tags

New utkal gourav madhusudan das poems Status, Photo, Video

Find the latest Status about utkal gourav madhusudan das poems from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about utkal gourav madhusudan das poems.

  • Latest
  • Popular
  • Video
#sad_shayari
#poetryunplugged #Motivational #poems

#poetryunplugged #poems #Poetry

108 View

White बीवी के आगे न दिखता मां का दर्द, उसके त्याग को समझने का नहीं कोई मर्द। जिसने पाला-पोसा उम्र भर, आज उसकी आंखों में आंसू हैं ठहर।जब थी जरूरत, मां ने संभाला, अपने हर सपने को पीछे डाला। खुद की खुशियां दी कुर्बान, पर अब वो प्यार हो गया अनजान।बीवी के प्यार में सब कुछ भूला, मां का दर्द न किसी ने छूआ। जिसने अपने आंचल में जगह दी थी, आज वही मां एक कोने में छिपी थी।उसके हाथों की लकीरें हैं गहरी, पर चेहरे की झुर्रियों में छिपी है सिहरन। उसकी आंखों में जो आंसू बहे, वो बेटे की बेरुखी से कहे।हर रात मां के दिल में दर्द छुपा, पर बेटे को अब उसका ख्याल कहां। बीवी की बातों में खो गया वो, मां का प्यार जैसे अब धुंधला हो गया वो।मां का दर्द न दिखता किसी को, उसका त्याग रह गया अनसुना। पर वो फिर भी दुआएं करती रही, उसके बेटे की खुशी में ही वो जीती रही।बीवी के आगे न दिखता मां का दर्द, पर मां का प्यार रहेगा सदा अमर। एक दिन समझेगा वो बेटा जरूर, मां का प्यार था सबसे बड़ा दस्तूर। ©aditi the writer

#कविता #Sad_Status  White बीवी के आगे न दिखता मां का दर्द,
उसके त्याग को समझने का नहीं कोई मर्द।
जिसने पाला-पोसा उम्र भर,
आज उसकी आंखों में आंसू हैं ठहर।जब थी जरूरत, मां ने संभाला,
अपने हर सपने को पीछे डाला।
खुद की खुशियां दी कुर्बान,
पर अब वो प्यार हो गया अनजान।बीवी के प्यार में सब कुछ भूला,
मां का दर्द न किसी ने छूआ।
जिसने अपने आंचल में जगह दी थी,
आज वही मां एक कोने में छिपी थी।उसके हाथों की लकीरें हैं गहरी,
पर चेहरे की झुर्रियों में छिपी है सिहरन।
उसकी आंखों में जो आंसू बहे,
वो बेटे की बेरुखी से कहे।हर रात मां के दिल में दर्द छुपा,
पर बेटे को अब उसका ख्याल कहां।
बीवी की बातों में खो गया वो,
मां का प्यार जैसे अब धुंधला हो गया वो।मां का दर्द न दिखता किसी को,
उसका त्याग रह गया अनसुना।
पर वो फिर भी दुआएं करती रही,
उसके बेटे की खुशी में ही वो जीती रही।बीवी के आगे न दिखता मां का दर्द,
पर मां का प्यार रहेगा सदा अमर।
एक दिन समझेगा वो बेटा जरूर,
मां का प्यार था सबसे बड़ा दस्तूर।

©aditi the writer
#कविता #good_night #poems  White उसके घर में सजे हुए हैं कई कई ईनाम 
लेकिन उसकी जीभ पर हैं तलवों के निशान।

-अशोक जमनानी

©साहित्य संजीवनी

#good_night #Poetry #poems

126 View

White **तस्वीर यादों की** तस्वीरें हैं किताबों सी, खोलो तो कहानियां बोलें, हर लम्हा जो कैद हुआ है, उसमें अनगिनत रंग डोलें। कुछ चेहरे हंसते-गाते, कुछ आंखें आंसू छिपाते, कभी धुंधले दिन, कभी उजली रातें, हर तस्वीर में यादें बसीं हैं। वक्त ठहरा हुआ है इनमें, पर अहसास जिंदा रहते हैं, हर तस्वीर का कोना-कोना, बीते लम्हों से भरा रहता है। बूढ़ी अलमारी की दराजों में, ये तस्वीरें सोती हैं चुपचाप, पर जब खोलो इन्हें संभालकर, यादें लौट आती हैं बेताब। ये यादें नहीं मिटती कभी, वो लम्हे, वो चेहरे, वो बातें, तस्वीरों के फ्रेम में जड़ी हुई, हमेशा रहती हैं हमारे साथें। ©aditi the writer

#कविता #hindi_diwas  White **तस्वीर यादों की**  

तस्वीरें हैं किताबों सी,  
खोलो तो कहानियां बोलें,  
हर लम्हा जो कैद हुआ है,  
उसमें अनगिनत रंग डोलें।  

कुछ चेहरे हंसते-गाते,  
कुछ आंखें आंसू छिपाते,  
कभी धुंधले दिन, कभी उजली रातें,  
हर तस्वीर में यादें बसीं हैं।  

वक्त ठहरा हुआ है इनमें,  
पर अहसास जिंदा रहते हैं,  
हर तस्वीर का कोना-कोना,  
बीते लम्हों से भरा रहता है।  

बूढ़ी अलमारी की दराजों में,  
ये तस्वीरें सोती हैं चुपचाप,  
पर जब खोलो इन्हें संभालकर,  
यादें लौट आती हैं बेताब।  

ये यादें नहीं मिटती कभी,  
वो लम्हे, वो चेहरे, वो बातें,  
तस्वीरों के फ्रेम में जड़ी हुई,  
हमेशा रहती हैं हमारे साथें।

©aditi the writer

Madhusudan Shrivastava attitude shayari

135 View

#sad_shayari
#poetryunplugged #Motivational #poems

#poetryunplugged #poems #Poetry

108 View

White बीवी के आगे न दिखता मां का दर्द, उसके त्याग को समझने का नहीं कोई मर्द। जिसने पाला-पोसा उम्र भर, आज उसकी आंखों में आंसू हैं ठहर।जब थी जरूरत, मां ने संभाला, अपने हर सपने को पीछे डाला। खुद की खुशियां दी कुर्बान, पर अब वो प्यार हो गया अनजान।बीवी के प्यार में सब कुछ भूला, मां का दर्द न किसी ने छूआ। जिसने अपने आंचल में जगह दी थी, आज वही मां एक कोने में छिपी थी।उसके हाथों की लकीरें हैं गहरी, पर चेहरे की झुर्रियों में छिपी है सिहरन। उसकी आंखों में जो आंसू बहे, वो बेटे की बेरुखी से कहे।हर रात मां के दिल में दर्द छुपा, पर बेटे को अब उसका ख्याल कहां। बीवी की बातों में खो गया वो, मां का प्यार जैसे अब धुंधला हो गया वो।मां का दर्द न दिखता किसी को, उसका त्याग रह गया अनसुना। पर वो फिर भी दुआएं करती रही, उसके बेटे की खुशी में ही वो जीती रही।बीवी के आगे न दिखता मां का दर्द, पर मां का प्यार रहेगा सदा अमर। एक दिन समझेगा वो बेटा जरूर, मां का प्यार था सबसे बड़ा दस्तूर। ©aditi the writer

#कविता #Sad_Status  White बीवी के आगे न दिखता मां का दर्द,
उसके त्याग को समझने का नहीं कोई मर्द।
जिसने पाला-पोसा उम्र भर,
आज उसकी आंखों में आंसू हैं ठहर।जब थी जरूरत, मां ने संभाला,
अपने हर सपने को पीछे डाला।
खुद की खुशियां दी कुर्बान,
पर अब वो प्यार हो गया अनजान।बीवी के प्यार में सब कुछ भूला,
मां का दर्द न किसी ने छूआ।
जिसने अपने आंचल में जगह दी थी,
आज वही मां एक कोने में छिपी थी।उसके हाथों की लकीरें हैं गहरी,
पर चेहरे की झुर्रियों में छिपी है सिहरन।
उसकी आंखों में जो आंसू बहे,
वो बेटे की बेरुखी से कहे।हर रात मां के दिल में दर्द छुपा,
पर बेटे को अब उसका ख्याल कहां।
बीवी की बातों में खो गया वो,
मां का प्यार जैसे अब धुंधला हो गया वो।मां का दर्द न दिखता किसी को,
उसका त्याग रह गया अनसुना।
पर वो फिर भी दुआएं करती रही,
उसके बेटे की खुशी में ही वो जीती रही।बीवी के आगे न दिखता मां का दर्द,
पर मां का प्यार रहेगा सदा अमर।
एक दिन समझेगा वो बेटा जरूर,
मां का प्यार था सबसे बड़ा दस्तूर।

©aditi the writer
#कविता #good_night #poems  White उसके घर में सजे हुए हैं कई कई ईनाम 
लेकिन उसकी जीभ पर हैं तलवों के निशान।

-अशोक जमनानी

©साहित्य संजीवनी

#good_night #Poetry #poems

126 View

White **तस्वीर यादों की** तस्वीरें हैं किताबों सी, खोलो तो कहानियां बोलें, हर लम्हा जो कैद हुआ है, उसमें अनगिनत रंग डोलें। कुछ चेहरे हंसते-गाते, कुछ आंखें आंसू छिपाते, कभी धुंधले दिन, कभी उजली रातें, हर तस्वीर में यादें बसीं हैं। वक्त ठहरा हुआ है इनमें, पर अहसास जिंदा रहते हैं, हर तस्वीर का कोना-कोना, बीते लम्हों से भरा रहता है। बूढ़ी अलमारी की दराजों में, ये तस्वीरें सोती हैं चुपचाप, पर जब खोलो इन्हें संभालकर, यादें लौट आती हैं बेताब। ये यादें नहीं मिटती कभी, वो लम्हे, वो चेहरे, वो बातें, तस्वीरों के फ्रेम में जड़ी हुई, हमेशा रहती हैं हमारे साथें। ©aditi the writer

#कविता #hindi_diwas  White **तस्वीर यादों की**  

तस्वीरें हैं किताबों सी,  
खोलो तो कहानियां बोलें,  
हर लम्हा जो कैद हुआ है,  
उसमें अनगिनत रंग डोलें।  

कुछ चेहरे हंसते-गाते,  
कुछ आंखें आंसू छिपाते,  
कभी धुंधले दिन, कभी उजली रातें,  
हर तस्वीर में यादें बसीं हैं।  

वक्त ठहरा हुआ है इनमें,  
पर अहसास जिंदा रहते हैं,  
हर तस्वीर का कोना-कोना,  
बीते लम्हों से भरा रहता है।  

बूढ़ी अलमारी की दराजों में,  
ये तस्वीरें सोती हैं चुपचाप,  
पर जब खोलो इन्हें संभालकर,  
यादें लौट आती हैं बेताब।  

ये यादें नहीं मिटती कभी,  
वो लम्हे, वो चेहरे, वो बातें,  
तस्वीरों के फ्रेम में जड़ी हुई,  
हमेशा रहती हैं हमारे साथें।

©aditi the writer

Madhusudan Shrivastava attitude shayari

135 View

Trending Topic