकी खुशबू का बिखरा हर जाम याद आया।
तेरा नाम जुबां पर आते ही रोशन हुए,
हर उस हसीन पल का गुलिस्तां याद आया।

हुस्न की महफ़िल में जब तेरे हुस्न का ज़िक्र हुआ,
जैसे वीरानों में किसी का सलाम याद आया।
तेरे दीदार की हसरत में जो गुज़रे थे लम्हे,
उन लम्हों का हर अधूरा ख्वाब याद आया।"**

©नवनीत ठाकुर

#हुस्न की चर्चा हुई और तेरा नाम याद आया

10 Love

कभी आऊँगा तेरे घर किसी बहाने से, मुझसे मिलने को बाहर तुम आओगी क्या.. तेरे हाथ की चाय पसंद है मुझे, पर तुम खुद बनाकर मुझे पिलाओगी क्या.. !! 🍵👈😊 ©Shivkumar barman

#पिलाओगी #मिलने #शायरी #बहाने #आऊँगा #hindikavita  कभी आऊँगा तेरे घर किसी बहाने से,
मुझसे मिलने  को बाहर तुम आओगी क्या..
तेरे हाथ की चाय पसंद है मुझे, 
पर तुम खुद बनाकर  मुझे पिलाओगी क्या.. !!
🍵👈😊

©Shivkumar barman

कभी #आऊँगा तेरे घर किसी #बहाने से, मुझसे #मिलने को बाहर #तुम आओगी क्या.. तेरे #हाथ की #चाय पसंद है मुझे, पर तुम खुद बनाकर मुझे #पिल

15 Love

White अगर एक के काम की तारीफ़ दूसरे से करेंगे तो क्या दूसरे का काम बेहतर होगा ©neelu

#तारीफ़ #Sad_Status  White अगर एक के काम की तारीफ़
 दूसरे से करेंगे 
तो 
क्या दूसरे का काम बेहतर होगा

©neelu
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