"भाई ने निराश होकर कहा, 'ज़िंदगी में कितनी ही बार कोशिशें कीं, फिर भी मंजिल दूर लगती है। ये सफर कब तक चलना है, समझ नहीं आता। हर कदम पर एक नई चुनौती है, हर मोड़ पर एक नया इम्तिहान है।
फिर भी, मैं रुकूंगा नहीं, क्योंकि मेरी कोशिशें मेरी पहचान हैं।
चाहे जितनी भी ठोकरें खाऊं, उठने का हौसला नहीं छोडूंगा।'"
©Anil gupta
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