Sign in
Anju Dubey

Anju Dubey Lives in Rudrapur, Uttarakhand, India

हर अदा बस मुस्कुराने की है चाहे गम हो या खुशी https://youtu.be/RhcmrT1QnvA?si=Hq4V1tvT_pMO8Nrq

https://youtu.be/RhcmrT1QnvA?si=Hq4V1tvT_pMO8Nrq

  • Latest
  • Popular
  • Repost
  • Video

चलो फिर से सखियां बुलाए ©Anju Dubey

 चलो फिर से सखियां बुलाए

©Anju Dubey

2nd

15 Love

Holi kavita ©Anju Dubey

 Holi kavita

©Anju Dubey

चलो फिर से सखियां बुलाए

23 Love

White चांद से तेरा जिक्र ए दीदार कर रही थी सज धज कर तेरी दुल्हनिया तुझे याद कर रही थी है हाय 14 फरवरी का दिन उड़ा कर ले गया मेरी माथे की बिंदिया तिरंगे में लिपटी मिली तेरी लाश मैं इस फागुन भी ,मै इस फागुन भी चार सालों से तेरा इंतजार कर रही थी Pulwama attack anju ©Anju Dubey

#Thinking #Quotes  White चांद से तेरा जिक्र ए दीदार कर रही थी 
सज धज कर तेरी दुल्हनिया तुझे याद कर रही थी है
 हाय 14 फरवरी का दिन 
उड़ा कर ले गया मेरी माथे की बिंदिया
 तिरंगे में लिपटी मिली तेरी लाश 
मैं इस फागुन भी ,मै इस फागुन भी 
चार सालों से तेरा इंतजार कर रही थी

Pulwama attack 

anju

©Anju Dubey

#Thinking

16 Love

White जिस श्रद्धा से महाकुंभ में डुबकी लगाई गई है उम्मीद है आगे आने वाले समय में तन के साथ-साथ सबका मन भी धुल गया होगा और हमारे देश से लूट ,डकैती ,चोरी,भ्रष्टाचार, छल कपट सब ख़त्म हो जाएगा सब खत्म हो जाएगा और भारत एक स्वच्छ भारत बन जाएगा ©Anju Dubey

#Thinking #Quotes  White जिस श्रद्धा से महाकुंभ में डुबकी लगाई गई है 
 उम्मीद है आगे आने वाले समय में तन के साथ-साथ 
सबका मन भी धुल गया होगा 
और हमारे देश से लूट ,डकैती ,चोरी,भ्रष्टाचार,
छल कपट सब ख़त्म हो जाएगा 
सब खत्म हो जाएगा और भारत एक 
  स्वच्छ भारत बन जाएगा

©Anju Dubey

#Thinking

20 Love

Unsplash एक सलोनी सी लड़की मेरी गली से जब निकलती थी होठ जिसके पंखुड़ी आंखें जिसकी मृगनयनी थी सरपट पर दुपट्टा डाले लटे उसकी लहराती थी उलझी थी फिर भी कमर तक बलखाती थी एक सलोनी सी लड़की मेरी गली से जब निकलती थी रुप का वर्णन क्या करूं मैं पीठ पर उसके बोरा (कट्टा) था इधर-उधर उसकी नजरे घूरती थी कभी बोतल कभी प्लास्टिक कभी लकड़ी तरह-तरह की चीजों में उठाकर कट्टे में डालती थी एक सलोनी सी लड़की मेरी गली से जब निकलती थी रोज़ नहीं हफ्ते में एक बार ही दिखती थी एक दिन मैं पूछ लिया इतवार को निकलती हो क्या स्कूल में पढ़ती हो उसने बड़े मासूमियत से कहा नहीं इतवार की सुबह बोतल बहुतेरे मिलते है भूलती नहीं वह सुबह उसकी आँखें कितनी पिघली थी एक सलोनी सी लड़की मेरी गली से जब निकलती थी ©Anju Dubey

#library #Quotes  Unsplash 

एक सलोनी सी लड़की मेरी गली से जब निकलती थी
 होठ जिसके पंखुड़ी आंखें जिसकी मृगनयनी थी
सरपट पर दुपट्टा डाले लटे उसकी लहराती थी
 उलझी थी फिर भी कमर तक बलखाती थी
एक सलोनी सी लड़की मेरी गली से जब निकलती थी
रुप का वर्णन क्या करूं मैं पीठ पर उसके बोरा (कट्टा) था
इधर-उधर उसकी नजरे घूरती थी 
कभी बोतल कभी प्लास्टिक कभी लकड़ी
 तरह-तरह की चीजों में उठाकर कट्टे में डालती थी
 एक सलोनी सी लड़की मेरी गली से जब निकलती थी
रोज़ नहीं हफ्ते में एक बार ही दिखती थी
 एक दिन मैं पूछ लिया इतवार को निकलती हो 
क्या स्कूल में पढ़ती हो
उसने बड़े मासूमियत से कहा नहीं
 इतवार की सुबह बोतल बहुतेरे मिलते है 
भूलती नहीं वह सुबह उसकी आँखें कितनी पिघली थी
एक सलोनी सी लड़की मेरी गली से जब निकलती थी

©Anju Dubey

#library

19 Love

White good night shubh ratri रात्रि का नमस्कार ©Anju Dubey

#GoodNight #wishes  White good night shubh ratri 
 रात्रि का नमस्कार

©Anju Dubey

#GoodNight

14 Love

Trending Topic