Sign in
tags

New मकई के दाने की रेसिपी Status, Photo, Video

Find the latest Status about मकई के दाने की रेसिपी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about मकई के दाने की रेसिपी.

  • Latest
  • Popular
  • Video

ले के खुशियों की बहार

99 View

चूम रहा है उसके डाले हुए दाने , चुनने कि जगह, ये कबूतर भी देखना मोहब्बत में मरेगा एक दीन। ©s गोल्डी

 चूम रहा है उसके डाले हुए दाने , चुनने कि जगह,
ये कबूतर भी देखना मोहब्बत में मरेगा एक दीन।

©s गोल्डी

चूम रहा है उसके डाले हुए दाने , चुनने कि जगह, ये कबूतर भी देखना मोहब्बत में मरेगा एक दीन।

10 Love

Unsplash खेत में गिर गई चाबी हैप्पी न्यू ईयर भाभी 😘😘😚☺️😊😜 ©Anushka Rathore

#शायरी  Unsplash 
खेत में गिर गई चाबी 
 हैप्पी न्यू ईयर भाभी 
😘😘😚☺️😊😜

©Anushka Rathore

नया साल 2025 की पहली शायरी भाभी के नाम

14 Love

White स्कूल कितना भी खूबसूरत क्यों ना हो तारीफ उसके खुशबू की की जाती है ©kuldeepbabra

 White स्कूल कितना भी खूबसूरत क्यों ना हो तारीफ उसके खुशबू की की जाती है

©kuldeepbabra

फूलों के गुना की खुशबू love shayari

16 Love

#भक्ति

🌸हारे के सहारे की जय🌸

135 View

वक्त की आगोश में खोए लम्हों की सदा दिन का उजाला काली रात में जब घुल सा जाता है, काले बालों पर सफेदी का रंग यूं धीरे-धीरे छाता है। दरख़्तों को देखता हूँ, जो कभी थे हरियाली की मिसाल, अब बिन पत्तों के खड़े हैं, वक्त का ये भी एक हाल। ग्रीष्म में जो राहगीरों को ठंडक पहुंचाते थे हर बार, आज वो सूखे ढेरों में बदल गए, जैसे वक्त ने की है मार। तब सोचता हूँ, तेरी खूबसूरती का क्या होगा अंजाम, इस वक्त के साये में, रहेगा क्या तेरा कोई नाम? वक्त की धार हर हुस्न को मिटा के जाती है, नई खुशबू के संग पुरानी यादों को दबा जाती है। वक्त की दराँती से कौन बच सका है यहाँ, किसे है खबर इस सफर की आखिरी मंजिल है कहां? पर एक उम्मीद है, जो तेरी बनाए रखेगी पहचान, जो तेरा नाम यूं ही रोशन करेगी, वो है तेरी संतान। ©नवनीत ठाकुर

#कविता #वक्त  वक्त की आगोश में खोए लम्हों की सदा

दिन का उजाला काली रात में जब घुल सा जाता है,
काले बालों पर सफेदी का रंग यूं धीरे-धीरे छाता है।

दरख़्तों को देखता हूँ, जो कभी थे हरियाली की मिसाल,
अब बिन पत्तों के खड़े हैं, वक्त का ये भी एक हाल।
ग्रीष्म में जो राहगीरों को ठंडक पहुंचाते थे हर बार,
आज वो सूखे ढेरों में बदल गए, जैसे वक्त ने की है मार।

तब सोचता हूँ, तेरी खूबसूरती का क्या होगा अंजाम,
इस वक्त के साये में, रहेगा क्या तेरा कोई नाम? वक्त की धार हर हुस्न को मिटा के जाती है,
नई खुशबू के संग पुरानी यादों को दबा जाती है।

वक्त की दराँती से कौन बच सका है यहाँ,
किसे है खबर इस सफर की आखिरी मंजिल है कहां?
पर एक उम्मीद है, जो तेरी बनाए रखेगी पहचान,
 जो तेरा नाम यूं ही रोशन करेगी, वो है तेरी संतान।

©नवनीत ठाकुर

#वक्त के आगोश में खोए लम्हों की सदा

17 Love

ले के खुशियों की बहार

99 View

चूम रहा है उसके डाले हुए दाने , चुनने कि जगह, ये कबूतर भी देखना मोहब्बत में मरेगा एक दीन। ©s गोल्डी

 चूम रहा है उसके डाले हुए दाने , चुनने कि जगह,
ये कबूतर भी देखना मोहब्बत में मरेगा एक दीन।

©s गोल्डी

चूम रहा है उसके डाले हुए दाने , चुनने कि जगह, ये कबूतर भी देखना मोहब्बत में मरेगा एक दीन।

10 Love

Unsplash खेत में गिर गई चाबी हैप्पी न्यू ईयर भाभी 😘😘😚☺️😊😜 ©Anushka Rathore

#शायरी  Unsplash 
खेत में गिर गई चाबी 
 हैप्पी न्यू ईयर भाभी 
😘😘😚☺️😊😜

©Anushka Rathore

नया साल 2025 की पहली शायरी भाभी के नाम

14 Love

White स्कूल कितना भी खूबसूरत क्यों ना हो तारीफ उसके खुशबू की की जाती है ©kuldeepbabra

 White स्कूल कितना भी खूबसूरत क्यों ना हो तारीफ उसके खुशबू की की जाती है

©kuldeepbabra

फूलों के गुना की खुशबू love shayari

16 Love

#भक्ति

🌸हारे के सहारे की जय🌸

135 View

वक्त की आगोश में खोए लम्हों की सदा दिन का उजाला काली रात में जब घुल सा जाता है, काले बालों पर सफेदी का रंग यूं धीरे-धीरे छाता है। दरख़्तों को देखता हूँ, जो कभी थे हरियाली की मिसाल, अब बिन पत्तों के खड़े हैं, वक्त का ये भी एक हाल। ग्रीष्म में जो राहगीरों को ठंडक पहुंचाते थे हर बार, आज वो सूखे ढेरों में बदल गए, जैसे वक्त ने की है मार। तब सोचता हूँ, तेरी खूबसूरती का क्या होगा अंजाम, इस वक्त के साये में, रहेगा क्या तेरा कोई नाम? वक्त की धार हर हुस्न को मिटा के जाती है, नई खुशबू के संग पुरानी यादों को दबा जाती है। वक्त की दराँती से कौन बच सका है यहाँ, किसे है खबर इस सफर की आखिरी मंजिल है कहां? पर एक उम्मीद है, जो तेरी बनाए रखेगी पहचान, जो तेरा नाम यूं ही रोशन करेगी, वो है तेरी संतान। ©नवनीत ठाकुर

#कविता #वक्त  वक्त की आगोश में खोए लम्हों की सदा

दिन का उजाला काली रात में जब घुल सा जाता है,
काले बालों पर सफेदी का रंग यूं धीरे-धीरे छाता है।

दरख़्तों को देखता हूँ, जो कभी थे हरियाली की मिसाल,
अब बिन पत्तों के खड़े हैं, वक्त का ये भी एक हाल।
ग्रीष्म में जो राहगीरों को ठंडक पहुंचाते थे हर बार,
आज वो सूखे ढेरों में बदल गए, जैसे वक्त ने की है मार।

तब सोचता हूँ, तेरी खूबसूरती का क्या होगा अंजाम,
इस वक्त के साये में, रहेगा क्या तेरा कोई नाम? वक्त की धार हर हुस्न को मिटा के जाती है,
नई खुशबू के संग पुरानी यादों को दबा जाती है।

वक्त की दराँती से कौन बच सका है यहाँ,
किसे है खबर इस सफर की आखिरी मंजिल है कहां?
पर एक उम्मीद है, जो तेरी बनाए रखेगी पहचान,
 जो तेरा नाम यूं ही रोशन करेगी, वो है तेरी संतान।

©नवनीत ठाकुर

#वक्त के आगोश में खोए लम्हों की सदा

17 Love

Trending Topic