White कोई साथ रह के भी खुश नहीं
कोई दूर से खुश देखकर भी खुश है
रिश्ते दिल से होते हैं मोहब्बतों के
जिस्मों में तो बस सुकून के दो पल हैं
असर आशिकी का छोड़ जाने की बात थी
उसकी नज़रें मुझे आज भी याद थीं
मिला ज़रा सा पर, ज़र्रे ज़र्रे में समा गया
वो बदल सा मुझपे बेवजह छा गया
कुछ पलों में ज़िन्दगी भर की मोहब्बत कर ली थी,
वो किसी और का है ये बात सहन कर ली थी
बिछड़ गए हैं पर मरते आज भी उसी पर हैं
वादे के पक्के हम दीवाने उसी के हैं
आज भी उसको देख के फिर से मोहब्बत होती है,
शाम होती है आंखे फिर रोती है
सो जाती हूं उसके ख्वाब देखते देखते
दिल मेरा है पर धड़कने उसी की होती हैं।
©Goldi Raunak Yadav
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