ये बातें यूँ ही चलती रहें , मुलाकातें यूँ ही चलती रहें
तू नसीब है , तू हबीब है , तू ही मेरे सबसे करीब है..
तू हँसती रहे , बस हँसती रहे , ये बातें यूँ ही चलती रहे..
दिल में तू , तू ही बातों में , तू मेरे गीतों में तू अल्फ़ाज़ों में
तुझ पर ही बस मेरी , हर एक ग़ज़ल मचलती रहे
चलती रहें बस चलती रहें , ये बातें यूँ ही चलती रहें ।।
कितना तन्हा दिखता है , ये जो चेहरा है मेरा ।
हाथों में है आईना पर , अक्स अधूरा है मेरा ।।
गुलशन में गुल भी तो , तितली से इश्क़ लड़ाता है ।
मुझमें जो पोशीदा है , वो इश्क़ अधूरा है मेरा ।।
गूँज उठी है शहनाई , फिर किसी चौबारे पर ।
जो ख़्वाब पला है आज तलक , वो ख़्वाब अधूरा है मेरा ।।
There is something in your smile
Which drives me crazy.
I spin around
Only to your tune
Seems nowadays
Not me senses
I am lost in you
Is this love
Or just a drug
What should I tell someone..
that I am not conscious
now-a-days
I am crazy for your sake only.
ये दुनिया रंगमंच है बस , नए किरदार में ढल जा ।
नई कश्ती , नया मांझी , नई पतवार में ढल जा ।।
मजहबी ढंग में , सियासी जंग चलती है ।
चल तू अब चलकर , किसी हथियार में ढल जा ।।
यहां क्या , कौन अपना , किसी का कुछ नहीं 'अदीज़' ।
चल तू किसी मज़ार के , किरायेदार में ढल जा ।।
दर्द
इस दर्द से मुझको , बीमारी बहुत है ।
मगर इसकी भी अपनी , जिम्मेदारी बहुत है ।।
एक आस की किरन , दिखती तो मुझको भी है ।
मगर इसमें चिराग़ की , मक्कारी बहुत है ।।
हर इक लम्हा , मैं कैद कर लेता शायद ।
वक्त की , हालातों की , मारामारी बहुत है ।।
कभी ग़र वक्त हो , तो करीब भी आना ।
देख लेना जिस्म में , चिंगारी बहुत है ।।
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