अपनी तलाश में हम तुम से जा मिले,
तेरी चाहत में हम अब ख़ुद को मिटाने लगे।
लब्ज़ भी रूठे थे हम से कल तक,
आज वो तेरे लिए नग़मे सजने लगे है।
9 Love
ख़ामोश रातों में भी एक शोर सुनाई देता है,
यादों का पेहरा मेर चारो ओर दिखाई देता है।
है कसक ये कैसी मुझकों तेरी ,
तेरा अक्स मुझे चारों और दिखाई देता है।
अश्क भी अब धुंधले होगये है मेरे,
तू नही तेरा नूर मुझमें दिखाई देता है।
इक रंग मोहब्बत का तू खुद लगा दे,
बैरंग दिल को आज तू रंगीन बना दे।
ख्वाब ख़ूब देखे है मेने तेरे,
आज हक़ीक़त कर इश्क़ का रंग मुझे लगा दे।
सिद्दातों से तेरे इश्क़ को हम तरसे है,
आज इश्क़ के रंग में हम को रंग के अपना मुझे बनाले।
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