tags

New जीवन को अधुरो यात्रा Status, Photo, Video

Find the latest Status about जीवन को अधुरो यात्रा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about जीवन को अधुरो यात्रा.

  • Latest
  • Popular
  • Video
#भक्ति

पावागढ़ यात्रा भक्ति वीडियो गाने

117 View

#संस्कृत #विचार #wellwisher_taru #Trending

स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक जीवन की यात्रा भाव वास्तविक विधा विचार #Nojoto #Trending #Poetry #संस्कृत #wellwisher_t

153 View

कुछ ही देर में प्रयागराज के पुल के ऊपर ट्रेन  गुजरने वाली थी मैं भी खिड़की पर नज़रें टिकाए नीचे संगम नदी का इंतजार कर रही थी मेरे बगल में एक दस साल की लड़की बैठी हुई थी वो भी खिड़की की तरफ ही देखती जा रही थी इतनी देर में उसके पापा एक पांच का सिक्का निकालते हैं उसे देते हुए कहते हैं बेटा नदी आएगी उसमें डाल देना अब नदी आने वाली होती  ही  है हमारी बोगी एक में महिला आती है उसके बाद छोटा बच्चा होता है और वह कहती है मां कुछ दे दो बाबा दे दो यह नजारा बहुत ही अद्भुत था मैं इसका इसका शब्दों में बयां नहीं कर सकती  ऊपर ट्रेन गुजर रही है नीचे हमारी संगम नदी बह रही है और एक महिला  छोटे से बच्चे के साथ कुछ जो चलने में असमर्थ थी दस साल की बच्ची के हाथों में पांच का सिक्का जैसे ही उसने फेंकने के लिए हाथ बढ़ाया  उस महीला ने बोला कुछ दे दो बेटा दुआ लगेगी   उस बच्ची ने  सिक्का उस महिला को दे दिया और चुपचाप बैठ गई वह महिला खुश होकर इतनी सारी दुआएं देकर चली गई उसे बोगी में बैठे लोग उस लड़की को गर्व की नजरों से देखने लगे और उनसे मैं भी एक थी ©Anju Dubey

#मोटिवेशनल  कुछ ही देर में प्रयागराज के पुल के ऊपर ट्रेन  गुजरने वाली थी
मैं भी खिड़की पर नज़रें टिकाए नीचे संगम नदी का इंतजार कर रही थी मेरे बगल में एक दस साल की लड़की बैठी हुई थी वो भी खिड़की की तरफ ही देखती जा रही थी
इतनी देर में उसके पापा एक पांच का सिक्का निकालते हैं उसे देते हुए कहते हैं बेटा नदी आएगी उसमें डाल देना अब नदी आने वाली होती  ही  है 
हमारी बोगी एक में महिला आती है उसके बाद छोटा बच्चा होता है और वह कहती है मां कुछ दे दो बाबा दे दो यह नजारा बहुत ही अद्भुत था मैं इसका इसका शब्दों में बयां नहीं कर सकती  ऊपर ट्रेन गुजर रही है नीचे हमारी संगम नदी बह रही है और एक महिला  छोटे से बच्चे के साथ कुछ जो चलने में असमर्थ थी दस साल की बच्ची के हाथों में पांच का सिक्का
जैसे ही उसने फेंकने के लिए हाथ बढ़ाया  उस महीला ने बोला कुछ दे दो बेटा दुआ लगेगी
  उस बच्ची ने  सिक्का उस महिला को दे दिया और चुपचाप बैठ गई वह महिला खुश होकर इतनी सारी दुआएं देकर चली गई उसे बोगी में बैठे लोग उस लड़की को गर्व की नजरों से देखने लगे और उनसे मैं भी एक थी

©Anju Dubey

एक यात्रा

16 Love

White पूरब से पश्चिम तक उत्तर से दक्षिण तक धरती से आकाश तक नदी से पहाड़ तक जंगल से रेगिस्तान तक दर्रे से झरने तक इक छोर से क्षितिज तक अनंत ब्रह्माण्डों तक का मात्र दृग दर्शन ही नहीं; अपितु आत्म अनुभूति भी करनी है हां! मुझे यात्रा ज़रूर करनी है। ©Khushi Kandu

#यात्रा #कविता #khushithought #जीवन #khushikandu  White पूरब से पश्चिम तक
उत्तर से दक्षिण तक
धरती से आकाश तक
नदी से पहाड़ तक
जंगल से रेगिस्तान तक
दर्रे से झरने तक
इक छोर से क्षितिज तक
अनंत ब्रह्माण्डों तक का
मात्र दृग दर्शन ही नहीं; अपितु
आत्म अनुभूति भी करनी है
हां! मुझे यात्रा ज़रूर करनी है।

©Khushi Kandu
#वीडियो

यात्रा

135 View

#वीडियो

शोभा यात्रा निकाली गई

126 View

#भक्ति

पावागढ़ यात्रा भक्ति वीडियो गाने

117 View

#संस्कृत #विचार #wellwisher_taru #Trending

स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक जीवन की यात्रा भाव वास्तविक विधा विचार #Nojoto #Trending #Poetry #संस्कृत #wellwisher_t

153 View

कुछ ही देर में प्रयागराज के पुल के ऊपर ट्रेन  गुजरने वाली थी मैं भी खिड़की पर नज़रें टिकाए नीचे संगम नदी का इंतजार कर रही थी मेरे बगल में एक दस साल की लड़की बैठी हुई थी वो भी खिड़की की तरफ ही देखती जा रही थी इतनी देर में उसके पापा एक पांच का सिक्का निकालते हैं उसे देते हुए कहते हैं बेटा नदी आएगी उसमें डाल देना अब नदी आने वाली होती  ही  है हमारी बोगी एक में महिला आती है उसके बाद छोटा बच्चा होता है और वह कहती है मां कुछ दे दो बाबा दे दो यह नजारा बहुत ही अद्भुत था मैं इसका इसका शब्दों में बयां नहीं कर सकती  ऊपर ट्रेन गुजर रही है नीचे हमारी संगम नदी बह रही है और एक महिला  छोटे से बच्चे के साथ कुछ जो चलने में असमर्थ थी दस साल की बच्ची के हाथों में पांच का सिक्का जैसे ही उसने फेंकने के लिए हाथ बढ़ाया  उस महीला ने बोला कुछ दे दो बेटा दुआ लगेगी   उस बच्ची ने  सिक्का उस महिला को दे दिया और चुपचाप बैठ गई वह महिला खुश होकर इतनी सारी दुआएं देकर चली गई उसे बोगी में बैठे लोग उस लड़की को गर्व की नजरों से देखने लगे और उनसे मैं भी एक थी ©Anju Dubey

#मोटिवेशनल  कुछ ही देर में प्रयागराज के पुल के ऊपर ट्रेन  गुजरने वाली थी
मैं भी खिड़की पर नज़रें टिकाए नीचे संगम नदी का इंतजार कर रही थी मेरे बगल में एक दस साल की लड़की बैठी हुई थी वो भी खिड़की की तरफ ही देखती जा रही थी
इतनी देर में उसके पापा एक पांच का सिक्का निकालते हैं उसे देते हुए कहते हैं बेटा नदी आएगी उसमें डाल देना अब नदी आने वाली होती  ही  है 
हमारी बोगी एक में महिला आती है उसके बाद छोटा बच्चा होता है और वह कहती है मां कुछ दे दो बाबा दे दो यह नजारा बहुत ही अद्भुत था मैं इसका इसका शब्दों में बयां नहीं कर सकती  ऊपर ट्रेन गुजर रही है नीचे हमारी संगम नदी बह रही है और एक महिला  छोटे से बच्चे के साथ कुछ जो चलने में असमर्थ थी दस साल की बच्ची के हाथों में पांच का सिक्का
जैसे ही उसने फेंकने के लिए हाथ बढ़ाया  उस महीला ने बोला कुछ दे दो बेटा दुआ लगेगी
  उस बच्ची ने  सिक्का उस महिला को दे दिया और चुपचाप बैठ गई वह महिला खुश होकर इतनी सारी दुआएं देकर चली गई उसे बोगी में बैठे लोग उस लड़की को गर्व की नजरों से देखने लगे और उनसे मैं भी एक थी

©Anju Dubey

एक यात्रा

16 Love

White पूरब से पश्चिम तक उत्तर से दक्षिण तक धरती से आकाश तक नदी से पहाड़ तक जंगल से रेगिस्तान तक दर्रे से झरने तक इक छोर से क्षितिज तक अनंत ब्रह्माण्डों तक का मात्र दृग दर्शन ही नहीं; अपितु आत्म अनुभूति भी करनी है हां! मुझे यात्रा ज़रूर करनी है। ©Khushi Kandu

#यात्रा #कविता #khushithought #जीवन #khushikandu  White पूरब से पश्चिम तक
उत्तर से दक्षिण तक
धरती से आकाश तक
नदी से पहाड़ तक
जंगल से रेगिस्तान तक
दर्रे से झरने तक
इक छोर से क्षितिज तक
अनंत ब्रह्माण्डों तक का
मात्र दृग दर्शन ही नहीं; अपितु
आत्म अनुभूति भी करनी है
हां! मुझे यात्रा ज़रूर करनी है।

©Khushi Kandu
#वीडियो

यात्रा

135 View

#वीडियो

शोभा यात्रा निकाली गई

126 View

Trending Topic