वक्त ने लगा रखे है थोड़े लगाम ,
वरना करती सारी दुनिया सलाम ।
हिम्मत और भरोसा जिनको है खुद पे,
वही बनते है अटल और और बनते है कलाम ।।
........अविनाश सिंह 'प्रवाह'
काश कि तेरी जुल्फों को सवार पाता,
तेरे पास आता और तेरे नूर को निहार पाता,
तू तो है सपना मेरे सपनों के लिये ,
तुझे अपने सपनों में उतार पाता ।।
.........अविनाश सिंह 'प्रवाह'
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