tags

New सुहागा पेट के लिए Status, Photo, Video

Find the latest Status about सुहागा पेट के लिए from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about सुहागा पेट के लिए.

Related Stories

  • Latest
  • Popular
  • Video
#मोटिवेशनल #मोटिवेशन #विनोद #मिश्र

"सांसारिक होने के साथ साथ संस्कारी होना सोने पे सुहागा है." #विनोद #मिश्र #मोटिवेशन ✍️

135 View

#वीडियो

पेट की हर समस्या के लिये रामवाण है ये एक नुस्का

117 View

White बहकते हैं हर रोज़ ये कदम, तुम्हारे पास आने के लिए, न जानें कितने फासले, अभी तय करने हैं तुम्हें पाने के लिए....!! ©हिमांशु Kulshreshtha

 White बहकते हैं 
हर रोज़ ये कदम,
तुम्हारे पास आने के लिए,
न जानें कितने फासले, 
अभी तय करने हैं 
तुम्हें पाने के लिए....!!

©हिमांशु Kulshreshtha

तुम्हें पाने के लिए..

20 Love

पाणी बणिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च तेरी निर्दयी माया गैल्या, अब मेरी आंख्यूँ थै रुवोंणी च चिट्ठी लेखि धरि रैगी,कितबी का पेट "राज" आख़रु थै लेखदी कलम,अब कुम्र जन पितौणी च ब्यखुनी सुबेर ख्याल त्यारा ,रात्यु कू सुपन्या त्यारा हीं देखदू हर बोल गीत कविता शायरी का ,त्यारा बारा मा हीं लेखदू लूँण मर्चा घुशणु रांदूँ ,याद कैरी त्वे सदनी मौल नी छि घौ कतै भी, स्या रुन्दी पीड़ा बतौणी च पाणी बनिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च यखुली बैठयूं रांदु अजकलु , अब कै दगड़ी रायेंदूँ नी भूख तीस भी मोरी गे, अब कुछ भी मि चयेंदूँ नी कुछ बि अब भूलेंदूँ नि, त्यारा बारा मा सौंजड्या तेरी निर्भगी खुद स्या गैल्या, मि हर घड़ी सतौणी च पाणी बनिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च ©Saurabh Raj Sauri

 पाणी बणिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च 
तेरी निर्दयी माया गैल्या, अब मेरी आंख्यूँ थै रुवोंणी च
चिट्ठी लेखि धरि रैगी,कितबी का पेट "राज"
आख़रु थै लेखदी कलम,अब कुम्र जन पितौणी च


ब्यखुनी सुबेर ख्याल त्यारा ,रात्यु कू सुपन्या त्यारा हीं देखदू
हर बोल गीत कविता शायरी का ,त्यारा बारा मा हीं लेखदू
लूँण मर्चा घुशणु रांदूँ ,याद कैरी त्वे सदनी 
मौल नी छि घौ कतै भी, स्या रुन्दी पीड़ा बतौणी च 
पाणी बनिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च 


यखुली बैठयूं रांदु अजकलु , अब कै दगड़ी रायेंदूँ नी 
भूख तीस भी मोरी गे, अब कुछ भी मि चयेंदूँ नी 
कुछ बि अब भूलेंदूँ नि, त्यारा बारा मा सौंजड्या 
तेरी निर्भगी खुद स्या गैल्या, मि हर घड़ी सतौणी च 
पाणी बनिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च

©Saurabh Raj Sauri

कितबी का पेट 💛

13 Love

#विचार  White 
जवानी मे खुन पसीना बहा था परिवार
के हर खुशी के लिए।
जीवन भर की कमाई लुटा देता है इन्सान
बुढ़ापे मे दो वक़्त रोटी के लिए।
नासमझ है ओ बुढ़ापे मे ठुकरा देते है
मा बाप को दौलत के लिए।

©ANSARI ANSARI

दौलत के लिए।

108 View

 White पल पल तरसे जिस पल के लिए वो पल भी आया कुछ पल के लिए 
सोचा रोक लू इस पल को 
कुछ पल के लिए 
कमबख्त वो पल भी रुका कुछ पल के ही लिए

©priyanshu

अपने प्यार के लिए

99 View

#मोटिवेशनल #मोटिवेशन #विनोद #मिश्र

"सांसारिक होने के साथ साथ संस्कारी होना सोने पे सुहागा है." #विनोद #मिश्र #मोटिवेशन ✍️

135 View

#वीडियो

पेट की हर समस्या के लिये रामवाण है ये एक नुस्का

117 View

White बहकते हैं हर रोज़ ये कदम, तुम्हारे पास आने के लिए, न जानें कितने फासले, अभी तय करने हैं तुम्हें पाने के लिए....!! ©हिमांशु Kulshreshtha

 White बहकते हैं 
हर रोज़ ये कदम,
तुम्हारे पास आने के लिए,
न जानें कितने फासले, 
अभी तय करने हैं 
तुम्हें पाने के लिए....!!

©हिमांशु Kulshreshtha

तुम्हें पाने के लिए..

20 Love

पाणी बणिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च तेरी निर्दयी माया गैल्या, अब मेरी आंख्यूँ थै रुवोंणी च चिट्ठी लेखि धरि रैगी,कितबी का पेट "राज" आख़रु थै लेखदी कलम,अब कुम्र जन पितौणी च ब्यखुनी सुबेर ख्याल त्यारा ,रात्यु कू सुपन्या त्यारा हीं देखदू हर बोल गीत कविता शायरी का ,त्यारा बारा मा हीं लेखदू लूँण मर्चा घुशणु रांदूँ ,याद कैरी त्वे सदनी मौल नी छि घौ कतै भी, स्या रुन्दी पीड़ा बतौणी च पाणी बनिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च यखुली बैठयूं रांदु अजकलु , अब कै दगड़ी रायेंदूँ नी भूख तीस भी मोरी गे, अब कुछ भी मि चयेंदूँ नी कुछ बि अब भूलेंदूँ नि, त्यारा बारा मा सौंजड्या तेरी निर्भगी खुद स्या गैल्या, मि हर घड़ी सतौणी च पाणी बनिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च ©Saurabh Raj Sauri

 पाणी बणिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च 
तेरी निर्दयी माया गैल्या, अब मेरी आंख्यूँ थै रुवोंणी च
चिट्ठी लेखि धरि रैगी,कितबी का पेट "राज"
आख़रु थै लेखदी कलम,अब कुम्र जन पितौणी च


ब्यखुनी सुबेर ख्याल त्यारा ,रात्यु कू सुपन्या त्यारा हीं देखदू
हर बोल गीत कविता शायरी का ,त्यारा बारा मा हीं लेखदू
लूँण मर्चा घुशणु रांदूँ ,याद कैरी त्वे सदनी 
मौल नी छि घौ कतै भी, स्या रुन्दी पीड़ा बतौणी च 
पाणी बनिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च 


यखुली बैठयूं रांदु अजकलु , अब कै दगड़ी रायेंदूँ नी 
भूख तीस भी मोरी गे, अब कुछ भी मि चयेंदूँ नी 
कुछ बि अब भूलेंदूँ नि, त्यारा बारा मा सौंजड्या 
तेरी निर्भगी खुद स्या गैल्या, मि हर घड़ी सतौणी च 
पाणी बनिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च

©Saurabh Raj Sauri

कितबी का पेट 💛

13 Love

#विचार  White 
जवानी मे खुन पसीना बहा था परिवार
के हर खुशी के लिए।
जीवन भर की कमाई लुटा देता है इन्सान
बुढ़ापे मे दो वक़्त रोटी के लिए।
नासमझ है ओ बुढ़ापे मे ठुकरा देते है
मा बाप को दौलत के लिए।

©ANSARI ANSARI

दौलत के लिए।

108 View

 White पल पल तरसे जिस पल के लिए वो पल भी आया कुछ पल के लिए 
सोचा रोक लू इस पल को 
कुछ पल के लिए 
कमबख्त वो पल भी रुका कुछ पल के ही लिए

©priyanshu

अपने प्यार के लिए

99 View

Trending Topic