White कुछ लोग
कुछ रिश्ते,
हमारे हाथों में नही होते,
हां हम उन्हे चाहते हैं बहुत,
मगर कह नही सकते,
बता नही सकते, जता नही सकते,
बस अच्छा लगता है,
उन्हें आस पास देखना,
महसूस करना ....
हां मुमकिन नही होता उनसे हर बात कहना,
मगर एक आस होती है कि,
वो कभी मजाक में ही पूछे तो सही
कि कुछ कहना तो नही...
हम संभालकर,सहेजकर रखना चाहते हैं,
हमेशा के लिए उन्हें,
खुद के बहुत पास,
इतना की उनकी खुशी और तकलीफ का एहसास भी,
हमे बिना कहे हो जाए,
डर भी लगता है कि,
हमारा इतना लगाव कहीं,
उन्हें हमसे दूर न कर दे ,
हां अच्छा लगता है उनकी खुशी के लिए,
दुआ करना,उन्हे खुश देखना,
वैसे तो बिछड़ना रीत है दुनिया की,
मगर फिर भी इक आस रहती है कि
वो नही बिछड़ेंगे कभी,
शायद कहीं तो,कुछ मायने रखते होंगे हम भी,
थोड़ा ही सही,थोड़ी तो हमारी कद्र भी होगी,
कि हम जैसा फिर कोई शायद ही मिले,
फिर कभी...
©पूर्वार्थ
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