White सरल पवन का झोका सा,, मैं तुफानों - सा भंडार ।।
शान्त स्वभाव में बो ,,मैं बक बक करती रहती हर बार ।।
"समझदारी का संहनसा है वो ,,मैं नटखट चुलबुल सी ।।
गुस्सा करना उसको नहीं आता और ,,मैं हर बात पे बात मुंह फुला लेती ।।
मानना। नहीं आता उसको ,, तब भी वो मुझे मना लेता ।।
"हे राधी - रानी का भक्त बड़ा वो इसीलिये राधिका नाम से बुला लेता ।
©Radhe radhe
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