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New poem मैथिलीशरण गुप्त Status, Photo, Video

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रात भर एक चाँद का साया रहा, दिल में कोई खामोश उजाला रहा। तारों ने कहानियाँ बुन दी कई, पर मेरी आँखों में बस वो ही चेहरा रहा। चुपके से हवाओं ने कुछ कहा, जैसे कोई राज़ धीरे से बयां किया। दिल की किताब में एक पन्ना खुला, और उसमें तेरा नाम ही लिखा रहा। ©kavi Abhishek Pathak

#कविता #poem  रात भर एक चाँद का साया रहा,
दिल में कोई खामोश उजाला रहा।
तारों ने कहानियाँ बुन दी कई,
पर मेरी आँखों में बस वो ही चेहरा रहा।

चुपके से हवाओं ने कुछ कहा,
जैसे कोई राज़ धीरे से बयां किया।
दिल की किताब में एक पन्ना खुला,
और उसमें तेरा नाम ही लिखा रहा।

©kavi Abhishek Pathak

#poem

11 Love

White नई सुबह एक नई सुबह एक नया एहसाह करा देती है जीवन के पथ पर चलने की राह दिखाती है सूर्य सिर पे चढ़ता है । मानव नित नए आयाम रचता है महकती फूलों की क्यारियों में तितलियां बैठती है भंवरे गीत सुनाते है। नई सुबह नए गीत गुनगुनाती है। मां की रसोई महकती है दादी के भजन से घर उमंग में डूबा जाता है नन्हे नन्हे भाई बहन आंगन में भागे जाते है घर उजाले में डूब जाता है नई रोशनी हमे मानसिक रूप से स्वस्थ बनाती है नई सुबह एक नया एहसाह करा देती हैं। दिया आर्या (दक्षिता) ©diya the poetter

#poem  White नई सुबह 

एक नई सुबह एक नया एहसाह करा देती है 
जीवन के पथ पर चलने की राह दिखाती है 
सूर्य सिर पे चढ़ता है ।
मानव नित नए आयाम रचता है
महकती फूलों की क्यारियों में तितलियां बैठती है 
भंवरे गीत सुनाते है।
नई सुबह नए गीत गुनगुनाती है।
मां की रसोई महकती है 
दादी के भजन से घर उमंग में डूबा जाता है 
नन्हे नन्हे भाई बहन आंगन में भागे जाते है 
घर उजाले में डूब जाता है नई रोशनी हमे मानसिक रूप से स्वस्थ बनाती है 
नई सुबह एक नया एहसाह करा देती हैं।
     दिया आर्या (दक्षिता)

©diya the poetter

#poem

11 Love

White जिंदगी में ठोकरे हमें मजबूर नहीं अंदर से कठौर बना देते हैं l 🙏 ©S Priyadarshini

#विचार #good_night #poem  White जिंदगी में ठोकरे हमें मजबूर नहीं अंदर से कठौर बना देते हैं l
🙏

©S Priyadarshini

#good_night #Nojoto #poem#poetry#poem

11 Love

White कभी कभी वहा भी बोल नही फूट पाए जहाँ जरूरी था अंतस् ने दुआएँ दी और लगा पूरे हो गए मन्नत कुछ एहसास गुप्त ऊर्जा लिए डूब जाती है कितने बार शीर्ष तक उभरती भी नअंद पर क्या वाकई हमारे अंदर विकसित अलौकिक शक्तियां फल को भी गुप्त कर देती है या सृष्टि उसे स्वीकार कर सूर्य सा दीप्तिमान रौशनी का सृजन कर भेद देती है उस प्रकृति रस के अंदर ©चाँदनी

#गुप्त  White कभी कभी वहा भी बोल नही 
फूट पाए जहाँ जरूरी था

अंतस् ने दुआएँ दी
और लगा पूरे हो गए मन्नत

कुछ एहसास गुप्त ऊर्जा लिए
डूब जाती है

 कितने बार शीर्ष तक उभरती भी नअंद

पर क्या वाकई हमारे अंदर विकसित 
अलौकिक शक्तियां फल को भी
 गुप्त कर देती है

या सृष्टि उसे स्वीकार कर 
सूर्य सा दीप्तिमान रौशनी का सृजन कर 

भेद देती है उस प्रकृति रस के अंदर

©चाँदनी

#गुप्त एहसास

18 Love

#कविता #poem

#poem

99 View

White जीवनाच्या प्रवासात बरच काही जमवलय सुख, चैन, उसंत असं खूप काही गमवलय... अनिल सपकाळ ©Anil Sapkal

#मराठीविचार  White जीवनाच्या प्रवासात 
बरच काही जमवलय 
                                    
                                 सुख, चैन, उसंत असं 
                                 खूप काही गमवलय...






                                                                अनिल सपकाळ

©Anil Sapkal

poem

13 Love

रात भर एक चाँद का साया रहा, दिल में कोई खामोश उजाला रहा। तारों ने कहानियाँ बुन दी कई, पर मेरी आँखों में बस वो ही चेहरा रहा। चुपके से हवाओं ने कुछ कहा, जैसे कोई राज़ धीरे से बयां किया। दिल की किताब में एक पन्ना खुला, और उसमें तेरा नाम ही लिखा रहा। ©kavi Abhishek Pathak

#कविता #poem  रात भर एक चाँद का साया रहा,
दिल में कोई खामोश उजाला रहा।
तारों ने कहानियाँ बुन दी कई,
पर मेरी आँखों में बस वो ही चेहरा रहा।

चुपके से हवाओं ने कुछ कहा,
जैसे कोई राज़ धीरे से बयां किया।
दिल की किताब में एक पन्ना खुला,
और उसमें तेरा नाम ही लिखा रहा।

©kavi Abhishek Pathak

#poem

11 Love

White नई सुबह एक नई सुबह एक नया एहसाह करा देती है जीवन के पथ पर चलने की राह दिखाती है सूर्य सिर पे चढ़ता है । मानव नित नए आयाम रचता है महकती फूलों की क्यारियों में तितलियां बैठती है भंवरे गीत सुनाते है। नई सुबह नए गीत गुनगुनाती है। मां की रसोई महकती है दादी के भजन से घर उमंग में डूबा जाता है नन्हे नन्हे भाई बहन आंगन में भागे जाते है घर उजाले में डूब जाता है नई रोशनी हमे मानसिक रूप से स्वस्थ बनाती है नई सुबह एक नया एहसाह करा देती हैं। दिया आर्या (दक्षिता) ©diya the poetter

#poem  White नई सुबह 

एक नई सुबह एक नया एहसाह करा देती है 
जीवन के पथ पर चलने की राह दिखाती है 
सूर्य सिर पे चढ़ता है ।
मानव नित नए आयाम रचता है
महकती फूलों की क्यारियों में तितलियां बैठती है 
भंवरे गीत सुनाते है।
नई सुबह नए गीत गुनगुनाती है।
मां की रसोई महकती है 
दादी के भजन से घर उमंग में डूबा जाता है 
नन्हे नन्हे भाई बहन आंगन में भागे जाते है 
घर उजाले में डूब जाता है नई रोशनी हमे मानसिक रूप से स्वस्थ बनाती है 
नई सुबह एक नया एहसाह करा देती हैं।
     दिया आर्या (दक्षिता)

©diya the poetter

#poem

11 Love

White जिंदगी में ठोकरे हमें मजबूर नहीं अंदर से कठौर बना देते हैं l 🙏 ©S Priyadarshini

#विचार #good_night #poem  White जिंदगी में ठोकरे हमें मजबूर नहीं अंदर से कठौर बना देते हैं l
🙏

©S Priyadarshini

#good_night #Nojoto #poem#poetry#poem

11 Love

White कभी कभी वहा भी बोल नही फूट पाए जहाँ जरूरी था अंतस् ने दुआएँ दी और लगा पूरे हो गए मन्नत कुछ एहसास गुप्त ऊर्जा लिए डूब जाती है कितने बार शीर्ष तक उभरती भी नअंद पर क्या वाकई हमारे अंदर विकसित अलौकिक शक्तियां फल को भी गुप्त कर देती है या सृष्टि उसे स्वीकार कर सूर्य सा दीप्तिमान रौशनी का सृजन कर भेद देती है उस प्रकृति रस के अंदर ©चाँदनी

#गुप्त  White कभी कभी वहा भी बोल नही 
फूट पाए जहाँ जरूरी था

अंतस् ने दुआएँ दी
और लगा पूरे हो गए मन्नत

कुछ एहसास गुप्त ऊर्जा लिए
डूब जाती है

 कितने बार शीर्ष तक उभरती भी नअंद

पर क्या वाकई हमारे अंदर विकसित 
अलौकिक शक्तियां फल को भी
 गुप्त कर देती है

या सृष्टि उसे स्वीकार कर 
सूर्य सा दीप्तिमान रौशनी का सृजन कर 

भेद देती है उस प्रकृति रस के अंदर

©चाँदनी

#गुप्त एहसास

18 Love

#कविता #poem

#poem

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White जीवनाच्या प्रवासात बरच काही जमवलय सुख, चैन, उसंत असं खूप काही गमवलय... अनिल सपकाळ ©Anil Sapkal

#मराठीविचार  White जीवनाच्या प्रवासात 
बरच काही जमवलय 
                                    
                                 सुख, चैन, उसंत असं 
                                 खूप काही गमवलय...






                                                                अनिल सपकाळ

©Anil Sapkal

poem

13 Love

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