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Shayar, musician,Singer follow me on Instagram -@ravisamrat786
Ravi Samrat
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सज़ा आए ऐसी आशिक़ी को , जो हम करते हैं, हर रोज़ मरते हैं उनपे फिर भी कम करते हैं, अब , इस हद तक भी क्या याद आना उनका जिंदगी में, ये बाते कहते तो रोज हैं खुद से, पर शिकायत है की , दिल से ज़रा कम कहते हैं.. ©Ravi Samrat
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गुरूर बहुत था काफिरों को अपनी बंदूकों पर, हमारी केसरिया तलवारों ने उनका हर गुरूर मिटाया है; सर उठे जो खिलाफ हिंद के ,हर वो सर हमने धड़ से हटाया है, और ये हरे चांद के पनाहगारों आज ये याद रखें, की जिन लश्करों के बूते उड़ रहे हैं, ऐसी कई तमाम लश्करों को इस सरजमीं ने अपने सीने में दफनाया है।। ©Ravi Samrat
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