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Ghai Homoeo Remedies Digesticor Oral Drops is a homoeopathic formulation designed to support the digestive system. It contains a blend of ingredients traditionally used to promote digestion, relieve discomfort associated with indigestion, and maintain overall gastrointestinal health. ©VIIKAS KUMAR

#Quotes  Ghai Homoeo Remedies Digesticor Oral Drops is a homoeopathic formulation designed to support the digestive system. It contains a blend of ingredients traditionally used to promote digestion, relieve discomfort associated with indigestion, and maintain overall gastrointestinal health.

©VIIKAS KUMAR

Ghai Homoeo Remedies Digesticor Oral Drops 

10 Love

#nojoenglish #Shaayari #nojito #poems

!!1857 की क्रांति!! धधक उठी चिंगारी,सैलाब स्वतंत्रता का ये पहला था । गाय सूअर की चर्बी वाले कारतूसों ने,"घी "आग में डाला था ।। तब मौत का कोई खौफ नहीं रह गया,सीने पर गोली खाने को । जब मजबूर किया,भारतीयों को,ब्रिटिश इंडिया कंपनी के अमानुषिक व्यवहारों ने।। तब हल्ला बोला स्वतंत्रता सेनानियों ने जिनकी सूची काफी लंबी थी। (प्रमुख थे बहादुर शाह जफर,मंगल पांडे,नाना साहेब,तात्या टोपे,कुंवर सिंह लक्ष्मी बाई ) राज्य हड़पने,धर्म परिवर्तन,रिवाजों से छेड़छाड़,जब रास ना भारतीयों को ये सब आया था।। यूं तो देशभक्ति की ज्वाला हर एक क्रांतिकारी के दिल में थी, छूटी जमीन किसानों से ,जमीदारों की रियासतों का विलय हुआ । ठप्प हुआ हस्तशिल्प कारीगरों का,बच्चों से गुरुकुल मदरसा छीना गया, ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन ने सबका बेड़ा गर्क किया।। चली गई ब्रिटिश सरकार के हाथ में ,सत्ता ईस्ट इंडिया कंपनी से भारत की। 1857 प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का ये निर्णायक परिणाम हुआ।।✍🏻 ©Andaaz bayan

#1857revolt #1857War #poems #poem  !!1857 की क्रांति!!
धधक उठी चिंगारी,सैलाब स्वतंत्रता का ये पहला था ।
गाय सूअर की चर्बी वाले कारतूसों ने,"घी "आग में डाला था ।।

तब मौत का कोई खौफ नहीं रह गया,सीने पर गोली खाने को ।
जब मजबूर किया,भारतीयों को,ब्रिटिश इंडिया कंपनी के अमानुषिक व्यवहारों ने।।

तब हल्ला बोला स्वतंत्रता सेनानियों ने जिनकी सूची काफी लंबी थी।
(प्रमुख थे बहादुर शाह जफर,मंगल पांडे,नाना साहेब,तात्या टोपे,कुंवर सिंह लक्ष्मी बाई )
राज्य हड़पने,धर्म परिवर्तन,रिवाजों से छेड़छाड़,जब रास ना भारतीयों को ये सब आया था।।

यूं तो देशभक्ति की ज्वाला हर एक क्रांतिकारी के दिल में थी,
छूटी जमीन किसानों से ,जमीदारों की रियासतों का विलय हुआ ।
ठप्प हुआ हस्तशिल्प कारीगरों का,बच्चों से गुरुकुल मदरसा छीना गया,
ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन ने सबका बेड़ा गर्क किया।।

चली गई ब्रिटिश सरकार के हाथ में ,सत्ता ईस्ट इंडिया कंपनी से भारत की।
1857 प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का ये निर्णायक परिणाम हुआ।।✍🏻

©Andaaz bayan

#1857revolt #1857War #poem #poems Hinduism poetry poetry in hindi

13 Love

White दिन रात राहों पर  चलना पड़ता है  मेहनत की आग में  जलना पड़ता है  इतने पर भी  मंजिल नहीं मयस्सर  भाग्य से भी लड़ना पड़ता है  है मेहनत भी भाग्य भी फिर भी इंतजार  कई बार करना पड़ता है  अचानक से नहीं मिलती मौत भी हर रोज़ थोड़ा-थोड़ा  मरना पड़ता है ©_बेखबर

#poems  White दिन रात राहों पर 
चलना पड़ता है 
मेहनत की आग में 
जलना पड़ता है 
इतने पर भी 
मंजिल नहीं मयस्सर 
भाग्य से भी लड़ना पड़ता है 
है मेहनत भी भाग्य भी
फिर भी इंतजार 
कई बार करना पड़ता है 
अचानक से नहीं मिलती मौत भी
हर रोज़ थोड़ा-थोड़ा 
मरना पड़ता है

©_बेखबर

#poems

18 Love

White These are your own words your way of noticing and saying plainly of not turning away from hurt you have offered them to me I am only giving them back if only I could show you how very useless they are not ©aswathy sudheesh

#good_night #poems  White These are your own words
your way of noticing
and saying plainly
of not turning away
from hurt

you have offered them 
to me    I am only 
giving them back 

if only I could show you
how very useless 
they are not

©aswathy sudheesh

फूल मुरझा जाएंगे, यादें रह जाएंगी, खुशबू बिखर जाएगी, पर निशानी रह जाएगी। पंखुड़ियों में जो रंग बसा है, वो धीरे-धीरे फीका पड़ जाएगा। वक़्त की आंधी में, ये गुलशन सूनापन हर ओर भर जाएगा। पर जो खुशबू है, दिल में बसी, वो कैसे मिट पाएगी? फूल मुरझा जाएंगे, पर उनकी यादें दिल में हमेशा मुस्कुराएंगी। खुदा से ये दुआ है हमारी, तुम्हारे दिलों का गुलशन सदा खिला रहे। फूल चाहे मुरझा जाएं, पर रिश्तों की महक बनी रहे। ©kavi Abhishek Pathak

#phoolmurjhajayenge #कविता #kavishala #poems  फूल मुरझा जाएंगे, यादें रह जाएंगी,
खुशबू बिखर जाएगी, पर निशानी रह जाएगी।

पंखुड़ियों में जो रंग बसा है,
वो धीरे-धीरे फीका पड़ जाएगा।
वक़्त की आंधी में, ये गुलशन
सूनापन हर ओर भर जाएगा।

पर जो खुशबू है, दिल में बसी,
वो कैसे मिट पाएगी?
फूल मुरझा जाएंगे, पर उनकी
यादें दिल में हमेशा मुस्कुराएंगी।

खुदा से ये दुआ है हमारी,
तुम्हारे दिलों का गुलशन सदा खिला रहे।
फूल चाहे मुरझा जाएं,
पर रिश्तों की महक बनी रहे।

©kavi Abhishek Pathak

Ghai Homoeo Remedies Digesticor Oral Drops is a homoeopathic formulation designed to support the digestive system. It contains a blend of ingredients traditionally used to promote digestion, relieve discomfort associated with indigestion, and maintain overall gastrointestinal health. ©VIIKAS KUMAR

#Quotes  Ghai Homoeo Remedies Digesticor Oral Drops is a homoeopathic formulation designed to support the digestive system. It contains a blend of ingredients traditionally used to promote digestion, relieve discomfort associated with indigestion, and maintain overall gastrointestinal health.

©VIIKAS KUMAR

Ghai Homoeo Remedies Digesticor Oral Drops 

10 Love

#nojoenglish #Shaayari #nojito #poems

!!1857 की क्रांति!! धधक उठी चिंगारी,सैलाब स्वतंत्रता का ये पहला था । गाय सूअर की चर्बी वाले कारतूसों ने,"घी "आग में डाला था ।। तब मौत का कोई खौफ नहीं रह गया,सीने पर गोली खाने को । जब मजबूर किया,भारतीयों को,ब्रिटिश इंडिया कंपनी के अमानुषिक व्यवहारों ने।। तब हल्ला बोला स्वतंत्रता सेनानियों ने जिनकी सूची काफी लंबी थी। (प्रमुख थे बहादुर शाह जफर,मंगल पांडे,नाना साहेब,तात्या टोपे,कुंवर सिंह लक्ष्मी बाई ) राज्य हड़पने,धर्म परिवर्तन,रिवाजों से छेड़छाड़,जब रास ना भारतीयों को ये सब आया था।। यूं तो देशभक्ति की ज्वाला हर एक क्रांतिकारी के दिल में थी, छूटी जमीन किसानों से ,जमीदारों की रियासतों का विलय हुआ । ठप्प हुआ हस्तशिल्प कारीगरों का,बच्चों से गुरुकुल मदरसा छीना गया, ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन ने सबका बेड़ा गर्क किया।। चली गई ब्रिटिश सरकार के हाथ में ,सत्ता ईस्ट इंडिया कंपनी से भारत की। 1857 प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का ये निर्णायक परिणाम हुआ।।✍🏻 ©Andaaz bayan

#1857revolt #1857War #poems #poem  !!1857 की क्रांति!!
धधक उठी चिंगारी,सैलाब स्वतंत्रता का ये पहला था ।
गाय सूअर की चर्बी वाले कारतूसों ने,"घी "आग में डाला था ।।

तब मौत का कोई खौफ नहीं रह गया,सीने पर गोली खाने को ।
जब मजबूर किया,भारतीयों को,ब्रिटिश इंडिया कंपनी के अमानुषिक व्यवहारों ने।।

तब हल्ला बोला स्वतंत्रता सेनानियों ने जिनकी सूची काफी लंबी थी।
(प्रमुख थे बहादुर शाह जफर,मंगल पांडे,नाना साहेब,तात्या टोपे,कुंवर सिंह लक्ष्मी बाई )
राज्य हड़पने,धर्म परिवर्तन,रिवाजों से छेड़छाड़,जब रास ना भारतीयों को ये सब आया था।।

यूं तो देशभक्ति की ज्वाला हर एक क्रांतिकारी के दिल में थी,
छूटी जमीन किसानों से ,जमीदारों की रियासतों का विलय हुआ ।
ठप्प हुआ हस्तशिल्प कारीगरों का,बच्चों से गुरुकुल मदरसा छीना गया,
ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन ने सबका बेड़ा गर्क किया।।

चली गई ब्रिटिश सरकार के हाथ में ,सत्ता ईस्ट इंडिया कंपनी से भारत की।
1857 प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का ये निर्णायक परिणाम हुआ।।✍🏻

©Andaaz bayan

#1857revolt #1857War #poem #poems Hinduism poetry poetry in hindi

13 Love

White दिन रात राहों पर  चलना पड़ता है  मेहनत की आग में  जलना पड़ता है  इतने पर भी  मंजिल नहीं मयस्सर  भाग्य से भी लड़ना पड़ता है  है मेहनत भी भाग्य भी फिर भी इंतजार  कई बार करना पड़ता है  अचानक से नहीं मिलती मौत भी हर रोज़ थोड़ा-थोड़ा  मरना पड़ता है ©_बेखबर

#poems  White दिन रात राहों पर 
चलना पड़ता है 
मेहनत की आग में 
जलना पड़ता है 
इतने पर भी 
मंजिल नहीं मयस्सर 
भाग्य से भी लड़ना पड़ता है 
है मेहनत भी भाग्य भी
फिर भी इंतजार 
कई बार करना पड़ता है 
अचानक से नहीं मिलती मौत भी
हर रोज़ थोड़ा-थोड़ा 
मरना पड़ता है

©_बेखबर

#poems

18 Love

White These are your own words your way of noticing and saying plainly of not turning away from hurt you have offered them to me I am only giving them back if only I could show you how very useless they are not ©aswathy sudheesh

#good_night #poems  White These are your own words
your way of noticing
and saying plainly
of not turning away
from hurt

you have offered them 
to me    I am only 
giving them back 

if only I could show you
how very useless 
they are not

©aswathy sudheesh

फूल मुरझा जाएंगे, यादें रह जाएंगी, खुशबू बिखर जाएगी, पर निशानी रह जाएगी। पंखुड़ियों में जो रंग बसा है, वो धीरे-धीरे फीका पड़ जाएगा। वक़्त की आंधी में, ये गुलशन सूनापन हर ओर भर जाएगा। पर जो खुशबू है, दिल में बसी, वो कैसे मिट पाएगी? फूल मुरझा जाएंगे, पर उनकी यादें दिल में हमेशा मुस्कुराएंगी। खुदा से ये दुआ है हमारी, तुम्हारे दिलों का गुलशन सदा खिला रहे। फूल चाहे मुरझा जाएं, पर रिश्तों की महक बनी रहे। ©kavi Abhishek Pathak

#phoolmurjhajayenge #कविता #kavishala #poems  फूल मुरझा जाएंगे, यादें रह जाएंगी,
खुशबू बिखर जाएगी, पर निशानी रह जाएगी।

पंखुड़ियों में जो रंग बसा है,
वो धीरे-धीरे फीका पड़ जाएगा।
वक़्त की आंधी में, ये गुलशन
सूनापन हर ओर भर जाएगा।

पर जो खुशबू है, दिल में बसी,
वो कैसे मिट पाएगी?
फूल मुरझा जाएंगे, पर उनकी
यादें दिल में हमेशा मुस्कुराएंगी।

खुदा से ये दुआ है हमारी,
तुम्हारे दिलों का गुलशन सदा खिला रहे।
फूल चाहे मुरझा जाएं,
पर रिश्तों की महक बनी रहे।

©kavi Abhishek Pathak
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