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New पछतावे लाया रघु हो Status, Photo, Video

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Unsplash में बेरोजगार होके तेरी महफिल में आया हूं कुछ नाश्ता वास्ता करवा देना में मोहब्बत का पैगाम लाया हूँ ©Poet Kuldeep Singh Ruhela

#शायरी #lovelife  Unsplash में बेरोजगार होके 
 तेरी महफिल में आया हूं 
कुछ नाश्ता वास्ता करवा देना
 में मोहब्बत का पैगाम लाया हूँ

©Poet Kuldeep Singh Ruhela

#lovelife में बेरोजगार होके तेरी महफिल में आया हूं कुछ नाश्ता वास्ता करवा देना में मोहब्बत का पैगाम लाया हूँ

15 Love

तुम ना सही तुम्हारी याद ही सही, मैं तुम्हारे शक्ल की बकरी खरीद लाया हूं.... #Veer_Ki_Shayari ©VEER NIRVEL

#Veer_ki_Shayari  तुम ना सही तुम्हारी याद ही सही, 
मैं तुम्हारे शक्ल की बकरी खरीद लाया हूं....
#Veer_Ki_Shayari

©VEER NIRVEL

तुम ना सही तुम्हारी याद ही सही, मैं तुम्हारे शक्ल की बकरी खरीद लाया हूं.... #Veer_ki_Shayari

13 Love

#मोटिवेशनल #मोटिवेशन #विनोद #मिश्र

"बुद्धि हो पर कुटिल हो;सोच हो पर संकीर्ण हो तो कौटिल्य नहीं धनानंद पैदा होता है." #विनोद #मिश्र #मोटिवेशन ✍️

90 View

#वीडियो

जय हो

135 View

पहाड़ों से निकली एक धारा खास, सपनों से भरी, एक नई तलाश। पत्थरों से टकराई, राह बनाई, हर दर्द को हँसी में समेट लाई।। हर ठोकर को उसने गले लगाया, रुकना उसकी किस्मत में नहीं था। दर्द से उसने अपना राग बनाया, सच में, वो कभी थमा नहीं था।। जब सागर से मिली, वो हर्षित हुई, उसकी लहरों में हर पीड़ा समा गई।। सागर ने उसे अपनी बाहों में समेटा, उसकी हर बूंद में जीवन का सन्देश देखा। नदी ने कहा, "मैं खुद को समर्पित करती हूँ, पर हर बूंद से तुझे अमर कर देती हूँ।। फ़ना होकर भी, वो अमर हो गई, सागर के आँचल में हर याद बस गई। ©नवनीत ठाकुर

#कविता  पहाड़ों से निकली एक धारा खास,
सपनों से भरी, एक नई तलाश।
पत्थरों से टकराई, राह बनाई,
हर दर्द को हँसी में समेट लाई।।
हर ठोकर को उसने गले लगाया,
रुकना उसकी किस्मत में नहीं था।
दर्द से उसने अपना राग बनाया,
सच में, वो कभी थमा नहीं था।।
जब सागर से मिली, वो हर्षित हुई,
उसकी लहरों में हर पीड़ा समा गई।।
सागर ने उसे अपनी बाहों में समेटा,
उसकी हर बूंद में जीवन का सन्देश देखा।
नदी ने कहा, "मैं खुद को समर्पित करती हूँ,
पर हर बूंद से तुझे अमर कर देती हूँ।।
फ़ना होकर भी, वो अमर हो गई,
सागर के आँचल में हर याद बस गई।

©नवनीत ठाकुर

फना हो कर भी अमर हो गए

14 Love

#भक्ति

जय हो

180 View

Unsplash में बेरोजगार होके तेरी महफिल में आया हूं कुछ नाश्ता वास्ता करवा देना में मोहब्बत का पैगाम लाया हूँ ©Poet Kuldeep Singh Ruhela

#शायरी #lovelife  Unsplash में बेरोजगार होके 
 तेरी महफिल में आया हूं 
कुछ नाश्ता वास्ता करवा देना
 में मोहब्बत का पैगाम लाया हूँ

©Poet Kuldeep Singh Ruhela

#lovelife में बेरोजगार होके तेरी महफिल में आया हूं कुछ नाश्ता वास्ता करवा देना में मोहब्बत का पैगाम लाया हूँ

15 Love

तुम ना सही तुम्हारी याद ही सही, मैं तुम्हारे शक्ल की बकरी खरीद लाया हूं.... #Veer_Ki_Shayari ©VEER NIRVEL

#Veer_ki_Shayari  तुम ना सही तुम्हारी याद ही सही, 
मैं तुम्हारे शक्ल की बकरी खरीद लाया हूं....
#Veer_Ki_Shayari

©VEER NIRVEL

तुम ना सही तुम्हारी याद ही सही, मैं तुम्हारे शक्ल की बकरी खरीद लाया हूं.... #Veer_ki_Shayari

13 Love

#मोटिवेशनल #मोटिवेशन #विनोद #मिश्र

"बुद्धि हो पर कुटिल हो;सोच हो पर संकीर्ण हो तो कौटिल्य नहीं धनानंद पैदा होता है." #विनोद #मिश्र #मोटिवेशन ✍️

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#वीडियो

जय हो

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पहाड़ों से निकली एक धारा खास, सपनों से भरी, एक नई तलाश। पत्थरों से टकराई, राह बनाई, हर दर्द को हँसी में समेट लाई।। हर ठोकर को उसने गले लगाया, रुकना उसकी किस्मत में नहीं था। दर्द से उसने अपना राग बनाया, सच में, वो कभी थमा नहीं था।। जब सागर से मिली, वो हर्षित हुई, उसकी लहरों में हर पीड़ा समा गई।। सागर ने उसे अपनी बाहों में समेटा, उसकी हर बूंद में जीवन का सन्देश देखा। नदी ने कहा, "मैं खुद को समर्पित करती हूँ, पर हर बूंद से तुझे अमर कर देती हूँ।। फ़ना होकर भी, वो अमर हो गई, सागर के आँचल में हर याद बस गई। ©नवनीत ठाकुर

#कविता  पहाड़ों से निकली एक धारा खास,
सपनों से भरी, एक नई तलाश।
पत्थरों से टकराई, राह बनाई,
हर दर्द को हँसी में समेट लाई।।
हर ठोकर को उसने गले लगाया,
रुकना उसकी किस्मत में नहीं था।
दर्द से उसने अपना राग बनाया,
सच में, वो कभी थमा नहीं था।।
जब सागर से मिली, वो हर्षित हुई,
उसकी लहरों में हर पीड़ा समा गई।।
सागर ने उसे अपनी बाहों में समेटा,
उसकी हर बूंद में जीवन का सन्देश देखा।
नदी ने कहा, "मैं खुद को समर्पित करती हूँ,
पर हर बूंद से तुझे अमर कर देती हूँ।।
फ़ना होकर भी, वो अमर हो गई,
सागर के आँचल में हर याद बस गई।

©नवनीत ठाकुर

फना हो कर भी अमर हो गए

14 Love

#भक्ति

जय हो

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